नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस बात को स्वीकार किया है कि, जाति जनगणना पहले नहीं करा पाना पार्टी की नहीं बल्कि उनकी गलती थी. उन्होंने कहा कि अब वह इसे सुधार रहे हैं.
राहुल गांधी ने आगे कहा कि उन्होंने अपने 21 साल के राजनीतिक करियर में एक गलती की है. वह यह कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) वर्ग के हितों की उतनी रक्षा वह नहीं कर पाए, जितनी उन्हें करनी चाहिए थी.
यहां तालकटोरा स्टेडियम में ओबीसी के ‘भागीदारी न्याय सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए, लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि तेलंगाना में जाति जनगणना एक ‘राजनीतिक भूकंप’ है जो देश में एक बड़ा ‘आफ्टरशॉक’ पैदा करेगा.
#WATCH | Delhi: Lok Sabha LoP Rahul Gandhi says, ” the issues and problems of obcs remain hidden; it cannot be easily seen. my regret is that if i had known about your (obc) history, about your issues, even a little more, i would have conducted a caste census right at that time.… pic.twitter.com/qnV7MvtnVg
— ANI (@ANI) July 25, 2025
गांधी ने कहा, “मैं 2004 से राजनीति कर रहा हूं, 21 साल हो गए हैं, और जब मैं पीछे मुड़कर आत्म-विश्लेषण करता हूं, तो मुझे पता चलता है कि मैंने कहां सही काम किया और कहां कमी रह गई. मुझे दो-तीन बड़े मुद्दे दिखाई देते हैं, भूमि अधिग्रहण विधेयक, मनरेगा, खाद्य विधेयक, आदिवासियों के लिए लड़ाई, मैंने ये चीजें गलत कीं.”
राहुल ने कहा, “दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों की बात करें तो मुझे अच्छे अंक मिलने चाहिए. महिलाओं के मुद्दों पर भी मुझे अच्छे अंक मिलने चाहिए…लेकिन जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूँ, तो मुझे साफ़ तौर पर पता चलता है कि एक चीज में मेरी कमी रही, मैंने एक गलती की.. मैंने ओबीसी वर्ग की उस तरह रक्षा नहीं की जैसी मुझे करनी चाहिए थी.”
उन्होंने कहा कि 10-15 साल पहले वे ओबीसी वर्ग के मुद्दों को गहराई से नहीं समझ पाते थे. राहुल ने कहा “मैं दलितों की समस्याओं को समझता था, जो स्पष्ट हैं. अनुसूचित जनजातियों के मुद्दों को भी स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है. ओबीसी के मुद्दे छिपे हुए हैं.”
राहुल गांधी ने कहा, “मुझे अफसोस है कि अगर मुझे आपके (ओबीसी) इतिहास और मुद्दों के बारे में ज़्यादा जानकारी होती, तो मैं जाति जनगणना करवा लेता. यह मेरी गलती है, कांग्रेस की नहीं. मैं उस गलती को सुधारने जा रहा हूं.”
राहुल गांधी ने कहा कि, तेलंगाना में जाति जनगणना एक राजनीतिक भूकंप है. इसने देश की राजनीतिक जमीन हिला दी है. उन्होंने कहा कि, लोगों ने इसका असर महसूस नहीं किया है, लेकिन इसका असर जरूर होगा. उन्होंने कहा कि, वे सभी कांग्रेस शासित राज्यों में जाति जनगणना और जनसंख्या का एक्स-रे करवाएंगे.
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