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'क्या पता कल सुबह हरक फिर बीजेपी में आ जाएं', कांग्रेस नेता की 'आक्रामकता' पर बोले कैबिनेट मंत्री


मसूरी: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत इनदिनों बीजेपी के खिलाफ लगातार आरोपों के बम फोड़ रहे हैं. हरक सिंह रावत ने हाल ही में बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए बड़े बयान दिए हैं, जिन पर अब बीजेपी की तरफ से जवाब दिया गया है.

मंत्री गणेश जोशी ने हरक पर दिया बयान: मसूरी पहुंचे बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने हरक सिंह रावत को लेकर बड़ा बयान दिया है. मंत्री गणेश जोशी का कहना है कि हरक सिंह रावत अब जनता के लिए गंभीर नेता नहीं रह गए हैं, क्योंकि वो सुबह कुछ और बयान देते हैं, दिन और शाम को कुछ और, और अगले दिन कुछ अलग ही बयान दे देते हैं.

हरक सिंह को कोई गंभीरता से नहीं लेता:

हरक सिंह रावत ने कई दलों को बदली किया है. भाजपा में रहते हुए कांग्रेस को गाली देते थे. आज बीजेपी को गाली दे रहे हैं. क्या पता कल सुबह फिर से बीजेपी में आ जाएं. इसलिए ऐसे व्यक्ति को कोई गंभीरता से लेता नहीं है. अब उनकी बातों का कोई वजन भी नहीं है.
– गणेश जोशी, कैबिनेट मंत्री, उत्तराखंड सरकार –

हरक सिंह रावत का बयान: बता दें कि, हरक सिंह रावत ने बीते दिनों बीजेपी पर धन उगाही का बड़ा आरोप लगाया था. हरक सिंह रावत ने कहा था कि बीजेपी ने पार्टी को चलाने के लिए बैंक में तीस करोड़ रुपए की एफडी कराई है. इसके लिए वन मंत्री रहते हुए उन्होंने भी हल्द्वानी और उधम सिंह नगर के खनन कारोबारियों के दस-दस लाख रुपए के चेक लिए थे, और उस एफडी के लिए एक करोड़ रुपए इकट्ठा किए थे. इसके लिए वो खुद को भी दोषी मानते हैं.

इसके साथ ही हरक सिंह रावत ने ये भी कहा था कि एफडी में किन-किन लोगों ने कितनी धनराशि दी है, इसकी जांच यदि ईडी ने ईमानदारी के साथ की, तो पूरी बीजेपी सलाखों के पीछे होगी. इसके अलावा भी हरक सिंह रावत ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.

बीजेपी ने दिया जवाब: गौर हो कि, हरक सिंह रावत पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार में वन मंत्री थे. इस मामले पर बाद में त्रिवेंद्र सिंह रावत का भी बयान आया था. उन्होंने कहा था कि एफडी तीस करोड़ की नहीं, बल्कि 27 करोड़ की थी. साथ ही त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा था कि सभी रुपए चेक के लिए गए थे. पार्टी चलाने के लिए कार्यकर्ता और रुपए दोनों की जरूरत होती है.

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