जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सुरक्षा बलों ने नियंत्रण रेखा पर दो आतंकवादियों को मार गिराया (प्रतीकात्मक फोटो) (ANI)
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के माछिल सेक्टर और दुदनियाल के पास नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया. नियंत्रण रेखा पर कुछ संदिग्ध हलचल सोमवार शाम को ही देखी गई थी. फिलहाल इलाके में सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन जारी है.
सेना की ओर से जारी बयान के अनुसार सोमवार शाम को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर कुछ संदिग्ध हलचल देखी गई. भारतीय सेना के जवानों ने इसे गंभीरता से लेते हुए एक्शन लिया. इस बीच शाम करीब 7 बजे उस पर गोलीबारी की. इस गोलीबारी के दौरान दो आतंकी मारे गए. आशंका है कि सीमा पार से आतंकी घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे.
#UPDATE | Jammu and Kashmir: Two terrorists have been killed along the Line of Control (LoC) near Machil and Dudniyal in Jammu and Kashmir’s Kupwara. Search operations on: Indian Army https://t.co/H2vid19VRc
— ANI (@ANI) October 14, 2025
जम्मू-कश्मीर में पहलगाम आतंकी हमले के बाद से सुरक्षा बल सतर्क हैं. हर किसी संदिग्ध की सघन जांच की जा रही है. आतंकवाद संभावित क्षेत्रों में चौकसी बढ़ा दी गई है. सुरक्षा बल सीमा पार से भारत में आतंक फैलाने की हर एक कोशिश को नाकाम करने में जुटे हैं. पहले के मुकाबले अब घाटी में हालात बदल गए हैं. पिछले कुछ दिनों में जमीनी स्तर पर आतंकियों के मददगार सामने आए. ग्रासरूट लेबल पर आतंकियों के मददगारों की पहचान कर उसके खिलाफ कार्रवाई की गई. पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकियों को चुन-चुन कर मार गिराया गया. आतंकवाद को फंडिंग करने वाले संगठनों की नींव तोड़ दी गई.
बता दें कि श्रीनगर पुलिस ने सोमवार प्रतिबंधित संगठनों जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से जुड़े व्यक्तियों के ठिकानों पर समन्वित तलाशी अभियान चलाया. पुलिस ने कहा कि यह कार्रवाई घाटी में आतंक और अलगाववादी तंत्र को ध्वस्त करने के व्यापक प्रयास के रूप में किया गया. इसके तहत इसके समर्थक नेटवर्क और समर्थकों को निशाना बनाया गया.
पुलिस प्रवक्ता का कहना है कि इन कार्रवाइयां का उद्देश्य घाटी में आतंकवाद और अलगाववादी पारिस्थितिकी तंत्र को ध्वस्त करना है. इसके समर्थन ढांचे और नेटवर्क को निशाना बनाना है.

