देहरादून: उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में आज 19 अगस्त से विधानसभा सत्र शुरू होने जा रहा है. विधानसभा के मॉनसून सत्र से पहले 18 अगस्त देर रात भराड़ीसैंण में कार्यमंत्रणा की बैठक संपन्न हुई. कार्यमंत्रणा की बैठक विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें प्रभारी संसदीय कार्यमंत्री सुबोध उनियाल, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के अलावा अन्य दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.
सोमवार देर रात तकरीबन 9:30 बजे तक चली कार्यमंत्रणा की बैठक के बाद विपक्ष काफी मुखर नजर आया और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कार्यमंत्रणा की बैठक में पुरजोर तरीके से विपक्ष का पक्ष रखते हुए कहा कि जो भी विधेयक सदन में पास किए जाएंगे, उनकी जानकारी और उनसे संबंधित दस्तावेज विपक्ष को भी साझा किए जाने चाहिए. ताकि विपक्ष को उनको पढ़ने और समझने का पूरा मौका मिले.
कार्यमंत्रणा की बैठक के बाद विपक्ष काफी मुखर नजर आया. (photo-ETV Bharat)
कार्यमंत्रणा की बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि कार्यमंत्रणा की बैठक से ही सरकार चर्चा से भागती नजर आ रही है. उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि सत्र केवल दो दिन में खत्म करवा दिया जाए. उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से आज अनुपूरक बजट भी सदन में लाया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने विपक्ष की रणनीति को लेकर बताया कि मॉनसून सत्र के पहले दिन प्रश्न कल के बाद विपक्ष नियम 310 के तहत पंचायती राज के साथ-साथ कानून व्यवस्था पर तमाम विषय को सदन के सामने रखेगा.
नेता प्रतिपक्ष शीशपाल आर्य ने कहा कि प्रदेश में नियमों को ताक पर रखकर पंचायत चुनाव करवाए गए. चुनाव के दौरान प्रदेश में भारी अराजकता देखने को मिली. भारतीय जनता पार्टी ने अपने धनबल का प्रयोग करके कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई. निश्चित तौर से यह प्रदेश में अपराध की नई परिपाटी को जन्म देता है. उन्होंने कहा कि आज इस विषय पर विपक्ष नियम 310 के तहत सदन के भीतर सवाल करेगी.
भराड़ीसैंण में लौटी रौनक, स्पीकर ने लिया जायजा: आज मंगलवार से भराड़ीसैंण (गैरसैंण) में शुरू हो रहे मॉनसून सत्र की सभी तैयारियों का जायजा लेने के लिए एक दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने सोमवार शाम विधानसभा का फिर से निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने सभा मंडप में ध्वनि के गूंज की समस्या के समाधान को लेकर आईआईटी रुड़की द्वारा किए गए तकनीकी सुधारों का अवलोकन किया और टेस्टिंग के बाद संतोष व्यक्त किया. इस बार भराड़ीसैंण में विधानसभा सत्र का संचालन ई-सेवा प्रणाली के माध्यम से किया जाना है. इस व्यवस्था की सफल टेस्टिंग आज की गई.
विधानसभा अध्यक्ष ने इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि डिजिटल माध्यम से कार्रवाई अधिक पारदर्शी एवं प्रभावी होगी. इसके अतिरिक्त, अध्यक्ष ने महिला जनप्रतिनिधियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए देहरादून विधानसभा की तर्ज पर भराड़ीसैंण विधानसभा में भी एक विशेष कक्ष निर्धारित किए जाने की जानकारी दी. उन्होंने अधिकारियों को शेष व्यवस्थाओं को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि मॉनसून सत्र के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो.
सड़कों पर दिखेगा आंदोलन: ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराडीसैंण स्थित विधानसभा में आज से आयोजित हो रहे चार दिवसीय मॉनसून सत्र के दौरान, जहां मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस तमाम मुद्दों को लेकर सदन को गरमाए रखेगा. वहीं इस दौरान तमाम आंदोलनकारी संगठन ज्वलंत मुद्दों को लेकर सडकों पर आर-पार की लड़ाई लड़ते नजर आएंगे.
एक तरफ कांग्रेस के स्थानीय संगठन ने सड़क शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर विशाल धरना-प्रर्दशन आयोजित करने का ऐलान किया है. वहीं आंदोलनकारी भुवन कठैत ने भी सत्र के दौरान गैरसैंण रामलीला मैदान में गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाए जाने की मांग को लेकर आंदोलन की हुंकार भरी है.
मंगलवार को भराड़ीसैंण में मॉनसू सत्र के दौरान मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस समेत आंदोलनकारी संगठन भी विभिन्न मांगों को लेकर सड़कों पर दिखाई देंगे. एक तरफ जनप्रतिनिधियों और महिला मंगल दलों के साथ नगर पंचायत गैरसैंण के अध्यक्ष मोहन भंडारी ने 20 अगस्त को गैरसैंण से विधानसभा भराड़ीसैण तक पैदल मार्च और विशाल रैली का आयोजन कर गैरसैंण क्षेत्र की शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़कों की बदहाली को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है, जो प्रशासन के लिए बड़ा सरदर्द खड़ा करने वाला है. इस दौरान विधानसभा घेराव की भी रणनीति बनाई गई है.
दूसरी तरफ पूर्व अनशनकारी भुवन कठैत ने गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित किए जाने की मांग को लेकर सत्र के चारों दिन गैरसैंण के रामलीला मैदान में धरना-प्रर्दशन के आयोजन का आह्वान कर प्रदेश भर के आंदोलनकारीयों से यहां पहुंचने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान यदि गैरसैंण को स्थाई राजधानी बना दिया जाता है, तो यह आंदोलनकारी और शहीदों का सम्मान होगा. ऐसा न करने पर वह प्रदेश के सभी 70 विधायकों का सामूहिक पुतला दहन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जो भी विधायक गैरसैंण राजधानी की बात सदन में करेगा, उसका पुतला दहन नहीं किया जाएगा.
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