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हरप्रीत सिंह: क्लर्क से लेफ्टिनेंट तक का सफर, पासिंग आउट परेड में चीयर करने पहुंचे 'नन्हे सैनिक'


परिवार संग लेफ्टिनेंट हरप्रीत सिंह. (ETV Bharat)

देहरादून (उत्तराखंड): भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट होने वाले हर ऑफिसर कैडेट की सफलता के पीछे संघर्ष और मेहनत की अपनी एक कहानी होती है. इन्हीं कहानियों में से एक है लेफ्टिनेंट हरप्रीत सिंह की, जिन्होंने सेना में क्लर्क पद से अफसर बनने तक का कठिन और प्रेरणादायक सफर तय किया. पंजाब के गुरदासपुर जिले के रहने वाले हरप्रीत सिंह पहले से ही भारतीय सेना का ही हिस्सा थे, लेकिन उनका सपना सेना में अधिकारी बनने का था.

नौकरी के साथ-साथ उन्होंने कठिन परिश्रम जारी रखा, परीक्षा पास की और आखिरकार भारतीय सैन्य अकादमी पहुंचकर अफसर बनने का सपना पूरा किया. आज भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट होकर उन्होंने अपना ये सपना पूरा किया. उनके इस खास दिन को और खास बनाने उनके परिवार से दो ‘नन्हे सैनिक’ भी पहुंचे थे. ये दोनों बच्चे हिम्मत सिंह और अजीत सिंह सेना की वर्दी पहनकर परेड देखने शामिल हुए और अपने परिजन हरप्रीत सिंह का हौंसला बढ़ाते नजर आए.

परिवार संग लेफ्टिनेंट हरप्रीत सिंह. (ETV Bharat)

सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने खिंचवाई फोटो: पासिंग आउट परेड में सेना की यूनिफॉर्म पहने ये दोनों बच्चे अकादमी से पास आउट होने वाले लेफ्टिनेंट हरप्रीत सिंह के लिए यहां पहुंचे थे. खास बात ये रही कि पीपिंग सेरेमनी के दौरान खुद सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी इन बच्चों के पास पहुंचे और उनके साथ फोटो खिंचवाकर इस पल को और यादगार बना दिया. इस दौरान ये दोनों मासूम सभी का ध्यान अपनी ओर खींचते नजर आए.

PASSING OUT PARADE CHILD SOLDIERS

सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने खिंचवाई फोटो. (ETV Bharat)

दूसरा बेटा भी बना सेना में अधिकारी: हरप्रीत सिंह के परिवार में सेना की सेवा की मजबूत परंपरा है. उनके बड़े भाई मेजर लवप्रीत सिंह साल 2015 में सेना में कमीशंड हुए थे. अब छोटे भाई के भी अफसर बनने से परिवार का गौरव और बढ़ गया है. हरप्रीत सिंह के पिता तरसेम सिंह कहते हैं कि आज उनके दोनों बेटे सेना में अधिकारी बन चुके हैं, यह उनके लिए गर्व का क्षण है. आज दूसरा बेटा भी सेना में अफसर बन गया है. सबसे बड़ी खुशी इस बात की है कि सेना प्रमुख खुद उनके पोतों के पास आए और फोटो खिंचवाई. हमें गर्व है और हम चाहते हैं कि तीसरी पीढ़ी भी देश सेवा की इस परंपरा को आगे बढ़ाए.

PASSING OUT PARADE CHILD SOLDIERS

दोनों बच्चे- हिम्मत सिंह और अजीत सिंह. (ETV Bharat)

बच्चे रहे आकर्षण का केंद्र: अकादमी में मौजूद ये दोनों बच्चे हिम्मत सिंह और अजीत सिंह विशेष आकर्षण का केंद्र बने रहे. हिम्मत सिंह, लेफ्टिनेंट हरप्रीत सिंह के बड़े भाई के बेटे हैं, जबकि अजीत सिंह उनके अपने बेटे हैं. पासिंग आउट परेड और पीपिंग सेरेमनी के दौरान दोनों बच्चे कभी अफसरों और जवानों को सैल्यूट करते तो कभी जय हिंद के नारे लगाते दिखे.

PASSING OUT PARADE CHILD SOLDIERS

लेफ्टिनेंट हरप्रीत सिंह का हौंसला बढ़ाने पहुंचे परिजन. (ETV Bharat)

पूरी निष्ठा से देश सेवा करूंगा: लेफ्टिनेंट हरप्रीत सिंह कहते हैं कि सेना ने उन्हें क्लर्क से अधिकारी बनने का अवसर दिया है और वह इस भरोसे पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे. हरप्रीत सिंह कहते हैं कि,

मैं चाहता हूं कि मेरे बच्चे भी आगे चलकर सशस्त्र बलों का हिस्सा बनें. सेना ने मुझ पर जो विश्वास जताया है, मैं उसे निभाते हुए पूरी निष्ठा से देश सेवा करूंगा. इस तरह पासिंग आउट परेड सिर्फ एक सैन्य आयोजन नहीं, बल्कि पीढ़ियों से चली आ रही देश सेवा की भावना का जीवंत उदाहरण बन गई.

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