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एयरस्ट्राइक के बाद ट्रंप ने ईरान को दी बड़ी चेतावनी, कहा- इससे भी घातक होंगे हमले


वाशिंटन: ईरान-इजराइल युद्ध में अब अमेरिका भी प्रत्यक्ष रूप से कूद गया है. अमेरिका ने ईरान के तीन एटमी ठिकानों को तबाह करने का दावा किया है. इस बीच ट्रंप ने राष्ट के नाम संबोधन में इसकी जानकारी देते हुए ईरान के प्रमख खामेनेई को चेतावनी देते हुए कहा कि अब शांति रास्ते पर लौटें. उधर ईजराइल के प्रधानमंत्री ने ईरान पर हमले के लिए अमेरिका को धन्यवाद दिया. वहीं यूएन के प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने शांति की अपील की.

एंटोनियो गुटेरेस ने शांति की अपील की

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ट्वीट किया, ‘मैं आज ईरान के खिलाफ अमेरिका द्वारा किए गए बल प्रयोग से बहुत चिंतित हूं. संकटग्रस्त ईरान के लिए ये और एक खतरनाक पहल है. अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक सीधा खतरा है. मैं सदस्य देशों से आह्वान करता हूं कि वे तनाव कम करें और संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के अन्य नियमों के तहत अपने दायित्वों को बनाए रखें.’

ईरान-इजराइल युद्ध में अमेरिका भी कूदा

ईरान-इजराइल के युद्ध में अब अमेरिका भी कूद गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि आज मैं दुनिया को बता सकता हूं कि ईरान पर हमले सफल रहे. ईरान की प्रमुख परमाणु संवर्धन सुविधाओं को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका का उद्देश्य ईरान की परमाणु संवर्धन क्षमता को नष्ट करना है. ईरान के परमाणु संवर्धन से सिर्फ इजराइल को ही नहीं बल्कि अमेरिका और पूरी दुनियां को खतरा है.

ट्रंप ने सबसे खतरनाक हथियारों को नष्ट किया: नेतन्याहू

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अमेरिका का हमला वास्तव में बेजोड़ रहा है. अमेरिका ने वह किया है जो धरती पर कोई दूसरा देश नहीं कर सका. इतिहास दर्ज करेगा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने दुनिया के सबसे खतरनाक शासन, दुनिया के सबसे खतरनाक हथियारों को नष्ट के लिए काम किया.

नेतन्याहू ने ट्रंप को बधाई दी

नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को ईरान पर सफल हमले के लिए बधाई दी. नेतन्याहू कहा कि अमेरिका की ईरान के खिलाफ की गई कार्रवाई इतिहास बदल देगा.

ट्रंप ने ईरान से शांति बहाली की उम्मीद की

डोनाल्ड ट्रंप ने आगे कहा कि ईरान को अब शांति स्थापित करनी चाहिए. ट्रंप ने ईरान को मिडिल ईस्ट को धमकाने वाला देश कहा. साथ ही कहा कि ये ईरान को दुनिया का नंबर एक आतंकवाद प्रायोजक देश करार दिया. इसके अलावा उन्होंने ईरान को चेतावनी भी दी. उन्होंने कहा कि अगर ईरान ने ऐसा नहीं किया तो भविष्य में इससे भी कहीं बड़े हमले होंगे.

ईरान को ट्रंप की चेतावनी

ट्रंप ने ईरान से शांति के रास्ते पर आने की अपील की. कहा कि यह जारी नहीं रह सकता. उन्होंने कहा कि ईरान में या तो शांति होगी या त्रासदी. उन्होंने चेतावनी दी कि अभी कई लक्ष्य बचे हुए हैं. अगर शांति जल्दी नहीं आती है इसके गंभीर परिणाम होंगे. कहीं अधिक सटीकता से हमले किए जाएंगे. अधिकांश ठिकानों को पलभर में तबाह किये जा सकते हैं.

ट्रंप ने ईरान पर हमले का कारण बताया

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने संबोधन में ईरान के खिलाफ हमले का कारण बताया. उन्होंने कहा 40 वर्षों से ईरान- इजराइल के लोगों को मार रहा है. उनके हाथ उड़ा रहे हैं. सड़क किनारे बमों से उनके पैर उड़ा रहे हैं. ट्रंप ने कहा कि ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी ने बहुत से लोगों को मार डाला. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने बहुत पहले ही तय कर लिया था कि ऐसा नहीं होने देंगे.

ट्रंप ने नेतन्याहू को धन्यवाद दिया

राष्ट्रपति ट्रंप ने इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने मिलकर भयानक खतरे को मिटाने में बड़ा कदम उठाया है. ऐसा शायद पहले किसी ने नहीं किया. इजराइली सेना को उनके द्वारा किए गए शानदार काम के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ. ट्रंप ने अमेरिकी सेना को एक इस ऑपरेशन के लिए बधाई दी.

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