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विधानसभा के भीतर सदन में डटे हैं विपक्षी विधायक, बोले- हम चर्चा के लिए तैयार, जवाबदेह हो सरकार


गैरसैंण: उत्तराखंड विधानसभा सत्र के पहले दिन की कार्यवाही हंगामेदार रही. विपक्ष के हंगामे के बीच ही सरकार की ओर से अनुपूरक बजट पेश किया गया तो वही विधेयक भी पेश किए गए, लेकिन सत्र की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक स्थगित होने के बाद भी कांग्रेस के विधायक सदन में ही मौजूद हैं.

कांग्रेस के विधायकों का कहना है कि सदन में उनकी बात सुनी नहीं जा रही है. इसलिए वो सदन से उठने वाले नहीं है और रात भी सदन में ही बिताएंगे. वहीं, सदन के बाहर से उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी और कांग्रेस विधायक लखपत बुटोला से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.

विधायक भुवन कापड़ी और विधायक लखपत बुटोला से खास बातचीत (वीडियो- ETV Bharat)

सदन के भीतर जमे विपक्षी विधायक: कांग्रेस के विधायक सदन अभी भी डटे हुए हैं. काफी मशक्कत व मान मनौव्वल के बाद विपक्ष और सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष की वार्ता चली, लेकिन कांग्रेस से स्पीकर और संसदीय कार्य मंत्री की वार्ता विफल रही.

लंबी वार्ता के बाद भी कोई हल नहीं निकला. इसके बाद कांग्रेसी विधायक वापस सदन के भीतर चल गए हैं. कांग्रेस के सभी विधायक सदन में मौजूद हैं, जो अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. बताया जा रहा है कि देर रात तक विपक्ष के दबाव में कोई बड़ा फैसला भी लिया जा सकता है.

इन मांगों को लेकर अड़ा विपक्ष-

  1. नैनीताल डीएम का ट्रांसफर
  2. एसएसपी का सस्पेंशन
  3. फर्जी मुकदमे वापस करने की मांग

नैनीताल की घटना पर जवाबदेह हो सरकार: वहीं, ईटीवी भारत से उपनेता प्रतिपक्ष एवं खटीमा विधायक भुवन कापड़ी और बदरीनाथ विधायक लखपत बुटोला ने खास बातचीत की. उन्होंने यही बात दोहराई कि चर्चा के लिए विपक्ष सहयोग के लिए तैयार है, लेकिन देवभूमि की छवि कुछ दिनों में नैनीताल की घटना से बदनामी हुई. इस पर सरकार चर्चा करें और अपनी जवाबदेही तय करें. सरकार का कहना है कि विपक्ष चर्चा नहीं चाहता है, लेकिन कांग्रेस चर्चा चाहती है.

ऐसी रही दिनभर की कार्यवाही: उत्तराखंड विधानसभा का आज का सत्र सुबह 11 बजे विधानसभा भवन भराड़ीसैंण में शुरू हुआ. सत्र के शुरुआत में सदन ने पूर्व विधायक मुन्नी देवी शाह के निधन पर शोक जताते हुए दो मिनट का मौन रखा गया. इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई, लेकिन शुरुआत से ही हंगामा होने लगा.

पूरे दिन की कार्यवाही में कुल 1 घंटा 45 मिनट सदन की कार्यवाही संपन्न हुई. जबकि, करीब 1 घंटा 30 मिनट का व्यवधान विपक्ष के हंगामे के कारण रहा. विपक्ष की ओर से सचिव विधानसभा की टेबल, माइक और नेवा के टेबलेट को तोड़ा गया.

विपक्ष के इस हरकत से सदन के पहली पंक्ति में बैठने वाले कई सदस्यों के माइक के तार टूट गए. जिसमें नेता सदन, संसदीय कार्य मंत्री आदि रहे. नारेबाजी के चलते आज प्रश्नकाल आयोजित नहीं हो सका. आज के सत्र में 8 विधेयक सदन के पटल पर पेश किए गए.

इसके अलावा शाम 4 बजे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्ष 2025-26 की अनुपूरक मांगें सदन के पटल पर रखी. अनुपूरक मांगों के प्रस्तुतीकरण के साथ ही सदन की कार्यवाही को कल यानी 20 अगस्त 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.

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