चंपावत: जिले के टनकपुर में एक दुखद हादसा सामने आया है. टनकपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज में निर्माणाधीन गर्ल्स हॉस्टल के सेप्टिक टैंक में घुसे साइट इंजीनियर और कारपेंटर की जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई. दोनों लोग रविवार को सेप्टिक टैंक की शटरिंग तोड़ने के बाद दूसरे चेंबर में घुसे थे, जहां पर दोनों मूर्छित हो गए. पुलिस को मिली सूचना के उपरांत दोनों को एसडीआरएफ व पुलिस टीम ने सेफ्टी टैंक से निकालकर संयुक्त चिकित्सालय टनकपुर पहुंचाया. वहां जांच उपरांत उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. साइट इंजीनियर अल्मोड़ा जिले और कारपेंटर यूपी के निवासी थे.
टनकपुर में गर्ल्स हॉस्टल के सेप्टिक टैंक में इंजीनियर और कारपेंटर की मौत: चंपावत जिले के टनकपुर स्थित डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माणाधीन गर्ल्स हॉस्टल के सेप्टिक टैंक की शटरिंग खोलकर उसमें घुसे साइट इंजीनियर एवं कारपेंटर की दुखद मौत हो गई. दोनों टैंक की जहरीली गैस की चपेट में आकर टैंक में मूर्छित हो गए थे. उन्हें पुलिस को मिली सूचना के उपरांत टनकपुर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने टैंक से रेस्क्यू कर टनकपुर के उप जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया. अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद निर्माणाधीन संस्था के कार्मिकों में हड़कंप मच गया.
सेप्टिक टैंक में उतरे थे दोनों: प्राप्त जानकारी के अनुसार टनकपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज में गर्ल्स हॉस्टल के निर्माण का कार्य रामपुर की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है. रविवार को कंपनी के साइट इंजीनियर शिवराज चौहान और कारपेंटर हसन सेफ्टिक टैंक की शटरिंग खोलने के उपरांत दूसरे टैंक में उतरे थे. वहां पर साइट इंजीनियर शिवराज चौहान उम्र 28 वर्ष और कारपेंटर हसन सेफ्टिक टैंक में जहरीली गैस की चपेट में आने से बेहोश हो गए.
सेप्टिक टैंक के अंदर ही बेहोश हो गए थे: बहुत देर तक उनके बाहर ना निकलने पर साथी कर्मियों ने टैंक में देखा, तो दोनों वहां पर मूर्छित अवस्था में पड़े थे. ये देखकर साथी कर्मचारियों के होश उड़ गए और उन्होंने तुरंत इसकी सूचना टनकपुर कोतवाली पुलिस को दी. कोतवाल चेतन रावत के नेतृत्व में पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने दोनों को टैंक से निकाल कर टनकपुर के उप जिला चिकित्सालय में पहुंचाया. चिकित्सक मानवेंद्र शुक्ला ने जांच उपरांत दोनों को मृत घोषित कर दिया. वहीं पुलिस द्वारा उक्त दुखद घटना की जानकारी दोनों के परिजनों को दे दी गई है. साथ ही शवों को अस्पताल की मोर्चरी में रखवा पीएम की कार्रवाई की गई.
5 महीने बाद खोले गए थे सेप्टिक टैंक: उक्त मामले में साथी कर्मचारियों से मिली जानकारी के अनुसार इंजीनियरिंग कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल के तीन सेप्टिक टैंकों को बारिश की वजह से बीते पांच माह से नहीं खोला जा सका था. रविवार को सेफ्टिक टैंक की शटरिंग को खोला गया. उसी दौरान सेप्टिक टैंक में दोनों के घुसने की वजह से यह दुखद हादसा सामने आया.
पुलिस ने क्या कहा: पुलिस क्षेत्राधिकारी टनकपुर वंदना वर्मा के अनुसार-
टनकपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माणधीन गर्ल्स हॉस्टल सेफ्टिक टैंक में अग्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी रामपुर के साइट इंजीनियर शिवराज चौहान उम्र 28 वर्ष निवासी मूल निवासी ग्राम चगेटी तहसील भनोली जिला अल्मोड़ा हाल निवासी घसियारा मंडी टनकपुर और कारपेंटर हसन नौगंवा बिसलपुर जिला पीलीभीत उत्तर प्रदेश के उतरने के उपरांत उनकी मृत्यु हो गई है. दोनों के परिजनों को सूचित कर दिया है. दोनों के परिजन रविवार शाम तक टनकपुर उप जिला चिकित्सालय पहुंच गए थे.
-वंदना वर्मा, पुलिस क्षेत्राधिकारी, टनकपुर-
दोनों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल: वहीं इस दुखद घटना के बाद मृतकों के परिजन शोक में डूबे हुए हैं. साइट इंजीनियर शिवराज चौहान तीन बहनों के इकलौते भाई थे. वो अविवाहित थे. कारपेंटर हसन भी तीन भाइयों में सबसे छोटे थे. उनका विवाह नहीं हुआ था. दोनों के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है.
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