वॉशिंगटन: अमेरिका ने शनिवार रात को ईरान की तीन परमाणु सुविधाओं पर स्टील्थ बी-2 बमवर्षक से बमबारी की. अमेरिका ने इसे ऑपरेशन मिडनाइट हैमर नाम दिया था, जिसमें 125 से ज्यादा विमान लगाए गए थे. पूरा ऑपरेशन 25 मिनट में पूरा किया गया और ईरान की वायु रक्षा प्रणाली इन हमलों को रोकने में पूरी तरह विफल रही.
अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन जनरल डैन केन ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले में सात स्टील्थ बी-2 बमवर्षक शामिल थे. उन्होंने कहा कि बी-2 बॉम्बर ने ईरान की दो परमाणु सुविधाओं, फोर्डो और नतांज पर एक दर्जन से अधिक 30,000 पाउंड (लगभग 13,608 किलोग्राम) के मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर बम गिराए और इस्फहान न्यूक्लियर साइट पर टॉमहॉक मिसाइलें दागी गईं.”
केन ने बताया कि बमवर्षकों ने शाम 6.40 बजे (ईटी) से फोर्डो, नतांज और इस्फहान न्यूक्लियर साइटों पर हमला किया और शाम 7.05 बजे (ईटी) तक ईरानी हवाई क्षेत्र से बाहर निकल गए. केन ने बताया कि बमवर्षकों ने मिसौरी के एयर बेस से उड़ान भरी और यह 11 सितंबर, 2001 के हमलों के बाद सबसे लंबा बी-2 मिशन था.
VIDEO | Virginia: Briefing the media on America’s strikes on Iranian nuclear facilities, Joint Chiefs of Staff chairperson General Dan Caine says, ” at midnight friday into saturday morning, a large b-2 strike package comprised of bombers launched from the continental united… pic.twitter.com/eKFUIsyYw0
— Press Trust of India (@PTI_News) June 22, 2025
जनरल डैन केन ने बताया कि ईरान पर हमलों में 14 बंकर-बस्टर बम, दो दर्जन से अधिक टॉमहॉक मिसाइलें और 125 से ज्यादा सैन्य विमान शामिल थे. केन ने कहा कि मुख्य हमले में सात बी-2 स्पिरिट बमवर्षक शामिल थे, जिनमें से प्रत्येक में दो चालक दल के सदस्य थे, जो 18 घंटे की उड़ान के दौरान न्यूनतम संचार के साथ चुपचाप पूर्व की ओर बढ़े.”
इजराइल और ईरान के बीच नौ दिनों के संघर्ष के बाद शनिवार को अमेरिका भी इस जंग में शामिल हो गया. हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वह अगले दो सप्ताह के भीतर तय करेंगे कि अमेरिका ईरान पर हमलों में इजराइल का साथ देगा या नहीं. लेकिन, दो दिन बाद उन्होंने व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम से मिशन की निगरानी करते हुए ईरान के न्यूक्लियर साइटों पर हमलों का आदेश दिया.
लक्ष्य की ओर कैसे आगे बढ़े बी-2 बमवर्षक
अमेरिकी सैन्य अधिकारी केन ने बताया कि बी-2 बमवर्षक अपने लक्ष्य की ओर कैसे बढ़े. उन्होंने कहा, “शुक्रवार आधी रात से शनिवार सुबह तक अमेरिका से बमवर्षकों के साथ एक बड़ा बी-2 हमला पैकेज लॉन्च किया गया. गोपनीयता बनाए रखने की योजना के हिस्से के रूप में, धोखा देने के उद्देश्य से पैकेज का एक हिस्सा पश्चिम की ओर और दूसरा प्रशांत महासागर की ओर आगे बढ़ा, जिसके बारे में वाशिंगटन और टाम्पा में बहुत कम योजनाकारों और प्रमुख नेताओं को ही पता था.”
केन ने कहा कि शाम 5 बजे (ET) के आसपास एक अमेरिकी पनडुब्बी ने ईरान के इस्फहान परमाणु स्थल पर मुख्य सतही अवसंरचना लक्ष्यों के विरुद्ध दो दर्जन से अधिक टॉमहॉक लैंड अटैक क्रूज मिसाइलें दागीं. प्रमुख B-2 बमवर्षक ने शाम 6.40 बजे (ET) पर फोर्डो परमाणु स्थल पर दो विशाल बंकर-बस्टर बम दागे, और अन्य बमवर्षकों ने फिर अपने लक्ष्यों को निशाना बनाया. केन ने कहा कि अन्य लक्ष्यों को शाम 6.40 बजे से शाम 7.05 बजे (ET) के बीच निशाना बनाया गया. इसके बाद अमेरिकी सेना ने वापसी शुरू कर दी.
उन्होंने कहा कि ईरान ने अमेरिकी विमानों पर अंदर या बाहर जाते समय कोई हमला नहीं किया. उन्होंने कहा, “ऐसा लगता है कि ईरान की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली ने विमानों को भांप नहीं पाया.”
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