Edgbaston Weather: भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच एजबेस्टन में खेला जा रहा है, जहां भारत अपनी पहली टेस्ट जीत दर्ज करने से सिर्फ सात विकेट दूर है. भारत इस ग्राउंड पर अब तक एक भी मैच नहीं जीत सका है. 8 मैचों में से उसे सात में हार और एक मैच ड्रॉ रहा है. अब जबकि दोनों टीमों के बीच इस ग्राउंड पर 9 वां मैच खेला जा रहा है तो आखिरी दिन यानी 5वें दिन इंग्लैंड खुद को मुश्किल में पा रहा है, क्योंकि उसे ये मैच जीतने के लिए 536 रन और चाहिए जबकि उसके पास सिर्फ सात विकेट शेष हैं.
दूसरे टेस्ट में भारत ने अब तक सब कुछ सही किया है. उन्होंने इस मैच में इतना ज्यादा टारगेट सेट कर दिया है कि अब भारत का हारना मुश्किल है, या तो ये मैच ड्रॉ हो सकता है या फिर इंग्लैंड को मुंह की खानी पड़ सकती है.
भारत ने इंग्लैंड को दिया 608 रन का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य
बता दें कि भारत ने अपनी दूसरी पारी में 427 रन पर पारी घोषित कर 608 रन का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा और फिर चौथे दिन स्टंप्स से पहले इंग्लैंड के शीर्ष क्रम को तहस-नहस कर दिया. जैक क्रॉली शून्य पर आउट हो गए, बेन डकेट भी टिक नहीं पाए और सबसे बड़ा झटका तब लगा जब जो रूट आउट हो गए. यह सब मोहम्मद सिराज और आकाश दीप की खतरनाक गेंदबाजी की बदौलत हुआ.
फिलहाल सीरीज में इंग्लैंड को 1-0 की बढ़त हासिल है लेकिन दूसरे टेस्ट में भारत की स्थिति काफी मजबूत है. जिसकी वजह से उसे सीरीज एक एक से बराबरी करने का सुनहरा मौका है. लेकिन बर्मिंघम का मौसम एक बड़ा खतरा बना हुआ है जो खेल में खलल डाल सकता है.
एजबेस्टन टेस्ट 5वें दिन बारिश का खतरा
एजबेस्टन टेस्ट के 5वें दिन बारिश की संभावना है. एक्यूवेदर रिपोर्ट के अनुसार, 5वें दिन सुबह-सुबह बारिश होने की उम्मीद है. स्थानीय समयानुसार सुबह 7 बजे (भारत का समय 2:30 PM) के आसपास बारिश की संभावना 79% है. हालांकि, जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ेगा, वैसे वैसे मौसम साफ होता जाएगा, दोपहर 1(भारत का समय 5:30 PM) तक बारिश की संभावना घटकर लगभग 22% रह जाएगी.
मैच स्थानीय समयानुसार सुबह 11 बजे (भारत का समय 3:30 PM) शुरू होने वाला है, जिसका मतलब है कि पहला सत्र बारिश की भेंट चढ़ सकता है. संभावित रूप से लंच के बाद तक शुरू होने में देरी हो सकती है. इसकी वजह से 5वें दिन भारत की गेंदबाजी का समय कम हो जाएगा. लेकिन उनके मैच जीतने की संभावना पूरी तरह खत्म नहीं होगी.
एजबेस्टन में लगातार बादल छाए रहने और 50 किमी/घंटा तक की तेज हवाएं चलने के साथ तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम रहने की उम्मीद है. और ऐसा मौसम भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण के लिए काफी मददगार साबित हो सकती हैं, जिससे गेंद को स्विंग का मौका मिलेगा.