देहरादून । ‘पाञ्चजन्य’ ने बार-बार यह लिखा है कि उत्तराखंड में यदि कड़ाई से सत्यापन किया जाए, तो बड़ी संख्या में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठिए पकड़े जा सकते हैं। अब पुलिस द्वारा शुरू किए गए सत्यापन अभियान में यह खबरें सत्य सिद्ध होती दिखाई दे रही हैं।
ऑपरेशन कालनेमि : ढोंगी साधुओं की पहचान शुरू
धामी सरकार द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन कालनेमि के तहत उत्तराखंड में अब तक करीब 400 ढोंगी साधु, ओझा और झाड़-फूंक करने वाले लोग चिन्हित किए गए हैं।
देहरादून में 25 कालनेमि गिरफ्तार
देहरादून जिले में 25 ढोंगी गिरफ्तार किए गए हैं, जोकि साधुओं के वेश में आमजन को धोखा दे रहे थे। इनमें बांग्लादेश के टंगाईल जिले का रहने वाला रूकन रकम उर्फ शाह आलम भी शामिल है, जो करीब 10 साल पहले भारत में घुसपैठ करके आया था और फिर बाबा बनकर रहने लगा।
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हरिद्वार में भी पकड़ा गया छद्म वेशधारी
एक अन्य मामला हरिद्वार के पिरान कलियर से जुड़ा है, जहां का रहने वाला सलीम नामक व्यक्ति साधु वेश में लूटपाट करता था। उत्तराखंड पुलिस ने दोनों संदिग्धों से गहन पूछताछ की है और विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
बॉर्डर से डिपोर्ट किए जाएंगे घुसपैठिए
देहरादून एसएसपी अजेय सिंह के अनुसार, पूर्व में भी एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार कर बॉर्डर पर सुरक्षा एजेंसियों के हवाले किया गया था। रूकन रकम को भी उसी प्रक्रिया के तहत बॉर्डर पर छोड़ा जाएगा।
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साधु-संतों की आड़ में घुसपैठ और सामाजिक जहर
प्राप्त जानकारी के अनुसार, साधुओं की संगत और धार्मिक स्थलों में ऐसे ढोंगी और लुटेरे घुसपैठ कर रहे हैं, जो संतों के भेष में रहकर धार्मिक आस्था रखने वाले लोगों के मस्तिष्क में धीमा जहर घोलते हैं और समाज को अंदर से खोखला करते हैं।
सीएम पुष्कर सिंह धामी का बयान
“हम इन ढोंगियों का पर्दाफाश कर रहे हैं क्योंकि ये हमारे संत समाज के लिए भी खतरा पैदा कर रहे हैं”
: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी