उत्तराखंड में गायब वक्फ की 10 बीघा जमीन! (ETV Bharat)
धीरज सजवाण
देहरादून: केंद्र में वक्फ बिल संशोधन के बाद उत्तराखंड में बड़े फर्जीवाड़े सामने आने लगे हैं. ऐसा ही एक मामला रुड़की के पिरान कलियर में सामने आया है. रुड़की में 11 बीघा वक्फ की गई जमीन कई सालों बाद अब सिर्फ एक बीघा रह गई है. खुद वक्फ यूजर ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने कांग्रेस विधायक फुरकान पर वक्फ की जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है.
रुड़की गुलाब नगर से आए समीर अली शेख ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि, गुलाब नगर रामपुर चौक के पास मौजूद हजरत सैयद गुलाब शाह पीर की दरगाह और उसके परिसर में कुल 11 बीघा वक्फ संपत्ति के वह मुतवल्ली हैं. यानी वक्फ की गई 11 बीघा भूमि के वह वक्फ यूजर हैं. जब उन्होंने इस संपत्ति को उम्मीद पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना चाहा और इसके डॉक्यूमेंट के लिए वक्फ बोर्ड कार्यालय पहुंचे तो उन्हें जानकारी मिली कि बोर्ड में उनकी केवल एक बीघा रजिस्टर है.
उत्तराखंड में गायब वक्फ की 10 बीघा जमीन! (ETV Bharat)
उन्होंने डिटेल्स बताते हुए कहा,
1984 में वक्फ की गई भूमि जिसकी उत्तर प्रदेश के समय का खसरा नंबर 98/2 थी, उसके कागजात वक्फ बोर्ड कार्यालय में मौजूद नहीं हैं. वक्फ की गई भूमि तकरीबन 11 बीघा से ज्यादा है. जिसमें से 4 बीघा भूमि पर दरगाह है. जब कार्यालय में इसकी जानकारी लेने के लिए गए तो कागजों में केवल सवा बीघा भूमि मौजूद मिली.
– समीर अली शेख, शिकायतकर्ता –

समीर अली शेख मुतवल्ली वक्फ संपति (ETV Bharat)
इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि इसी परिसर में स्थानीय पिरान कलियर विधानसभा से कांग्रेस विधायक फुरकान अहमद ने 2018 में दो कमरे बनाये. उन्होंने इस संपत्ति के मुतवल्ली होने के नाते विधायक से पूछा गया कि वह किस योजना के तहत यह दो कमरे बना रहे हैं? विधायक निधि या फिर सरकार की कोई ऐसी योजना है तो कृपया उसकी जानकारी दें. जिस पर स्थानीय विधायक ने उन्हें डराया धमकाया. उस जगह पर गैर कानूनी तरीके से कब्जा करने की कोशिश की. इसके बाद उन्होंने कोर्ट का सहारा लिया. 2018 में ये मामला कोर्ट पहुंचा. इसके बाद कोर्ट ने सभी दस्तावेजों को देखते हुए इन निर्माणाधीन दो कमरों पर स्टे दे दिया. तब से यह दोनों कमरे बंद हैं. यह स्टे आज तक बरकरार है.

वक्फ बोर्ड ऑफिस में डॉक्यूमेंट्स की जांच (ETV Bharat)
समीर अली शेख ने बताया अब वह अपनी इस संपत्ति को ऑनलाइन रजिस्टर करवाना चाहते हैं. जब वह बोर्ड कार्यालय पहुंचे तो उनकी भूमि के दस्तावेजों से छेड़खानी की गई. जितनी संपत्ति वक्फ की गई है उतने दस्तावेजों में मौजूद नहीं हैं.
वहीं स्थानीय युवा आरिफ कादरी ने बताया पिरान के लिए विधायक फुरकान अहमद ने इस जमीन पर कब्जा किया हुआ है. उन्होंने बताया वक्फ की गई जमीन 12 बीघा थी. मौके पर अभी 4 बीघा में दरगाह है. वहीं वक्फ बोर्ड कार्यालय में कागजों में केवल 1 बीघा है, जबकि मुतावल्ली के पास पूरे 12 बीघा के कागज हैं.

उत्तराखंड वक्फ बोर्ड ऑफिस (ETV Bharat)
इस पूरे मामले पर ईटीवी भारत ने पिरान कलियर से कांग्रेस विधायक फुरकान अहमद से बात की. उनका कहना है कि इस जमीन पर उनके द्वारा विधायक निधि से राजकीय कन्या विद्यालय बनवाया जा रहा था. जिसके लिए उन्होंने दो कमरे बनाये थे. कुछ लोगों ने इस मामले को लेकर कोर्ट में मुकदमा किया. जिसके बाद कोर्ट ने इस भूमि पर स्टे दे दिया. उसके बाद से यह जमीन वैसी ही पड़ी है.
कब्जे के आरोपों पर उन्होंने कहा जो लोग उन पर आरोप लगा रहे हैं वह खुद इस जमीन का दुरुपयोग कर रहे हैं. दरगाह के नाम पर कुछ लोग अपना धंधा चल रहे हैं. अभी यह मामला कोर्ट में है. इस जमीन पर कोई भी छेड़खानी नहीं की जा रही है. उन्होंने राजकीय कन्या विद्यालय किसी दूसरी जगह पर प्रस्तावित करा दिया है.
– फुरकान अहमद , कांग्रेस विधायक –

वक्फ बोर्ड ऑफिस पहुंचे मुतवल्ली (ETV Bharat)
वहीं, इस पूरे मामले पर उत्तराखंड वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स का भी बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा वक्फ बोर्ड कार्यालय से फाइलें गायब हैं. वक्फ बोर्ड अंदर से खोखला है. यहां से बहुत सारी फाइलें गायब हैं. कर्मचारियों से जानकारी मांगी जाती है तो उनके पास कोई जानकारी नहीं है. कोई फाइल मांगी जाती है तो उनके पास फाइल नहीं है. इसका समाधान अगर करना है तो हमें उत्तर प्रदेश से पुराने डॉक्यूमेंट मांगने होंगे. उन्होंने खुद अपने डिपार्टमेंट पर आरोप लगाया है कि यह लूट का अड्डा बना हुआ है. उन्होंने मुख्यमंत्री से भी इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
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