उत्तरकाशी: जनपद में लगातार बारिश और भूस्खलन के चलते गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे जगह-जगह बंद और खुलने का सिलसिला लगातार चलता रह रहा है. सोमवार को नगालूपानी के पास अचानक पहाड़ी से बड़ा हिस्सा टूटने से गंगोत्री हाईवे बंद हो गया. हाईवे के दोनों ओर लंबी कतारें लग गई. जिससे तीर्थयात्रियों सहित आम लोगों को भारी दिक्कतों का समाना करना पड़ा. हलांकि वह बीआरओ की मशीने तैनात है, जो हाईवे खोलने में जुटी हुई हैं. वहीं, यमुनोत्री हाईवे जंगल चट्टी और नारदचट्टी के पास हाईवे 16वें दिन भी बंद रहा.
सोमवार को नालूपानी के पास पहाड़ी से भूस्खलन का खौफनाक वीडियो सामने आया है. जिसमें पूरा पहाड़ गंगोत्री हाईवे पर गिरा रहा है. फिलहाल हाईवे वाहनों की आवाजाही बंद हो गया. बीआरओ की मशीनें हाईवे खोलने के लिए मौके पर रवाना हुई हैं. गंगोत्री हाईवे पर नालूपानी के पास यह भूस्खलन करीब सोमवार शाम 4 बजे हुआ है. वहां पर दोनों तरफ बड़ी संख्या में लोकल वाहन फंसे हैं, जो गंगोत्री हाईवे के खुलने का इंतजार कर रहे हैं.
वहीं, दूसरी और यमुनोत्री हाईवे जंगलचट्टी और नारदचट्टी के पास 16 दिनों से बंद पड़ा हुआ है. वहां पर भूधंसाव के कारण हाईवे बंद हुआ है. हालांकि वहां एनएच विभाग की मशीने हाईवे खोलने में जुटी हैं. वहां भूधंसाव के कारण हाईवे नहीं खुल पा रहा है. हाईवे बंद होने से यमुनोत्री धाम सहित पांच गांवों की समस्याएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. प्रशासन इन गांव के लिए रसद समाग्री भेज रहा है. इसके साथ ही बंद पड़े हाईवे को खोलने की कोशिशें की जा रही हैं.
देहरादून, टिहरी गढ़वाल, हरिद्वार, पौडी गढ़वाल, उत्तरकाशी में अलग-अलग स्थानों पर यथा -सहस्त्रधारा, प्रतापनगर, घनसाली, कोटद्वार, मोहन चट्टी, ऋषिकेश, देवप्रयाग, धनोल्टी तथा इनके आस पास के क्षेत्रो मे मध्यम वर्षा के साथ गरज/बिजली/तीव्र वर्षा होने की संभावना है. मौसम विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है.
11 सितंबर तक ऐसा रहेगा मौसम: इसके साथ ही मौसम विभाग ने 11 सितंबर तक का मौसम का पूर्वानुमान भी जारी कर दिया है. 9, 10 और 11 सितंबर को भी बारिश से पीछा नहीं छूटेगा. इन तीनों दिनों में भी पूरे राज्य में बारिश के तीव्र से अति तीव्र दौर जारी रहेंगे. इन तीन दिनों में भी येलो अलर्ट रहेगा.
पढे़ं- हरिद्वार में डाट काली मंदिर पहाड़ी से भयानक लैंडस्लाइड, ट्रैक पर बोल्डर गिरने से रेल यातायात ठप
पढे़ं- थराली में फिर हुआ लैंडस्लाइड, सगवाड़ा गांव में मकान जमींदोज, स्कूल दुकानों में घुसा पिंडर का पानी