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पाकिस्तान के 5 F-16 लड़ाकू विमान किए थे ध्वस्त, वायुसेना प्रमुख का बड़ा बयान


नई दिल्ली : ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के एयरबेस के तीन हैंगर पर भी अटैक किया था, जिसमें उसके 4-5 लड़ाकू विमान ध्वस्त हो गए. इसमें F-16 शामिल है क्योंकि वो हैंगर F-16 का था. इसके अलावा कुछ सर्विलांस विमान भी थे.

उक्त बातें भारतीय वायुसेना की 93वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के बाद एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने कहा, ‘सुदर्शन चक्र को लेकर तीनों सेनाओं ने एयर डिफेंस सिस्टम पर काम शुरू कर दिया है.’ एयर चीफ मार्शल ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ चला ऑपरेशन सिंदूर तीनों सेनाओं के तालमेल का प्रतिबिंब था. जिसे दुनिया ने देखा है.

एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने कहा, “…जहां तक ​​पाकिस्तान के नुकसान का सवाल है हमने बड़ी संख्या में उनके हवाई अड्डों पर हमला किया है और हमने बड़ी संख्या में प्रतिष्ठानों पर हमला किया है.इन हमलों के कारण, कम से कम चार स्थानों पर रडार, दो स्थानों पर कमांड और नियंत्रण केंद्र, दो स्थानों पर रनवे क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इसके अलावा तीन अलग-अलग स्टेशनों में उनके तीन हैंगर क्षतिग्रस्त हो गए.”

एयर चीफ मार्शल ने कहा कि भारत ने स्पष्ट उद्देश्य के साथ ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था और उद्देश्य पूरा होने के साथ ही इसे समाप्त कर दिया गया और इससे पूरी दुनिया को इससे सबक लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि वायु सेना ने अपनी लड़ाकू क्षमताओं को बढ़ाने के लिए ‘रोडमैप 2047’ तैयार किया है.

ऑपरेशन सिंदूर के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह तीनों सेनाओं के तालमेल का प्रतिबिंब है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को हुए नुकसान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हवा में हमारे पास लंबी दूरी वाले एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (अवाक्स) और चार से पांच लड़ाकू विमानों के सबूत हैं.

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने सात मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था जिसमें पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाकों में आतंकी ढांचों को निशाना बनाया गया.

इन हमलों के बाद चार दिनों तक भीषण सैन्य संघर्ष हुआ जो 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनने के बाद समाप्त हुआ. एक सवाल के जवाब में वायुसेना प्रमुख ने कहा कि तीनों सेनाओं ने हवाई रक्षा प्रणाली ‘सुदर्शन चक्र’ पर काम करना शुरू कर दिया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को भारत के अहम सैन्य और नागरिक प्रतिष्ठानों की रक्षा करने और किसी भी खतरे का निर्णायक जवाब देने के लिए एक स्वदेशी हवाई रक्षा प्रणाली विकसित करने की परियोजना की घोषणा की थी. यह पूछे जाने पर, कि क्या भारतीय वायुसेना और अधिक एस-400 हवाई रक्षा मिसाइलें खरीदने पर विचार कर रही है, एयर चीफ मार्शल ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया लेकिन कहा कि यह प्रणाली अच्छी साबित हुई.

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