हरिद्वार: मनसा देवी हादसे में मरने वाले लोगों के परिजनों और घायलों के लिए अखाड़ा परिषद और के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने भी मुआवजे की घोषणा की गई है. मनसा देवी ट्रस्ट की तरफ से मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये और घायलों को एक लाख रुपया दिया जाएगा. इसके अलावा उत्तराखंड ने भी मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों का 50-50 हजार देने की घोषणा कर रखी है.
बता दें कि इस हादसे में 6 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें से चार लोग यूपी के है. ऐसे में यूपी सरकार की तरफ से अपने राज्यों के मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 रुपए देनी के घोषणा की है. इस तरह उत्तराखंड के श्रद्धालुओं की जिनकी इस हादसे में मौत हुई है, उनके परिजनों को मनसा देवी ट्रस्ट और उत्तराखंड सरकार की तरफ से कुल सात लाख रुपए मिलेगा. वहीं घायलों को 1.50 लाख रुपए.
मृतकों के परिजनों को पांच लाख का मुआवजा (ETV Bharat)
इसके अलावा यूपी के जिन श्रद्धालुओं की मौत हुई है, उनके परिजनों को उत्तराखंड, यूपी और मनसा देवी ट्रस्ट की तरफ से कुल 9 लाख दिए जाएगे. वहीं घायलों को दो लाख रुपए मिलेगे. वहीं ज्यादा जानकारी देते हुए रवींद्र पुरी ने बताया कि घटना के बाद दोबारा से मनसा देवी मंदिर को खोल दिया गया था. अब श्रद्धालु बिना किसी बाधा के मनसा देवी के दर्शन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि लगातार व्यवस्थाओं को सुधारा जा रहा है. हरिद्वार एसएसपी और डीएम से इस विषय में वार्तालाप भी हो गई है, जो भी तथ्य जांच में सामने आएंगे उन पर कार्य किया जाएगा. इसके साथ ही जहां पर सुधार की जरूरत पड़ेगी, वहां पर बदलाव भी किया जाएगा.
साथ ही रवींद्र पुरी ने स्पष्ट किया है कि ये हादसा मंदिर परिसर में नहीं, बल्कि मार्ग पर हुआ है. फिर भी उनसे जो कुछ भी बन सकेगा, वो करेंगे. बता दें कि रविवार को वीकेंड के कारण हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भारी भीड़ थी. बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए मनसा देवी मंदिर पहुंचे थे. तभी मंदिर जाने वाले पैदल मार्ग पर यानी सीढ़ियों पर भीड़ बढ़ने के कारण अचानक से भगदड़ मच गई, जिसके बाद एक व्यक्ति दूसरे पर गिरता हुआ चला गया. इसी हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई. वहीं 29 लोग घायल हो गए.
घायलों को हरिद्वार के जिला हॉस्पिटल के अलावा ऋषिकेश एम्स में भी भर्ती कराया गया है. घटना के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार और ऋषिकेश एम्स पहुंचकर घायलों को हाल जाना. साथ ही शासन-प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए.
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