क्रिकेटर ऋषभ पंत के साथ राहुल तेवतिया (फोटो सोर्स:)
उत्तरकाशी: भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत और आईपीएल की गुजरात टाईटंस टीम के खिलाड़ी राहुल तेवतिया ने गंगोत्री धाम के दर्शन किए. दोनों खिलाडियों ने गंगा घाट पर विशेष पूजा अर्चना की. वहीं, उसके बाद गंगोत्री मंदिर दर्शन के बाद हर्षिल के लिए रवाना हुए. हर्षिल के बाद कुछ देर समय बीताने के बाद दोनों क्रिकेटर वापस चले गए.
पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष सतेन्द्र सेमवाल ने बताया भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत, राहुल तेवतिया के साथ बृहस्पतिवार शाम को गंगोत्री धाम पहुंचे. वहां पर उन्होंने गंगा मां की विशेष पूजा अर्चना कर तीर्थ पुरोहितों से मुलाक़ात की. इस दौरान उन्होंने अपने प्रशंसको के साथ तस्वीरें खिंचवाई.

फैंस के साथ क्रिकेटर ऋषभ पंत (फोटो सोर्स: व्यापार मंडल)
दोनों खिलाड़ियों ने धाम में करीब एक घंटा बिताया. इसके बाद उन्होंने धाम में तीर्थपुरोहितों से बातचीत करते हुए मुलाकात की. उन्होंने कहा यह वाकई में जीवन का आनंद है. यहां भगवान निवास करते हैं. पहाड़ों में शांत वादियां हैं. शहर में जीवन व्यस्त है. इसलिए सभी को कुछ दिन पहाड़ की शांत वादियों में आना चाहिए. जिसके बाद दोनों क्रिकेटर्स ने कुछ समय हर्षिल में बिताया. इसके बाद दोनों वापस लौट गये.

गंगोत्री धाम में ऋषभ पंत (फोटो सोर्स: व्यापार मंडल)
गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित प्रदीप सेमवाल ने बताया भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत राहुल तेवतिया के साथ गंगोत्री धाम आए थे. उन्होंने यहां मां गंगा की पूजा अर्चना की. जिसके बाद वह वापस चले गए.

राहुल तेवतिया (फोटो सोर्स: व्यापार मंडल)
कुछ देर के लिए वह हर्षिल की वादियों में घूमे. वहां उन्होंने पहाड़ों का आनंद लिया. उनकी खबर सुनते ही प्रशंसको भीड़ लग गई. जिस पर उन्होंने फोटो खिंचवाई. तीर्थ पुरोहितों ने कहा इस तरह के बड़े लोगों के आने से धाम और हर्षिल घाटी में एक बार फिर से रौनक बढ़ेगी.
उन्होंने कहा शीतकालीन में भी यहां यात्रा की जाएगी. जिससे यहां के लोगों को 12 महीने रोजगार मिलेगा. धारली आपदा के बाद गंगोत्री और हर्षिल का पर्यटन कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है.
चारधाम के कपाट बंद की तिथियां-
- गंगोत्री धाम के कपाट 22 अक्टूबर को सुबह 11:36 बजे बंद होंगे.
- केदारनाथ धाम के कपाट 23 अक्टूबर को सुबह 8:30 बजे बंद किए जाएंगे.
- यमुनोत्री धाम के कपाट भी इसी दिन यानी 23 अक्टूबर को दोपहर 12:30 बजे शीतकाल के लिए बंद होंगे
- बदरीनाथ धाम के कपाट 25 नवंबर को बंद कर दिए जाएंगे.

