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जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में BJP का दबदबा, 10 पर दर्ज की धमाकेदार जीत, कांग्रेस के हाथ आई सिर्फ एक सीट


देहरादून: उत्तराखंड में आज 14 अगस्त को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के आखिरी चरण की प्रक्रिया संपन्न हुई. इस बीच जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख, ज्येष्ठ प्रमुख और कनिष्ठ प्रमुख के पदों को लिए मतदान हुए और मतगणना के बाद विजेता भी घोषित किए गए. 5 जिलों में निर्विरोध प्रत्याशी निर्वाचित होने के बाद गुरुवार को हरिद्वार छोड़ 7 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए चुनाव हुए. जिसमें 5 जिलों में भाजपा अधिकृत प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की. एक सीट पर कांग्रेस का अधिकृत प्रत्याशी विजयी घोषित हुआ. जबकि एक सीट पर हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद चुनाव टाल दिया गया.

उत्तराखंड में गुरुवार को संपन्न हुए जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भाजपा का दबदबा रहा. भाजपा ने 12 जिलों में से 10 जिले जिसमें टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल, चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी चंपावत, बागेश्वर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, उधमसिंह नगर सीट भाजपा के अधिकृत प्रत्याशियों के पाले में आई. हालांकि इसमें 5 जिलों में भाजपा के प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए. जबकि कांग्रेस सिर्फ एक सीट देहरादून को जीतने में कामयाब रही. वहीं नैनीताल जिले में चुनाव के दौरान हुए हंगामे के कारण मामला नैनीताल हाईकोर्ट पहुंचा. जहां हाईकोर्ट ने 18 अगस्त को दोबारा चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराने के निर्देश दिए.

उत्तराखंड जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव का परिणाम (PHOTO-ETV Bharat)

नैनीताल में चुनाव टला: नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के सुबह मतदान शुरू हुआ. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा ने उनके वोटरों (जिला पंचायत सदस्यों) का अपहरण कर लिया है. कांग्रेस ने बताया कि उनके पास बहुमत के अनुसार 15 से अधिक सदस्यों का समर्थन है. लेकिन कुछ लोग, जो कि भाजपा के हैं, वे उनके वोटरों को अपहरण कर ले गए. इसके बाद कांग्रेस मामले को लेकर हाईकोर्ट पहुंची. जहां हाईकोर्ट ने 18 अगस्त को नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के लिए दोबारा मतदान कराने के निर्देश दिए.

कांग्रेस के खाते में देहरादून सीट: कांग्रेस ने फिलहाल एक मात्र देहरादून जिला पंचायत अध्यक्ष सीट पर कब्जा किया है. देहरादून से कांग्रेस की अधिकृत प्रत्याशी सुखविंदर कौर ने जीत दर्ज की. सुखविंदर को 17 वोट मिले. वहीं उपाध्यक्ष पद पर अभिषेक सिंह विजयी घोषित हुए. अभिषेक को 18 वोट मिले. अभिषेक सिंह चकराता से कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह के बेटे हैं.

भाजपा के खाते में 10 सीटें: भाजपा ने जिला पंचायतों के 10 सीटों पर अपने अधिकृत प्रत्याशियों को विजयी कराया. इसमें चमोली में दौलत सिंह बिष्ट, पौड़ी गढ़वाल में रचना बुटोला, अल्मोड़ा में हेमा गैड़ा, रुद्रप्रयाग में पूनम कठैत और बागेश्वर में शोभा आर्य ने जीत दर्ज की. इन जिलों में गुरुवार को चुनाव संपन्न हुए. इसके अलावा टिहरी गढ़वाल में इशिता सजवाण, उत्तरकाशी में रमेश चौहान, चंपावत आनंत सिंह अधिकारी, उधम सिंह नगर में अजय मौर्या और पिथौरागढ़ में जितेंद्र प्रसाद भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध जीत हासिल कर चुके हैं.

भाजपा ने मनाया जश्न: वहीं इन चुनावों के परिणाम के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया. भाजपा संगठन और सीएम धामी ने अपने सोशल मीडिया एक्स अकाउंट से जीते हुए प्रत्याशियों को जीत की बधाई दी. दूसरी तरफ कांग्रेस ने पंचायत चुनावों के नतीजों पर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा कि ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला. लेकिन भाजपा ने आरक्षण और अन्य हथकंडों के सहारे कुछ क्षेत्रों पर कब्जा किया.

हरीश रावत, कांग्रेस नेता (VIDEO-ETV Bharat)

हरीश रावत ने लगाया आरोप: हरीश रावत ने रुद्रप्रयाग में कांग्रेस की जीत को हार घोषित करने और नैनीताल और द्वाराहाट में गोलीबारी की घटनाओं को लोकतंत्र की हत्या करार दिया. हरीश रावत का दावा है कि अधिकांश जिला पंचायतों में कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी है. कांग्रेस 14 क्षेत्र पंचायत सीटों पर एक या दो वोट से हारी है. इसका सीधा अर्थ है कि कांग्रेस पार्टी ने क्षेत्र पंचायत स्तर पर भाजपा को कड़ी टक्कर दी है. हरीश रावत ने कहा कि जिला पंचायत सीटों पर भी कांग्रेस ने बेहतर प्रदर्शन किया.

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