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शव को चूहों द्वारा कुतरने की डीएम ने बैठाई मजिस्ट्रियल जांच, प्राथमिक जांच में देखरेख करने वाली कंपनी की भूमिका संदिग्ध


शव को चूहों द्वारा कुतरने के मामले की होगी मजिस्ट्रियल जांच (Photo- ETV Bharat)

हरिद्वार: जिला अस्पताल में डेड बॉडी को चूहों के द्वारा कुतरे जाने के मामले डीएम मयूर दीक्षित ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं. एडीएम की अध्यक्षता में पूरे मामले की जांच की जाएगी. मामला ज्वालापुर के युवक लक्की लक्की डेड बॉडी को मोर्चरी में चूहों के द्वारा कुतरने से जुड़ा हुआ है. जिसके बाद दिनभर जिला अस्पताल में हंगामा होता रहा. इतना ही नहीं मौके पर जमा आक्रोशित भीड़ ने अस्पताल में तोड़फोड़ तक कर दी. मौके पर हालात तनावपूर्ण होते देख पुलिस बल की भी तैनाती रही. इस मामले में परिजन और स्थानीय लोग लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. उधर सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी मामले का संज्ञान लिया और अधिकारियों को मामले की जांच करने और जांच में लापरवाही सामने आने पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए.

घटना के बाद प्रसासन सख्त: डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि टीम को मौके पर भेजा गया था. मजिस्ट्रियल जांच बैठा दी गई है. प्राथमिक जांच में सामने आया है कि जिस कंपनी के पर मोर्चरी का ठेका था, उसकी लापरवाही सामने आई है. कंपनी के अलावा अस्पताल प्रशासन की लापरवाही भी सामने आई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. डीएम ने बताया कि पूर्व में भी कम्पनी की शिकायत मिलती रही हैं, इसलिए एडीएम को कंपनी के अधिकारी के बयान लेने के निर्देश दिए गए हैं. जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

मृतक लोगों के शवों की करता था व्यवस्था: मृतक लाखन उर्फ लक्की जिस पंजाबी धर्मशाला के मैनेजर थे, वो धर्मशाला सेवा के लिए जानी जाती है. धर्मशाला की ओर से निशुल्क अंतिम शव यात्रा वाहन और निःशुल्क ही फ्रीजर उपलब्ध कराए जाते हैं. मैनेजर होने के चलते लक्की ही ही वाहन और वाहन की व्यवस्था देखते थे. मरणोपरांत लोगों के शवों को शमशान तक ले जाने और अंतिम संस्कार से पहले शवों को खराब होने से बचाने के लिए फ्रीजर देने लेने का हिसाब भी लक्की ही रखते थे. लेकिन लचर सरकारी सिस्टम के कारण लक्की को ही फ्रीजर नहीं मिल पाया. आरोप है कि जिस फ्रीजर में लक्की का शव रखा गया था, वो खराब था और उसका ढक्कन भी ठीक से बंद नहीं हुआ था. लापरवाही के कारण मरने के बाद लक्की के शव की बेकदरी की गई.

सांसद त्रिवेंद्र सिंह ने भी दिए जांच उपरांत कार्रवाई के निर्देश: सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी मामला संज्ञान में आते ही, जिलाधिकारी को जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए. सीसीआर भवन में मीडिया से वार्ता के दौरान सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अभी तक जो जांच हुई है, उसमें मोर्चरी में डीप फ्रीजर की व्यवस्था करने वाली कंपनी की लापरवाही की बात सामने आ रही है. इसलिए उन्होंने मामले का तत्काल संज्ञान लेकर जांच कराने और जांच में जिसकी भी लापरवाही आए, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.

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