रुद्रप्रयाग: केदारनाथ क्षेत्र के चौराबाड़ी ग्लेशियर क्षेत्र में एवलॉन्च की घटना ने एक बार फिर से पर्यावरणविदों को चिंता में डाल दिया है. वहीं, एवलॉन्च की इस घटना को जिला प्रशासन सामान्य घटना बता रहा है. फिलहाल, रेस्क्यू टीमों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है. हालांकि, इस एवलॉन्च से कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन पिछले कई सालों से केदारनाथ धाम की पहाड़ियों में इस प्रकार एवलॉन्च की घटनाएं बढ़ रही है, जिसे भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं माना जा रहा है.
केदारनाथ मंदिर के पीछे चौराबाड़ी ग्लेशियर क्षेत्र में आया एवलॉन्च: दरअसल, गुरुवार यानी 4 सितंबर की दोपहर करीब 2 बजे के आस पास चौराबाड़ी ग्लेशियर क्षेत्र में एक एवलॉन्च की घटना देखने को मिली. जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और रेस्क्यू टीमों को अलर्ट किया गया. केदार धाम की पहाड़ियों में एवलॉन्च होने की यह पहली घटना नहीं है. बल्कि, पिछले कई सालों से ये घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं. जिस कारण पर्यावरणविद् भी खासे चिंतित हैं.
जनपद रुद्रप्रयाग में केदारनाथ क्षेत्र के चोराबाड़ी ग्लेशियर में हुई एवलांच की जानकारी देते जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी श्री नंदन सिंह रजवार। #avalanche#Rudraprayag#Uttarakhand pic.twitter.com/R8OADZf9RA
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) September 4, 2025
“हिमालयी क्षेत्र में एवलॉन्च की घटनाएं सामान्य घटनाएं नहीं हैं. यह हिमालयी क्षेत्रों से छेड़छाड़ के नतीजों का प्रमाण है. हिमालय में ग्लेशियर बनते ही टूट रहे हैं, जिस कारण पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है. ये घटनाएं भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं है. समय रहते इन घटनाओं पर गहन मंथन की जरूरत है.”- जगत सिंह ‘जंगली’, पर्यावरणविद
बीती रोज केदारनाथ की चोटियों पर हुई थी सीजन की पहली बर्फबारी: बता दें कि बीती रोज केदारनाथ की चोटियों पर सीजन की पहली बर्फबारी भी देखने को मिली थी. वहीं, जिला प्रशासन इस घटना को सामान्य तौर पर देख रहा है. प्रशासन का कहना है कि रेस्क्यू टीमें अलर्ट मोड पर है. इस तरह की घटनाएं हिमालयी क्षेत्रों में होना सामान्य घटना है. ऐसे में किसी को घबराने की जरूरत नहीं है.
केदारनाथ की पहाड़ी पर हिमस्खलन (फोटो सोर्स- Rudraprayag Disaster Management Department)
“केदारनाथ धाम के पीछे चौराबाड़ी ग्लेशियर में एवलॉन्च होने की घटना दर्ज की गई है, जो कि मौसम और प्राकृतिक परिस्थितियों के अनुसार एक सामान्य प्रक्रिया है. एवलॉन्च की घटना के तुरंत बाद विशेषज्ञ टीमों को अलर्ट कर दिया गया, जो मौके की वस्तुस्थिति का आंकलन कर रही हैं.”- नंदन सिंह रजवार, आपदा प्रबंधन अधिकारी, रुद्रप्रयाग
लोगों को अफवाहों से बचने की अपील: रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने आमजन से अपील की है कि घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है. इस प्रकार की प्राकृतिक गतिविधियां हिमालयी क्षेत्रों में सामान्य होती हैं. साथ ही उन्होंने लोगों से अफवाहों से बचने और किसी भी प्रकार की असत्य या भ्रामक सूचना का प्रसार न करने का आग्रह किया है.
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