डोईवाला: देहरादून पुलिस के डोईवाला कोतवाली क्षेत्र में बीते दिनों नरेंद्र नाम के व्यक्ति की लाश मिली थी, जिसका आज 9 जुलाई को पुलिस ने खुलासा कर दिया है. नरेंद्र की हत्या में उसकी पत्नी का हाथ भी सामने आया है. पुलिस का दावा है कि नरेंद्र की पत्नी ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या का प्लान बनाया था.
पुलिस का कहना है कि नरेंद्र की हत्या के बाद पत्नी ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास भी किया, लेकिन वो इसमें कामयाब नहीं हो पाई. आखिर में पुलिस ने मृतक नरेंद्र की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर ही लिया. पूछताछ में दोनों ने पुलिस को बताया कि कैसे उन्होंने नरेंद्र की हत्या की.
एक जुलाई को दर्ज कराई थी गुमशुदगी: डोईवाला कोतवाल कमल कुमार लूंठी ने बताया कि एक जुलाई को नरेंद्र सिंह की पत्नी हेमलता ने डोईवाला कोतवाली में पति की गुमशुदगी की शिकायत दी थी. हेमलता ने अपनी शिकायत में बताया था कि नरेंद्र सिंह 28 जून को बिना बताए घर से कहीं चला गया था. इसके बाद वापस ही नहीं लौटा. काफी ढूंढ़ने पर भी नरेंद्र नहीं मिला तो वो पुलिस के पास पहुंची.
पुलिस को लगा मामला संदिग्ध: पुलिस ने हेमलता की शिकायत पर नरेंद्र की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की और उसकी तलाश शुरू की. एक जुलाई को ही पुलिस को गूलर घाटी नदी में अज्ञात व्यक्ति की लाश मिली. पुलिस ने लाश की शिनाख्त कराई तो वो गुमशुदा नरेंद्र सिंह के रूप में हुई. पुलिस को भी ये मौत संदिग्ध लगी. उसी आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की.
गुफरान पर गया पुलिस का शक: पुलिस ने सबसे पहले नरेंद्र के घर और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. इसी के साथ पुलिस ने नरेंद्र के मोबाइल की लोकेशन और कॉल डिटेल आदि को भी चेक किया. प्रारंभिक जांच में पुलिस का शक गुफरान पुत्र इस्लाम निवासी नकरौंदा पर गया.
गुफरान से चल रहा था नरेंद्र की पत्नी का अफेयर: पुलिस ने आस-पड़ोस के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि गुफरान का नरेंद्र सिंह की पत्नी हेमलता से अफेयर चल रहा था. नरेंद्र सिंह को भी इस बात का पता था. इसीलिए अक्सर नरेंद्र सिंह और हेमलता के बीच झगड़ा होता था. इसी आधार पर पुलिस ने गुफरान को बुलाकर पूछताछ की. पहले तो गुफरान ने पुलिस को इधर-उधर की बातों में उलझाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाई तो गुफरान ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
दोनों ने मिलकर बनाई की योजना: गुफरान के बयानों पर पुलिस ने हेमलता को भी गिरफ्तार किया और दोनों से पूछताछ शुरू की. पुलिस के मुताबिक पूछताछ में गुफरान ने बताया कि उसका नरेंद्र की पत्नी हेमलता के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था. इसी वजह से नरेंद्र अक्सर शराब पीकर हेमलता को मारता-पीटता था. नरेंद्र की वजह से हेमलता काफी परेशान हो गई थी. इसीलिए दोनों ने मिलकर नरेंद्र को रास्ते से हटाने की योजना बनाई.
शराब में मिलाई थी चूहे मारने की दवा: पुलिस के अनुसार 28 जून को गुफरान ने नरेंद्र को गूलरघाटी नदी के पास शराब पीने के लिये बुलाया. गुफरान ने नरेंद्र की शराब में चूहे मारने की दवा मिलाकर उसको पिला दी, जिससे नरेंद्र को काफी नशा हो गया और वो नदी में गिर गया. इसके बाद गुफरान ने नरेंद्र की सिर पकड़कर नदी के पानी में डुबोकर उसकी हत्या कर दी और शव को नदी में फेंक दिया. प्लान के मुताबिक नरेंद्र की हत्या के तीन दिन बाद हेमलता ने कोतवाली डोईवाला ने अपने पति की गुमशुदगी दर्ज कराई. ताकि शव मिलने पर किसी को भी उस पर शक न हो.
पढ़ें—