हैदराबाद: नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच चल रहे टैरिफ विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप की ‘दोस्ती’ वाली टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति की भावनाओं का पूरी तरह से सम्मान करते हैं. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा कि भारत और अमेरिका के बीच एक बहुत ही सकारात्मक और दूरदर्शी व्यापक और वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है.
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए लिखा कि वह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा दोस्त रहेंगे. उन्होंने कहा कि चिंता करने की कोई बात नहीं है.’ एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि मैं हमेशा भारत के साथ रिश्ते कायम रखने को तैयार रहूंगा. मैं हमेशा से पीएम मोदी का दोस्त हूं और आगे भी रहूंगा. वह एक महान प्रधानमंत्री हैं. लेकिन वह जो कर रहे हैं, वे ठीक नहीं है. बता दें कि 2016 के चुनावों में ट्रंप की जीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी बधाई देने वाले पहले नेता थे.
26 जून 2017 को ट्रंप मोदी की मुलाकात
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी का व्हाइट हाउस में पहली आमने-सामने की मुलाकात के लिए स्वागत किया. हालांकि, ट्रंप ने व्यापार, जलवायु परिवर्तन और एच-1बी वीजा पर भारत के साथ असहमति जताई थी, लेकिन नेताओं के शिखर सम्मेलन के दौरान इन मुद्दों को दरकिनार कर दिया गया और उनके संयुक्त बयान में रक्षा साझेदारी को मजबूत करने, आतंकवाद विरोधी प्रयासों में सहयोग करने और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया.
फरवरी 2018: राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव के राजनीतिक माहौल के साथ-साथ अफगानिस्तान और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर अपनी चिंताएं व्यक्त कीं. इस बातचीत में आतंकवाद और क्षेत्र में शांति की तलाश से जुड़ी आशंकाओं पर प्रकाश डाला गया.
पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप (ANI)
20 अगस्त 2019: कश्मीर में तनाव के बीच मोदी के साथ बातचीत के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने संयम की आवश्यकता पर जोर दिया और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के महत्व पर प्रकाश डाला. मोदी ने जवाब में कहा कि क्षेत्र में आतंकवाद और आतंकवाद-रोधी मुद्दों का समाधान अत्यंत महत्वपूर्ण है.
सियोल और बियारिट्ज़ में जी-7 शिखर सम्मेलन: इस दौरान पीएम मोदी और ट्रंप के बीच एक खास पल आया. दरअसल, जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय बैठक के दौरान ट्रंप ने मोदी के साथ मजाक किया. बैठक के दौरान ट्रंप ने मजाक में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की अंग्रेज़ी बहुत अच्छी है, लेकिन उन्हें उस भाषा में बात करना पसंद नहीं है. (प्रधानमंत्री मोदी मीडिया से हिंदी में बात कर रहे थे). इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मजाकिया अंदाज में ट्रंप के हाथ पर थपकी दी.
02 सितंबर 2019 में हाउडी मोदी: हाउडी मोदी कार्यक्रम के दौरान दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत संबंध, प्रवासी भारतीयों की भूमिकाऔर रक्षा सहयोग पर चर्चा हुई. इस दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने मोदी की रैली में भाग लिया और अमेरिका और भारत के बीच संबंधों के महत्व के साथ-साथ उनके साझा रणनीतिक हितों पर प्रकाश डाला.

पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप (ANI)
24.02.2020: फरवरी 2020 में अहमदाबाद में आयोजित नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप का हार्दिक स्वागत किया, जिसके बाद रक्षा समझौतों पर भी हस्ताक्षर हुए. इन समझौतों में दोनों देशों के बीच हथियारों की बिक्री के अलावा, सहयोगात्मक ऊर्जा पहल भी शामिल थीं.
ट्रंप का भाषण: राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत के विशाल मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम में एक लाख से ज़्यादा लोगों की उत्साही भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका भारत से प्रेम करता है, अमेरिका भारत का सम्मान करता है, और अमेरिका हमेशा भारतीय लोगों का वफादार और निष्ठावान मित्र रहेगा.
अप्रैल 2020 में ट्रंप मोदी की बातचीत: अमेरिका ने भारत से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात का अनुरोध किया. प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई बातचीत में उन्होंने COVID-19 महामारी से निपटने में सहयोग के संभावित विकल्पों पर चर्चा की. यह बातचीत महत्वपूर्ण थी, क्योंकि इसमें स्वास्थ्य और संकट प्रबंधन में सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला गया.

पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप (ANI)
जून 2020 में (वर्चुअल) मीटिंग: दोनों नेताओं के बीच जून 2020 में वर्चुअल मीटिंग हुई, जिसमें उन्होंने भारत के साथ चल रहे सीमा विवाद के बीच लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास चीनी गतिविधियों पर चर्चा की. ट्रंप ने विस्तारित G7 शिखर सम्मेलन में भारत को आमंत्रित करने का प्रस्ताव रखा और अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थानों, विशेष रूप से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से संबंधित में सुधारों की आवश्यकता पर बल दिया.
विभिन्न इंटरव्यू में ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी का किया जिक्र
2024 के राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान विभिन्न इंटरव्यू में ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में कई विचार व्यक्त किए. इनमें कहा गया, “हम एक बहुत मजबूत रिश्ता साझा करते हैं. वह एक असाधारण दयालु व्यक्ति हैं, लेकिन ऐसे कई उदाहरण हैं जहां भारत को खतरे पैदा हुए थ.। मैंने अपनी सहायता की पेशकश की. (ट्रंप ने पीएम मोदी की नकल करते हुए) ‘मैं इसका ध्यान रखूंगा, मैं जो भी आवश्यक होगा वह करूंगा…’ आप शायद अनुमान लगा सकते हैं कि मैं किस देश का उल्लेख कर रहा हूं. मैं वहां जो हुआ उससे हैरान था.”
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव: 06 नवंबर 2024 को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर मोदी की प्रतिक्रिया देते हुए कहा, मेरे मित्र डोनाल्ड ट्रंप को ऐतिहासिक चुनावी जीत पर हार्दिक बधाई. जैसे-जैसे आप अपने पिछले कार्यकाल की सफलताओं को आगे बढ़ा रहे हैं, मैं भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को और मज़बूत करने के लिए हमारे सहयोग को रेन्यु करने के लिए उत्सुक हूं. आइए, हम सब मिलकर अपने लोगों की बेहतरी के लिए और वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए काम करें.

पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप (ANI)
06 नवंबर 2024: ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से टेलीफोन पर बातचीत में कहा, “पूरी दुनिया प्रधानमंत्री मोदी से प्यार करती है. भारत एक शानदार देश है. प्रधानमंत्री मोदी एक शानदार इंसान हैं. “प्रधानमंत्री मोदी और भारत एक सच्चे दोस्त हैं.”
12 फरवरी, 2025: प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “हमें आपकी बहुत याद आई.” वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें गले लगाया और कहा, “आपको फिर से देखकर बहुत अच्छा लगा.” राष्ट्रपति ट्रंप के दोबारा चुने जाने के बाद यह प्रधानमंत्री मोदी की उनसे पहली मुलाक़ात थी और उन्होंने अपनी दोस्ती वहीं से शुरू की जहां उन्होंने छोड़ी थी
भारत पर ट्रंप का टैरिफ युद्ध
31 जुलाई 2025: ट्रंप द्वारा 2 अप्रैल को ‘लिब्रेशन डे’ पर लगाए गए व्यापक टैरिफ पर नब्बे दिनों के विराम के बाद 31 जुलाई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय आयातों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की. इसका उद्देश्य नई दिल्ली को अमेरिकी वस्तुओं के व्यापार में अपनी बाधाओं को कम करने के लिए मजबूर करना था.
07 अगस्त 2025: मोदी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत कभी समझौता नहीं करेगा और देश इसकी भारी कीमत चुकाने के लिए तैयार है.”
27 आगस्त 2025: ट्रंप प्रशासन ने बाद में 27 अगस्त को टैरिफ को दोगुना करके 50 प्रतिशत कर दिया, ताकि भारत को रूसी तेल की निरंतर खरीद के लिए दंडित किया जा सके.

पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप (ANI)
भारत-पाकिस्तान युद्ध की मध्यस्थता का ढोल पीट रहे ट्रंप
ट्रंप ने कई बार दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच आसन्न संघर्ष को यह कहकर रोका है कि वह दोनों देशों के साथ व्यापक व्यापार करेंगे, लेकिन भारत ने बार-बार ट्रंप के इस दावे को खारिज किया है कि दोनों देशों को युद्ध से रोका जा सकता है.
30 जुलाई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि किसी भी विश्व नेता ने भारत से ऑपरेशन सिंदूर रोकने के लिए नहीं कहा था.पीएम मोदी की यह टिप्पणी विपक्ष द्वारा अमेरिकी दबाव में पाकिस्तान के साथ युद्धविराम पर सहमति जताए जाने के आरोपों के बीच आई है.
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