धनतेरस 2025 (ETV Bharat)
धीरज सजवाण की रिपोर्ट
देहरादून: दीपावली से पहले धनतेरस की खरीदारी को लेकर बाजार का मिजाज बेहद उत्साह में नजर आ रहा है. खास तौर से ऑटोमोबाइल सेक्टर और ज्वेलरी मार्केट में भीड़ देखने को मिल रही है. एक तरफ जहां जीएसटी की घटी दरों के बाद ऑटोमोबाइल सेक्टर में जमकर उछाल देखने को मिला है तो वहीं तेज रफ्तार से दौड़ते सोने के दाम को भी धनतेरस पर लोग पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में धनतेरस को लेकर ऑटोमोबाइल सेक्टर और सराफा मार्केट में किस तरह से उत्साह देखने को मिल रहा है, आइये जानते हैं.
धनतेरस पर देहरादून में बिकेंगी मारुति की 1 हजार से ज्यादा गाड़ियां: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में धनतेरस के मौके पर ऑटोमोबाइल सेक्टर में किस तरह का रुझान देखने को मिल रहा है यह जानने के लिए हमने मार्केट की मोस्ट सेलिंग कंपनी मारुति सुजुकी के सीईओ गौरव अरोड़ा से बातचीत की. गौरव अरोड़ा के पास उत्तराखंड और दिल्ली दोनों रीजन हैं. उन्होंने बताया जीएसटी की दरें कम होने के बाद ऑटोमोबाइल सेक्टर में बूम देखने को मिला है. इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 22 सितंबर को जीएसटी की दरें घटने के बाद अक्टूबर माह में आए नवरात्र के पहले दिन मारुति सुजुकी ने पूरे देश में 35000 गाड़ियां एक दिन में बची थी. यह राष्ट्रीय स्तर पर एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना है.

धनतेरस 2025 (ETV Bharat)
उन्होंने बताया इसी तरह से धनतेरस के लिए भी लोगों का इसे दोगुना उत्साह देखने को मिल रहा है. उनकी उम्मीद से ज्यादा लोगों की बुकिंग इस बार धनतेरस पर गाड़ियों को लेकर आई है. धनतेरस के मौके पर भी उनके अनुमान के हिसाब से तकरीबन एक दिन में 1200 से 1500 गाड़ियों की होने वाली है.

ऑटोमोबाइल सेक्टर (ETV Bharat)
धनतेरस पर सुबह 5 बजे से गाड़ियों की डिलीवरी: उन्होंने बताया लोअर सेगमेंट में उनकी K10 गाड़ी की सबसे ज्यादा डिमांडिंग है. इसके अलावा वैगन आर, ब्रेज़्जा, नई लांच हुई विक्टोरियस, इन गाड़ियों की डिमांड इतनी बढ़ चुकी है कि अभी यहां अवेलेबल नहीं हैं. उन्होंने बताया धनतेरस के मौके पर उनके पास एक दिन में 350 से 400 गाड़ियों की डिलीवरी का टारगेट है. उन्होंने बताया धनतेरस पर उनके ऊपर इतना प्रेशर है कि वह सुबह 5:30 बजे शोरूम खोलकर गाड़ियों की डिलीवरी शुरू कर देंगे. उन्होंने बताया अब तक 22 सितंबर से लेकर देहरादून में केवल मारुति सुजुकी की तकरीबन 3000 गाड़ियां बिक चुकी हैं. यह एक महीने से भी कम समय का आकड़ा है.
दिल्ली से ज्यादा धनतेरस की मान्यता उत्तराखंड में: गौरव अरोड़ा ने बताया धनतेरस के मौके पर वह दिल्ली छोड़कर देहरादून पर फोकस कर रहे हैं. उन्होंने बताया दिल्ली में धनतेरस को लेकर उतना उत्साह नहीं है जितना कि उत्तराखंड में देखने को मिलता है. उन्होंने अपने अनुभव के आधार पर बताया कि धनतेरस की खरीदारी में उत्तराखंड और दिल्ली में बड़ा बदलाव देखने को मिलता है. उत्तराखंड में धनतेरस के धार्मिक महत्व को काफी ज्यादा तवज्जो दी जाती है. यह केवल गाड़ियों की खरीदारी में नहीं है बल्कि अन्य खरीदारी में भी देखने को मिलता है. उन्होंने बताया उत्तराखंड में खरीदारी को लेकर भावनात्मक पहलू अधिक देखने को मिलता है. दिल्ली में ऐसा नहीं है. उन्होंने बताया दिल्ली में लोगों का लाइफस्टाइल इस तरह से है कि वहां पर व्यावसायिक गतिविधियों पर ज्यादा फोकस किया जाता है.

धनतेरस पर सोने की खरीदारी (ETV Bharat)
फर्स्ट टाइम बायर लिए बेहतरीन मौका: देहरादून में मारुति सुजुकी के सीईओ गौरव अरोड़ा बताते हैं कि यह धनतेरस का मौका फर्स्ट टाइम कार बायर लिए यह बेहद सुनहरा मौका है. उन्होंने बताया अभी लोअर सेगमेंट की कारों पर भारी डिस्काउंट चल रहा है. विशेष तौर पर उन्होंने बताया 10 लाख से कम दाम वाली गाड़ियों पर इस समय भारी डिस्काउंट चल रहा है. मारुति सुजुकी में इस समय K10, की डिमांड इतनी ज्यादा हो चुकी है, जो गाड़ी 6 से 7 लाख में आ रही थी वह आज 4.5 से 4.75 लाख में आराम से ग्राहक खरीद पा रहा है. उन्होंने बताया कि धनतेरस के मौके पर कंज्यूमर ऑफर एक्सचेंज डिस्काउंट, कॉर्पोरेट ऑफर इत्यादि सब लागू है. जीएसटी की वजह से भी गाड़ियों का दाम 80 से 90 हजार कम हो चुके हैं. इससे गाड़ियों के दाम भारी गिरावट आई है.

सोने के आइटम में इनवेस्ट कर रहे लोग (ETV Bharat)
धनतेरस पर उड़ते सोने को पकड़ने का मौका: वहीं, दूसरी तरफ सराफा मार्केट की बात की जाए तो दिन प्रतिदिन सोने के बढ़ते दामों के बीच धनतेरस सोने में इन्वेस्ट करने का एक बेहतरीन मौका हो सकता है. यही वजह है की धनतेरस को लेकर सर्राफा मार्केट में भी बेहद उत्साह देखने को मिल रहा है. उत्तराखंड सराफा संघ के अध्यक्ष सुनील मेसन बताते हैं कि सोने का बाजार बेहद गर्म है. उन्होंने कहा सोने के लगातार बढ़ते भाव को देखते हुए भी इसकी बिक्री में किसी तरह की कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा इसकी वजह यह भी है कि सोने के दम आगे और अधिक बढ़ने की उम्मीद है. यही वजह है कि लोग अभी भी सोने में निवेश को बेहतर फैसले के रूप में देख रहे हैं.
गाड़ियों के दाम कम होने से सोने में निवेश बढ़ा: उत्तराखंड सर्राफा संघ के अध्यक्ष सुनील मिशन बताते हैं कि इसमें बाजार में ऑटोमोबाइल सेक्टर अपने चरम पर है. गाड़ियों में भारी डिस्काउंट होने की वजह से लोगों का पैसा जो बचा है उसे निश्चित तौर से लोग गोल्ड में इन्वेस्ट करना बेहतर विकल्प है. यानी मार्केट के किसी भी सेगमेंट में दाम अगर गिरते हैं और लोगों का पैसा बचता है. जिसे वे सोने में इन्वेस्ट कर सकते हैं. उन्होंने बताया इस धनतेरस पर यह देखने को मिल रहा है कि लोग अगर किसी और खरीदारी से पैसा बचा रहे हैं तो उसे सोने में इन्वेस्ट कर रहे हैं.

सोने की चमक भी बढ़ी (ETV Bharat)
धनतेरस और अक्षय तृतीया सोना खरीदने के लिए क्यों है विशेष: धनतेरस पर सोना और चांदी खरीदने के पीछे क्या धार्मिक मान्यताएं हैं? आज के आधुनिक युग में इसको लेकर क्या व्यवहारिक वजह हैय इसको लेकर सुनील मैसन ने बताया साल में 2 दिन एक धनतेरस और दूसरा अक्षय तृतीया पर सोना और चांदी खरीदना बेहद शुभ माना जाता है. उन्होंने कहा जिस किसी ने भी यह परंपरा शुरू की उन्होंने हमें सिखाया है कि अपने मुश्किल समय के लिए बेहतर इन्वेस्टमेंट करना चाहिए. उन्होंने बताया आज निवेश के कई नए तौर तरीके बाजार में उपलब्ध हैं, लेकिन सोना सनातन और हिंदू धर्म लंबियों का एक पारंपरिक निवेश का तरीका रहा है. आज हम आधुनिक युग के निवेश के रिटर्न और सोने के निवेश के रिटर्न कि यदि तुलना करें तो 5 साल पहले जिसने गोल्ड में निवेश किया था वह आज कई गुना ज्यादा का रिटर्न पा रहा है. शेयर मार्केट में ऐसा अनुमन देखने को नहीं मिलता है.
पढे़ं- GST की घटी दरों ने बढ़ाई दून घाटी की परेशानी, पॉल्यूशन से घुट रहा दम, जानिये कैसे मिलेगी निजात

