देहरादून: भारतीय सेना की ओर से सूर्या क्वेस्ट मोटरसाइकिल अभियान का आगाज हो गया है. जिसमें भारतीय सेना के 10 राइडर्स और अलग-अलग क्षेत्रों से 14 सिविलियन राइडर्स शामिल हैं. जो देहरादून से 1,182 किलोमीटर की बाइक रैली निकालकर 8 दिन बाद लद्दाख पहुंचेंगे. जहां थिकसे मोनेस्ट्री में इस बाइक रैली का समापन होगा.
इसका मकसद वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत सीमांत राज्यों में भारतीय सेना के जज्बे, साहसिक कार्यों और ऑपरेशन सिंदूर जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जनजागरण एवं स्थानीय लोगों के साथ संवाद करना है. इसी कड़ी में गुरुवार यानी 5 सितंबर को इस बाइक रैली की शुरुआत देहरादून क्लेमेंट टाउन स्थित आर्मी केंट डिवीजन हेडक्वार्टर से लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता (जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ सूर्या कमांड) ने फ्लैग ऑफ कर किया.
सूर्या क्वेस्ट मोटरसाइकिल अभियान है खास: रक्षा जनसंपर्क अधिकारी कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि 24 राइडर्स की ओर से इस बाइक रैली को निकाली जा रही है. जो रॉयल एनफील्ड के सहयोग किया जा रहा है, जिसे सूर्या क्वेस्ट मोटरसाइकिल अभियान (Surya Quest Motorcycle Expedition) नाम दिया गया है.
बाइक रैली को फ्लैग ऑफ करते लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता (फोटो सोर्स- Defence Public Relations Officer)
उन्होंने बताया कि देहरादून से शुरू हुई यह बाइक रैली उत्तराखंड से हिमाचल होते हुए लद्दाख पहुंचेगी. करीब 1,182 किलोमीटर का यह सफर आर्मी और सिविलियन के 24 राइडर्स पूरा करेंगे. जिसके तहत राइडर्स का दल देहरादून से हिमाचल प्रदेश के सोलन में नाइट हाल्ट करेगा. इसके बाद यह दल शिमला होते हुए सुमडो की सुरम्य घाटियों से तांडी होते हुए लद्दाख में प्रवेश करेगा.

देहरादून से सूर्या क्वेस्ट मोटरसाइकिल अभियान शुरू (फोटो सोर्स- Defence Public Relations Officer)
कई किलोमीटर चलने के बाद आखिर में लेह के थिकसे मोनेस्ट्री पहुंचकर समाप्त होगा. इस दौरान पूरे रास्ते में यह दल सरकारी एजेंसियों से स्थानीय स्वयं सहायता समूह, राजनीतिक दलों और धार्मिक संस्थाओं के साथ छोटे-छोटे कार्यक्रम आयोजित करेगा. उनके साथ संवाद करते हुए भारतीय सेना, वाइब्रेट विलेज के अलावा ऑपरेशन सिंदूर पर भी लोगों से बातचीत करेगा.

बाइक रैली का रूट (फोटो सोर्स- Defence Public Relations Officer)
रक्षा जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार, यह अभियान रोमांच, अनुशासन, एकता और सशस्त्र बलों व आम जनता के बीच पारस्परिक विश्वास का संदेश लेकर चलेगा. इस पहल से भारतीय सेना की राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करने, साहसिक खेलों को बढ़ावा देने और देश के युवाओं को धैर्य, टीमवर्क एवं सेवा की भावना अपनाने के लिए प्रेरित करने की प्रतिबद्धता झलकती है.

रैली में शामिल बाइक राइडर्स (फोटो सोर्स- Defence Public Relations Officer)
सूर्या क्वेस्ट मोटरसाइकिल अभियान न केवल सैनिकों और राइडर्स की अदम्य भावना का उत्सव है, बल्कि यह भारतीय सेना और उस राष्ट्र के बीच के अटूट बंधन को भी रेखांकित करता है, जिसकी सेवा करना सेना का गौरवपूर्ण दायित्व है. आज देहरादून में आयोजित हुए फ्लैग होस्टिंग सेरिमनी में मेजर जनरल नवीन महाजन, सेना मेडल, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, 14 इन्फैंट्री डिवीजन, ब्रिगेडियर पीजे प्रभाकरण, स्टेशन कमांडर क्लेमेंट टाउन, ब्रिगेडियर आरके सिंह समेत तमाम सैनिक मौजूद रहे.
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