देहरादून: सनातन नगरी हरिद्वार में एक बार फिर से सनातन विरोधी कार्य करने की हिमाकत की गई है। हरिद्वार के सुमन नगर में टिहरी बांध परियोजना के लिए आबंटित सरकारी भूमि पर अवैध रूप से मजार बना दी गई है। इस खबर के जानकारी में आते ही हिन्दू संगठनों में रोष देखा जा रहा है और प्रशासन के खिलाफ गुस्सा जाहिर हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक टिहरी बांध परियोजना के पुनर्वास के नाम पर मिली ज़मीन पर अवैध कब्जे की नियत से उक्त मजार का निर्माण कर दिया गया है। इस मामले में टिहरी बांध परियोजना के प्रबंधन तंत्र की भूमिका पर भी संदेह किया जा रहा है।
डीएम की अनुमति के बगैर धार्मिक निर्माण अवैध
उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय का निर्देश है कि बिना डीएम की अनुमति के किसी भी धार्मिक स्थल का निर्माण नहीं किया जा सकता है। इस बारे में गृह विभाग द्वारा भी सभी डीएम को स्पष्ट निर्देश भी दिए जा चुके है। बावजूद इसके यहां अवैध मजार बना दी गई।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित का बयान
ये मामला संज्ञान में आया है, जांच के लिए बोल दिया गया है। टिहरी बांध विस्थापितों के लिए ये भूमि आवंटित है इस बारे में आख्या और भूमि दस्तावेजों के जांच पड़ताल की जा रही है प्रशासन द्वारा नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी।
हिंदू संगठनों में गुस्सा
उधर हिन्दू रक्षा सेना के स्वामी प्रबोधनंद गिरी महाराज ने कहा है कि सनातन गंगा नगरी में ऐसे दुस्साहस किए जा रहे है जिसे हिंदू समाज बर्दाश्त नहीं करेगा।