मुंबई, 31 जुलाई (आईएएनएस)। अदाणी रियल्टी ने एक बार फिर ‘2025 जीआरओएचई-हुरुन इंडिया रियल एस्टेट 150 लिस्ट’ में सबसे मूल्यवान गैर-सूचीबद्ध रियल एस्टेट कंपनी का स्थान हासिल कर लिया है। यह जानकारी गुरुवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।
हुरुन रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, 52,400 करोड़ रुपए के मूल्यांकन के साथ अदाणी रियल्टी भारतीय शहरों में बड़े पैमाने पर शहरी परियोजनाओं और पुनर्विकास पहलों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की टॉप रियल एस्टेट फर्मों का मूल्यांकन 1.9 लाख करोड़ रुपए बढ़कर 16 लाख करोड़ रुपए या 188 अरब डॉलर हो गया है। उनके कुल मूल्य में केवल 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो पिछले वर्ष की 70 प्रतिशत वृद्धि से काफी कम है और इस सूची में अब तक का सबसे कम है।
डीएलएफ 2 लाख करोड़ रुपए के साथ भारत की सबसे मूल्यवान रियल एस्टेट कंपनी बनी हुई है। अदाणी रियल्टी शीर्ष गैर-सूचीबद्ध कंपनी है, जिसका मूल्यांकन 52,400 करोड़ रुपए है।
मुंबई भारत के रियल एस्टेट सेक्टर में अग्रणी है, जहां 42 सूचीबद्ध कंपनियों का मूल्य 6,96,800 करोड़ रुपए है। इस सूची में 63 नए प्रवेशक शामिल हुए हैं, जिनमें से 29 प्रवेशक सीधे सूची के शीर्ष 100 में शामिल हैं।
वित्त वर्ष 2025 में समग्र रियल एस्टेट परिदृश्य में अपेक्षाकृत कम वृद्धि देखी गई, जिसमें भारत की सबसे मूल्यवान रियल एस्टेट कंपनियों का संयुक्त मूल्य 16 लाख करोड़ रुपए या 188 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 1.9 लाख करोड़ रुपए की वृद्धि है।
अप्रैल के बाद स्थिर ब्याज दरों और मजबूत आवास मांग से रिकवरी में मदद मिलने के कारण रियल एस्टेट के मूल्य में 1.4 लाख करोड़ रुपए की वृद्धि हुई।
रियल एस्टेट क्षेत्र के शीर्ष 10 अमीरों की सूची में चार बेंगलुरु से, तीन मुंबई से, दो-दो हैदराबाद और दिल्ली-एनसीआर से और एक अहमदाबाद से है।
डीएलएफ के राजीव सिंह 1.27 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ इस सूची में सबसे आगे हैं, इसके बाद मंगल प्रभात लोढ़ा और लोढ़ा डेवलपर्स परिवार 92,340 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
–आईएएनएस
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