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उत्तराखंड में अब थाना या चौकी इंचार्ज बनने से पहले तैयार होगी रिपोर्ट, जानिए क्यों लिया गया फैसला


देहरादून: बीती देर रात नशे में धुत राजपुर थानाध्यक्ष शैंकी कुमार ने 3 गाड़ियों में टक्कर मार दी थी. जिसका संज्ञान एसएसपी अजय सिंह ने लिया और शैंकी कुमार को सस्पेंड कर दिया. इतना ही नहीं मेडिकल कराने के बाद उनके ऊपर मुकदमा भी दर्ज किया गया है. जबकि, कालसी थाना प्रभारी दीपक धारीवाल को राजपुर थानाध्यक्ष बनाया गया है. उधर, मामले पर आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने सख्त रुख अपनाया है. उनका कहना है कि अब थाना या चौकी इंचार्ज की जिम्मेदारी देने से पहले उनकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी.

क्या था मामला? दरअसल, बीती 1 अक्टूबर की रात करीब 9 बजे के आस पास राजपुर क्षेत्र में थानाध्यक्ष शैंकी कुमार ने नशे में धुत होकर अपनी कार से कई वाहनों को टक्कर मार दी थी. जिससे मौके पर हंगामा भी हुआ. जबकि, थानाध्यक्ष शैंकी कुमार ने मौके से भागने की भी कोशिश की, लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें पकड़ लिया. इसी बीच कुछ लोगों ने उनका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया. जिसका संज्ञान तत्काल देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने लिया.

देहरादून एसएसपी कार्यालय (फोटो- ETV Bharat)

वहीं, मामला एकाएक सोशल मीडिया पर तूल पकड़ने लगा तो एसएसपी अजय सिंह ने राजपुर थानाध्यक्ष शैंकी कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. साथ ही मेडिकल कराने के बाद राजपुर थाने में ही उनके ऊपर मुकदमा भी दर्ज कर दिया गया. जबकि, कालसी थाना प्रभारी दीपक धारीवाल को राजपुर थानाध्यक्ष बनाया गया है. इस घटनाक्रम के बाद एसएसपी कार्यालय में सभी एसएचओ (SHO) और सीओ (CO) रैंक के अधिकारियों की तत्काल बैठक बुलाई गई.

IG Garhwal Rajeev Swarup

आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप (फोटो- ETV Bharat)

आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने बैठक लेते हुए सभी कोतवाली और थाने के एसएचओ, एसओ और सीओ की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं. इस रिपोर्ट के आधार पर अब आने वाले समय में सभी थाना प्रभारी को स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO), स्टेशन ऑफिसर (SO) और सर्किल ऑफिसर (CO) की रिपोर्ट आईजी गढ़वाल को सौंपनी होगी. रिपोर्ट के आधार पर सभी का व्यवहार और कार्यप्रणाली के आधार पर अलग-अलग स्थान में तैनाती की जाएगी.

देर रात की घटना एक गंभीर विषय है. जिम्मेदार अधिकारियों का ऐसा आचरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मेडिकल में कोई भी छेड़छाड़ ना हो, इसके लिए भी निर्देशित किया गया है. पूरे मामले में जांच एसपी ट्रैफिक को सौंपी गई. इसके अलावा लंबे समय से थाना, कोतवाली के एसएचओ, एसओ और सीओ के फोन न उठाने की शिकायती मिल रही थी. ऐसे में फोन न उठाने पर संबंधित अधिकारियों पर सख्ती दिखाते हुए भी निर्देश जारी किया है.“- राजीव स्वरूप, आईजी गढ़वाल

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