नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवारों के लिए नामांकन वापस की समयसीमा सोमवार को समाप्त हो गई है. दोनों उम्मीदवारों में से किसी ने भी नामांकन वापस नहीं लिया. अब सत्तारूढ़ एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी के बीच 9 सितंबर को सीधा मुकाबला होगा.
भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए दौड़ में इस बार दोनों उम्मीदवार दक्षिण भारत से हैं- राधाकृष्णन तमिलनाडु से और सुदर्शन रेड्डी तेलंगाना से. विपक्ष ने उपराष्ट्रपति चुनाव को वैचारिक लड़ाई बताया है. हालांकि, आंकड़े सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन के पक्ष में हैं.
सोमवार को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि खत्म होने के बाद सुदर्शन रेड्डी और सीपी राधाकृष्णन अब मैदान में बचे हैं.
राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी हैं. उन्होंने एक बयान में कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 के लिए मतदान मंगलवार 9 सितंबर, 2025 को कमरा संख्या एफ-101, वसुधा, संसद भवन, नई दिल्ली में होगा. मतदान सुबह 10 बजे शुरू होगा और शाम 5 बजे समाप्त होगा.
बयान में कहा गया कि “भारत के उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में संसद के दोनों सदनों के सदस्य शामिल होते हैं. राज्यसभा के मनोनीत सदस्य भी निर्वाचक मंडल में शामिल होने के पात्र हैं और चुनाव में भाग लेने के हकदार हैं.”
राज्यसभा सचिवालय के बयान में कहा गया है कि मतदान के बाद उसी दिन शाम 6 बजे मतगणना शुरू होगी और उसके तुरंत बाद परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे.
राधाकृष्णन तमिलनाडु से भाजपा के वरिष्ठ नेता और वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं. राधाकृष्णन (67) प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान कोयंबटूर से दो बार लोकसभा के सदस्य रहे और बाद में तमिलनाडु में भाजपा की प्रदेश इकाई का नेतृत्व किया.
सुदर्शन रेड्डी (79) सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश हैं, जो जुलाई 2011 में सेवानिवृत्त हुए. उन्हें काले धन के मामलों की जांच में ढिलाई बरतने के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कई ऐतिहासिक फैसलों के लिए जाना जाता है. उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नियुक्त सलवा जुडूम को भी असंवैधानिक घोषित किया था.
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