हरिद्वार: आज देशभर में गणेश चतुर्थी बड़े ही धूमधाम से मनाई जा रही है. जगह-जगह पर प्रथम पूजनीय भगवान श्री गणेश की स्थापना की जा रही है. हरिद्वार में भी गणपति महोत्सव को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. भगवान गणेश की ननिहाल कहे जाने वाले हरिद्वार में काफी उत्साह के साथ लोग गणपति की स्थापना कर रहे हैं. इसी कड़ी में आज गीता भवन में भी भगवान गणेश की स्थापना की गई. जिसमें भगवान गणेश का अनोखा रूप देखने को मिला. जिसमें भगवान गणेश को स्वामी प्रेमानंद जी की जैसा रूप दिया गया है. मूषकराज भक्त की तरह उनको पंखा करते हुए दिख रहे हैं. ये गणपति हरिद्वार के लिए एक आकर्षण का केंद्र हैं.
इसी के साथ गणपति महोत्सव के आयोजकों ने पंडाल में एक बड़ी एलइडी स्क्रीन लगाई है. जिसके माध्यम से कथाएं को भगवान गणेश की कथाए दिखाई जा रही हैं. साथ ही भक्ति के भजनों का भी भक्त जमकर आनंद उठा रहे हैं.
श्री माया महामाया गणपति संगठन के सदस्य धीरज जडेजा ने बताया हर साल हमारे द्वारा गणपति पंडाल को अलग-अलग तरह से सजाया जाता है. हमारा प्रयास रहता है कि हर साल हम कुछ अलग करें. इसी कड़ी में इस बार हरिद्वार में हमेशा से चर्चा में रहने वाले गीता भवन के बप्पा को स्वामी प्रेमानंद जी जैसा स्वरूप दिया गया है. साथ ही स्वामी प्रेमानंद के मार्गदर्शन को लोगों तक पहुंचाने के लिए एक बड़ी एलइडी स्क्रीन भी हमने पंडाल में लगाई है. जिसमें एआई के माध्यम से कथाएं चलाई जाएंगी. उन्होंने बताया जिस तरह से स्वामी प्रेमानंद जी के सेवक लगातार उनकी सेवा हवा करते हुए करते हैं उसी तरह मूषकराज भी उनकी सेवा करते हुए दिखाए गए हैं.
गणपति पंडाल में दिखाई जा रही ये कथाएं
- बंधु महांती जी कथा
- आसकरण जी कथा
- जनाबाई की कथा
- भक्त त्रिपुरदास की कथा
- भक्त गजराज गोपाल दास जी की कथा
- भक्ति हरपाल जी की कथा
- भक्त चंद्रहास जी का चरित्र
- सुधनवा जी की कथा
- सनातन गोस्वामी जी की कथा
- गोपाल चरवाहा की कथा
वहीं, मुख्य अतिथि के रूप में पधारे महामाया देवी मंदिर के पुजारी भास्कर पुरी ने इस दौरान कहा कि भगवान श्री गणेश देवताओं में सबसे पहले पूजनीय हैं. ऐसे में आज गणेश चतुर्थी के दिन भगवान श्री गणेश की स्थापना कर लोग मन के अनुरूप फल पा सकते हैं. भगवान श्री गणेश को बुद्धि का देवता भी कहा जाता है. इसलिए बच्चों को भगवान श्री गणेश की पूजा करनी चाहिए.
इसी के साथ अखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष अधीर कौशिक ने कहा गणेश का ननिहाल हरिद्वार में आज भगवान श्री गणेश की स्थापना बड़े ही धूमधाम से की जा रही है. उन्होंने सभी देशवासियों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा भगवान श्री गणेश से सीख लेते हुए हमें अपने माता-पिता की सेवा करनी चाहिए. माता-पिता की सेवा करके ही देवताओं में सबसे पहले पूजनीय भगवान गणेश बने. उन्होंने अपने माता-पिता भगवान महादेव और पार्वती माता की परिक्रमा कर यह संदेश दिया की माता-पिता से बढ़कर कोई नहीं है.
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