न्यूयॉर्क/वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को 23 देशों को ड्रग तस्करी और अवैध ड्रग प्रोडक्शन करने वाले देशों की सूची में शामिल किया है. इस सूची में भारत के अलावा पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन, कोलंबिया, बोलिविया और वेनेजुएला जैसे देश शामिल हैं.
कांग्रेस (अमेरिकी संसद) में सोमवार (15 सितंबर 2025) को पेश प्रेसिडेंशियल डिटरमिनेशन में ट्रंप ने कहा कि उन्होंने 23 देशों की पहचान मादक पदार्थों के अवैध उत्पादन और तस्करी में शामिल प्रमुख देशों के रूप में की है.
उन्होंने कहा कि इन देशों में अफगानिस्तान, बहामास, ग्वाटेमाला, हैती, बेलीज, भारत, जमैका, लाओस, बोलीविया, म्यांमार, चीन, कोलंबिया, कोस्टा रिका, डोमिनिकन गणराज्य, इक्वाडोर, अल साल्वाडोर, होंडुरास, मैक्सिको, निकारागुआ, पाकिस्तान, पनामा, पेरू और वेनेजुएला शामिल हैं.
इतना ही नहीं ‘प्रेसिडेंशियल डिटरमिनेशन’ व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक तरह का दिशा-निर्देश है, जो अमेरिका की संघीय सरकार की कार्यपालिका शाखा की आधिकारिक नीति या रुख के तहत निर्धारित निर्णयों को दर्शाता है. व्हाइट हाउस ने कहा कि ट्रंप ने संसद को उन प्रमुख देशों की लिस्ट सौंपी, जिनके द्वारा अमेरिका में अवैध ड्रग्स की आपूर्ति और तस्करी की जाती है.
अफगानिस्तान समेत 5 देशों को यह कहा…
‘प्रेसिडेंशियल डिटरमिनेशन’ में जिन 23 देशों का जिक्र किया गया है, उनमें से पांच (अफगानिस्तान, बोलीविया, म्यांमार, कोलंबिया और वेनेजुएला) को पूरी तरह से प्रयास करने में विफल देश के रूप में सूचीबद्ध किया गया है. साथ ही इनसे मादक पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई में सुधार का आह्वान किया गया है.
इतना ही नहीं यूएस विदेश विभाग की ओर से जारी बयान के मुताबिक अवैध नशीली दवाओं और इनके निर्माण में प्रयोग केमिकल के उत्पादन और तस्करी के जरिए ये देश अमेरिका और उसके लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं.
विदेश विभाग ने स्पष्ट करते हुए कहा है कि सूची में किसी देश की मौजूदगी जरूरी रूप से उस देश की सरकार के मादक पदार्थ विरोधी प्रयासों या अमेरिका के साथ सहयोग के स्तर को नहीं दर्शाती है.
अमेरिका ने चीन को लेकर क्या कहा गया?
इसी क्रम में ‘प्रेसिडेंशियल डिटरमिनेशन’ में ट्रंप ने चीन को लेकर कहा कि फेंटेनाइल के अवैध प्रोडक्शन को बढ़ावा देने वाले केमिकल्स के दुनिया के सबसे बड़े सोर्स के रूप में चीन की भूमिका स्पष्ट रूप से जाहिर है. उसने कहा कि चीन नाइटाजेन और मेथामफेटामाइन समेत अन्य नशीले पदार्थों की वैश्विक महामारी को बढ़ावा देने वाले प्रमुख आपूर्तिकर्ता देशों में भी शुमार है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि चीनी नेतृत्व इन रसायनों की आपूर्ति को कम करने और इनकी उपलब्धता को बनाने वाले अपराधियों पर मुकदमा चलाने के लिए कड़ी कार्रवाई कर सकता है और उसको ऐसा करना भी चाहिए.
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