कोटा : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने 4 मई को आयोजित हुई देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2025 (NEET UG 2025) का परिणाम आज जारी कर दिया है. इस बार बीते साल से कठिन प्रश्नपत्र होने के चलते कटऑफ मार्क्स काफी नीचे गिर गए हैं. कैंडिडेट अपने स्कोर कार्ड को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी और नीट यूजी की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें एप्लीकेशन नंबर, पासवर्ड व कैप्चा डालना होगा. परीक्षा में कैंडिडेट को मिले परसेंटाइल अंक और ऑल इंडिया रैंक भी जारी की गई है. इसके अलावा उनकी कैटिगरी रैंक भी उन्हें दी गई है.
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एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि इस साल 2025 में 720 में से 144 नंबर लाने वाला कैंडिडेट काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई माना गया है, हालांकि, सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिलना मुश्किल है, लेकिन निजी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश की पूरी संभावना है. वहां पर फीस काफी ज्यादा होती है, इसीलिए अधिकांश बच्चे सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश ले लेते हैं. इस साल परीक्षा देने वाले कैंडिडेट्स में से 1236531 कैंडिडेट्स को क्वालीफाई घोषित किया गया है.
यह रही है क्वालीफाई कटऑफ मार्क्स
- जनरल व ईडब्ल्यूएस – 144
- ओबीसी, एसी व एसटी – 113
- जनरल व ईडब्ल्यूएस दिव्यांग – 127
- ओबीसी, एसी व एसटी दिव्यांग – 113 यह कैंडिडेट्स काउंसलिंग में पार्टिसिपेट करेंगे.
बता दें कि साल 2025 में क्वालीफाइंग मार्क्स जनरल और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के लिए 144 रहे हैं, जबकि ओबीसी एसटी और एससी कैटेगरी के लिए क्वालीफाइंग मार्क्स 113 हैं. साल 2024 से जनरल व ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के कटऑफ में 18 अंकों की गिरावट हुई है, जबकि ओबीसी, एससी और एसटी में यह 14 अंक नीचे गिरा है. बीते साल 2024 में जनरल और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के लिए क्वालीफाइंग मार्क्स 162 था. वहीं, एससी, एसटी और ओबीसी के लिए यह 127 अंक थे.
कैटेगरी | क्वालीफाई कैंडिडेट्स |
जनरल व ईडब्ल्यूएस | 1101151 |
ओबीसी | 88692 |
एससी | 31995 |
एसटी | 13940 |
जनरल व ईडब्ल्यूएस दिव्यांग | 472 |
ओबीसी दिव्यांग | 216 |
एससी दिव्यांग | 48 |
एसटी दिव्यांग | 17 |
कुल | 1236531 |
आपको बता दें कि एमबीबीएस, डेंटल, नर्सिंग, बीएएमएस, बीयूएमएस, बीएचएमएस, बीएसएमएस कोर्सेज में 2.40 लाख सीटों पर दाखिला मिलेगा. इनमें नीट यूजी रिजल्ट के आधार पर अलग-अलग काउंसलिंग होगी, जिनमें मेडिकल, डेंटल, आयुष और नर्सिंग काउंसलिंग शामिल हैं. इस काउंसलिंग में सबसे ज्यादा 1.18 लाख सीटें एमबीबीएस के लिए आरक्षित हैं.