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ऑपरेशन सिंदूर पर अगले हफ्ते संसद में बहस, पीएम मोदी के मौजूद रहने की संभावना


नई दिल्ली: 21 जुलाई को शुरू हुए मानसून सत्र के दौरान सरकार और विपक्ष के बीच तीखी तनातनी चल रही है. इस बीच खबर मिली है कि सरकार अगले मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर को लेकर संसद में बहस के लिए तैयार है. ऑपरेशन सिंदू के तहत भारतीय सैन्य ने पाकिस्तान पर कार्रवाई थी. इस दौरान भारतीय सेना ने पड़ोसी देश में घुसकर आतंकी ढांचे को ध्वस्त कर दिया था.

टीवी रिपोर्टों में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 29 जुलाई को राज्यसभा में होने वाली इस लंबी बहस में शामिल रहेंगे. बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (BAC) के दौरान ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तार से चर्चा के लिए दोनों सदनों को क्रमशः 16 और 9 घंटे का समय आवंटित किया जा चुका है.

पीएम मोदी की मौजूदगी में चर्चा की मांग
कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर, ट्रंप के युद्धविराम के दावों और बिहार में SIR अभियान सहित कई मुद्दों पर बहस की मांग कर रहा है. कई विपक्षी दलों ने इन मुद्दों पर संसद में कई बार स्थगन प्रस्ताव भी दिए और प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में तत्काल चर्चा कराने की मांग की.

सभी मुद्दों पर बहस के लिए तैयार केंद्र
विपक्ष पहलगाम में सुरक्षा चूक, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सैन्य विमानों को मार गिराए जाने और भारत-पाक संबंधों में अमेरिकी राष्ट्रपति के कथित हस्तक्षेप जैसे मुद्दों को उठाकर केंद्र को असहज करने की उम्मीद कर रहा है. केंद्र ने कहा है कि वह सभी मुद्दों पर बहस के लिए तैयार है.

प्रधानमंत्री मोदी ने संसद के मानसून सत्र को राष्ट्र के लिए ‘विजय उत्सव’ कहकर पहले ही इसकी रूपरेखा तय कर दी थी, जो ऑपरेशन सिंदूर का स्पष्ट संदर्भ था और यह भारतीय सेना की ताकत और सटीकता का एक ज्वलंत प्रमाण था.

मानसून सत्र के पहले तीन नारेबाजी
मानसून सत्र के पहले तीन दिन विपक्षी सदस्यों द्वारा बार-बार अराजकता, व्यवधान और नारेबाजी से चिह्नित रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप कार्यवाही नहीं हो पाई. 29 जुलाई को ऑपरेशन सिंदूर पर आगामी मैराथन बहस उच्च सदन में गहन और जोरदार बहस देखने को मिलेगी, जिसमें विपक्ष सरकार की विफलताओं को उजागर करने के लिए तथ्यों और आंकड़ों के साथ खुद को लैस करेगा.

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