अमृतसर: सिखों के पवित्र धार्मिक स्थल श्री दरबार साहिब (स्वर्ण मंदिर) को तीन दिनों में बम से उड़ाने संबंधी पांच ईमेल मिले हैं. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने इस पर चिंता जताई है. अमृतसर पुलिस मामले की जांच कर रही है. भारतीय सेना ने मंगलवार को बम की धमकी मिलने के बाद तलाशी अभियान शुरू कर दिया है.
बुधवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री दरबार साहिब को लेकर मिल रहे धमकी भरे ईमेल पर गंभीर चिंता जताई. धामी ने कहा कि “अब तक पांच ईमेल प्राप्त हुए हैं, जिनमें से तीन ईमेल आज ही प्राप्त हुए हैं. ये ईमेल न केवल शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को भेजे गए हैं, बल्कि अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला को भी भेजे गए हैं.”
धामी ने कहा कि पांचवें ईमेल में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का भी जिक्र है. उन्होंने कहा कि ये हरकतें श्री दरबार साहिब आने वाले श्रद्धालुओं को डराने और उनकी संख्या कम करने की साजिश हो सकती हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार को इस बात की पूरी जांच करानी चाहिए कि ये ईमेल किस सर्वर और आईपी एड्रेस से भेजे गए. सरकार के पास सभी तंत्र मौजूद हैं, अगर सरकार चाहे तो बहुत जल्द इसका खुलासा कर सकती है और आरोपियों को भी ढूंढ सकती है.
धामी ने कहा कि “इतिहास में भी सचखंड श्री हरमंदिर साहिब पर हमले हुए हैं, लेकिन सिख समुदाय ने हमेशा अपनी आस्था और दशमांश से इसका निर्माण किया है. पूरी मानवता की आस्था का केंद्र सचखंड श्री दरबार साहिब पर, चाहे वह मुगल काल हो या ब्रिटिश काल, समय-समय पर हमले भी हुए और नुकसान भी पहुंचाया गया. वर्ष 1984 में श्री अकाल तख्त साहिब और सचखंड श्री दरबार साहिब को बहुत नुकसान पहुंचा था. गुरु के सिखों ने अपने पवित्र दशांश से श्री दरबार साहिब या श्री अकाल तख्त साहिब की इमारतों का जीर्णोद्धार किया है.
सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए…
उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत में भी अगर ऐसी धमकियां मिलती हैं, तो यह गंभीर मामला है और सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सचखंड श्री हरमंदिर साहिब हमारी आस्था का केंद्र है – सरकार को केवल देखने की नहीं, बल्कि कार्रवाई करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सरकार अपने स्तर पर काम कर रही है, लेकिन शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने भी अपनी टास्क फोर्स बढ़ा दी है और पूरी तरह सतर्क है.
धामी ने जोर देकर कहा कि अगर कोई धार्मिक या संस्थाओं से जुड़ी धमकियों या फर्जी आईडी के जरिये काम कर रहा है, तो पुलिस और साइबर एजेंसियों को तुरंत और गंभीरता से कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हो सकता है कोई साजिश न हो, लेकिन सच्चाई सामने आनी चाहिए.
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