देहरादून: उत्तराखंड में धामी सरकार के कैबिनेट विस्तार से लेकर बीजेपी नेताओं की नाराजगी तक तमाम तरह की चर्चाएं इन दिनों राजनीतिक गलियारों में चल रही हैं. इस बहाने कांग्रेस भी लगातार बीजेपी पर निशाना साध रही है, लेकिन आज इन सब चर्चाओं पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने अपनी चुप्पी तोड़ी और सभी सवालों के जवाब दिए.
उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं. इन चर्चाओं की चिंगारी पंचायत चुनाव के दौरान अराजकता की तमाम घटनाक्रम से शुरू हुई. इसके बाद धराली आपदा में मुख्यमंत्री धामी के अकेले दौड़ने से लेकर विधानसभा में मानसून सत्र विपक्ष के हंगामे ने कई तरह के सवाल खड़े किए. इन चर्चाओं के बीच दिल्ली में उत्तराखंड बीजेपी नेताओं की बैठक और दो बड़े नेताओं का उस मीटिंग में न दिखना. साथ ही हरिद्वार सांसद और पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का अचानक बैठक से चले जाना, उत्तराखंड की राजनीति में हलचल सा मचा गया था.
इस तरह के तमाम सवालों का आज बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने जवाब दिया. प्रदेश में बीजेपी संगठन की नई टीम यानी प्रदेश कार्यकारिणी का गठन कब तक होगा. इस सवाल के जवाब में महेंद्र भट्ट ने कहा कि जिलों में कार्य समितियों के गठन पर काम चल रहा है. एक-दो दिन में आपदा वाले जिलों को छोड़कर सभी जिलों में कार्य समितियां का गठन हो जाएगा. उसके बाद प्रदेश कार्य समिति की घोषणा की जाएगी.
कब होगा मंत्रिमंडल विस्तार? लंबे से धामी सरकार में कैबिनेट के कई पद खाली पड़े हुए हैं, उनको कब भरा जाएगा? इस पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि कैबिनेट विस्तार पर समय-समय पर चर्चा होती रहती है. इस बार भी उन्होंने संगठन के अध्यक्ष होने के नाते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्र में अपने वरिष्ठ नेतृत्व से इस संबंध में अनुरोध किया है.
अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय हाईकमान से कहा है कि प्रदेश में पांच मंत्री पद खाली हैं, जिन्हें तत्काल भरा जाना चाहिए. इस बार इस दिशा में और ज्यादा संभावनाएं बड़ी हैं. यही नहीं, मुख्यमंत्री धामी ने भी केंद्रीय नेतृत्व से इस संबंध में मुलाकात की है. उन्हें लगता है कि जल्द ही उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार होगा.
मुख्यमंत्री बदलने और विधायकों की नाराजगी का क्या है माजरा? इस तरह की चर्चाओं पर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड में यह ट्रेंड बन गया है और लोग इस धारणा के साथ सोते हैं कि मुख्यमंत्री लगातार 5 साल नहीं अपने कार्यकाल को चला पाएंगे, चार साल में ही मुख्यमंत्री बदल जाएंगे. यही वजह है कि अभी सभी लोग इस संबंध में चर्चा कर रहे हैं. लेकिन वो बहुत कॉन्फिडेंस के साथ इस बात को कह रहे हैं कि पहली बार उत्तराखंड में सरकार अपने बलबूते पर अपने जनहित के कार्यों के दम पर पूरे 5 साल तक अपना कार्यकाल पूरा करेगी. आगामी 2027 का विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा.
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