देहरादून (उत्तराखंड): जनपद में लगातार हो रही बारिश और मौसम विभाग द्वारा अगले तीन दिनों तक भारी वर्षा की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन ने चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा पांच सितंबर तक अस्थायी रूप से स्थगित करने का निर्णय लिया है. यह निर्णय तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. वहीं प्रशासन ने केदारनाथ जाने वाले वाहनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.
5 सितंबर तक यात्रा पर अस्थायी रोक: गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने बताया कि भारी बारिश से प्रदेश में कई जगह भूस्खलन या मलबा आने से मार्ग बाधित हो रहे हैं. जिन्हें सरकार प्राथमिकता पर खोल रही है, लेकिन यात्रियों की सुरक्षा व सुविधा को देखते हुए, फिलहाल चारधाम एवं हेमकुंड साहिब यात्रा को 5 सितंबर 2025 तक स्थगित किए जाने का निर्णय लिया गया है.
⭕️ केदारनाथ धाम में रिम-झिम बारिश के बीच आज के संध्याकालीन आरती दर्शन। pic.twitter.com/8XxzBkKwYK
— Rudraprayag Police Uttarakhand (@RudraprayagPol) August 31, 2025
गढ़वाल कमिश्नर ने यात्रियों से की ये अपील: उन्होंने यात्रियों से अपील की है कि वे प्रतिकूल मौसम की स्थिति को देखते हुए फिलहाल यात्रा मार्गों पर प्रस्थान न करें. प्रशासन द्वारा जारी परामर्श का पालन करें. मौसम सामान्य होने एवं मार्ग पूरी तरह सुरक्षित पाए जाने के उपरांत यात्राओं को पुनः प्रारम्भ किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा सड़क मार्गों की निगरानी, सफाई व यात्रियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. यात्रियों से अनुरोध है कि धैर्य एवं संयम बनाए रखें तथा यात्रा संबंधी जानकारी के लिए प्रशासनिक नियंत्रण कक्ष से सम्पर्क करते रहें.
जनपद रुद्रप्रयाग में हो रही लगातार बारिश और मौसम विभाग द्वारा अगले तीन दिनों तक भारी वर्षा की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा को 1 सितम्बर से 3 सितम्बर तक अस्थायी रूप से स्थगित करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान में…
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) September 1, 2025
रोकी गई केदारनाथ यात्रा: रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने सभी संबंधित विभागों को सतर्क रहने और आवश्यक तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं. वहीं, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने जानकारी दी कि मौसम केंद्र देहरादून द्वारा क्षेत्र में आगामी तीन दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि यह निर्णय पूरी तरह से यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से लिया गया है.जिलाधिकारी ने यात्रियों से अपील की है कि वे फिलहाल अपनी यात्रा को स्थगित करें और अपने घरों में सुरक्षित रहें. जो यात्री पहले से यात्रा पर हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रुकने और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया गया है.
वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित: भारी बारिश से केदारनाथ हाईवे कई स्थानों पर बाधित हो रहा है. विशेषकर बांसवाड़ा के पास स्थित स्लाइडिंग जोन क्षेत्र में मार्ग लगातार बाधित हो रहा है, यदि मार्ग खुल भी रहा है तो वाहनों का आवागमन में काफी दिक्कतें आ रही हैं. वहीं काकड़गाड़, डोलिया देवी समेत अन्य भूस्खलन क्षेत्र भी काफी खतरनाक बने हुए हैं. प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रुद्रप्रयाग मनोज नेगी के नेतृत्व में पुलिस टीम यात्री वाहनों को केदारनाथ की ओर जाने से रोक रही है. यात्रियों को जनपद मुख्यालय में ही रुकने या बदरीनाथ की ओर भेजा जा रहा है.
केदारनाथ धाम जाने वाले मार्ग सोनप्रयाग व गौरीकुण्ड के बीच मुनकटिया स्लाइडिंग जोन क्षेत्रान्तर्गत हुई दुःखद घटना, ऊपर पहाड़ी से पत्थर गिरने से मैक्स बोलेरो वाहन आया चपेट में।
वाहन सवार 2 व्यक्तियों की मृत्यु तथा 3 व्यक्ति घायल हुए हैं। pic.twitter.com/F1frZTmDu6
— Rudraprayag Police Uttarakhand (@RudraprayagPol) September 1, 2025
हालांकि पूरे उत्तराखंड समेत रुद्रप्रयाग जनपद बारिश का दौर जारी है. पहाड़ी दरकने, भूस्खलन से मार्ग लगातार बाधित हो रहे हैं. पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने लोगों से अनावश्यक सफर करने से बचने की अपील की है. फिलहाल केदारनाथ हाईवे पर यात्री वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित की गई है और यात्रा को भी रोका गया है.
बोलेरो वाहन पर गिरे बोल्डर: गौर हो कि रुद्रप्रयाज जिले में आज सुबह सोनप्रयाग-मुनकटिया मार्ग पर एक बोलेरो वाहन हादसे का शिकार हो गया. बोलेरो वाहन पर पहाड़ी से बोल्डर गिरने से दो लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हो गए. आनन-फानन में स्थानीय लोगों और एसडीआरएफ की टीम ने घायलों को तत्काल सोनप्रयाग अस्पताल भेजा, जहां गंभीर दो घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है. बोलेरो में 11 लोग सवार बताए जा रहे हैं, जो उत्तरकाशी से केदारनाथ यात्रा पर आए थे.
पढ़ें–