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कोटद्वार में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, सिद्धबली बाबा के किए दर्शन, दुख की घड़ी में बहन को दी सांत्वना


कोटद्वार में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (PHOTO-ETV Bharat)

कोटद्वार: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार 7 दिसंबर को निजी दौरे पर उत्तराखंड पहुंचे. दौरे के दौरान उन्होंने पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार स्थित सिद्धबली बाबा मंदिर पहुंचकर दर्शन किए और जनता की खुशहाली की कामना की. इसके बाद वे अपने दिवंगत जीजा को श्रद्धांजलि देने भी उनके आवास पहुंचे. कुछ समय परिजनों के बीच बिताने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहारनपुर के लिए रवाना हुए.

रविवार की दोपहर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हेलीकॉप्टर से कोटद्वार पहुंचे. ग्रस्टनगंज स्थित हेलीपैड पर उतरने के बाद मुख्यमंत्री योगी सड़क मार्ग से श्री सिद्धबली बाबा मंदिर पहुंचे और बाबा के दर्शन कर प्रदेश और जनता की खुशहाली की कामना की.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोटद्वार में सिद्धबली बाबा के दर्शन किए (VIDEO- ETV Bharat)

दर्शन के बाद मुख्यमंत्री योगी अपने दिवंगत जीजा ओम प्रकाश सिंह रावत को श्रद्धांजलि देने के लिए सिद्धबली रोड स्थित गाड़ी घाट पर उनके आवास पहुंचे. दिवंगत ओम प्रकाश रावत, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बड़ी बहन कौशल्या रावत के पति थे. मुख्यमंत्री ने परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर दुख साझा किया और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ का यह दौरा पूरी तरह निजी और पारिवारिक शोक से जुड़ा था. इसलिए इस दौरान परिवार के अलावा किसी भी व्यक्ति से मुलाकात या जनसभा का कोई कार्यक्रम निर्धारित नहीं था. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्थानीय प्रशासन और पुलिस को पहले ही अलर्ट पर रखा गया था. करीब आधे घंटे के संक्षिप्त प्रवास के बाद मुख्यमंत्री योगी शाम लगभग 4 बजे हेलीकॉप्टर से कोटद्वार से सहारनपुर के लिए रवाना हुए.

बता दें कि, योगी आदित्यनाथ का मूल नाम अजय सिंह बिष्ट है और वे पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर ब्लॉक के पंचूर गांव के मूल निवासी हैं. हालांकि, 1994 में उन्होंने संन्यास धारण किया. उनके पिता दिवंगत आनंद सिंह बिष्ट फॉरेस्ट रेंजर थे. योगी आदित्यनाथ अपने 7 भाई-बहनों में 5वें स्थान पर हैं. उनसे बड़े उनकी 3 बड़ी बहनें और एक भाई हैं. जबकि उनसे छोटे दो भाई हैं. देश के सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी वे अपने घर के पारिवारिक कार्यक्रमों में शामिल होने कई बार पंचूर गांव पहुंचे हैं.

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