हरक सिंह रावत से खास बातचीत (PHOTO-ETV Bharat)
रोहित सोनी की रिपोर्ट
देहरादून: उत्तराखंड में साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है. इसको लेकर कांग्रेस पार्टी ने उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कई बड़े बदलाव किए हैं. जिसके तहत कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को एक बार फिर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है. उधर पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष बनाया है. जबकि कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधायक प्रीतम सिंह को अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया है. उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी में हुए बदलाव के बाद अब प्रदेश कांग्रेस, आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तैयार हो गई है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रबंधन कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष हरक सिंह रावत ने कहा कि, वो पार्टी आलाकमान के बहुत आभारी हैं, जिन्होंने उन पर भरोसा जताया है. ऐसे में वो अपने पार्टी के आलाकमान को भरोसा दिलाते हैं कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आए, इसके लिए उनमें जितनी भी ताकत और सामर्थ्य है, उतना प्रयास करेंगे. क्योंकि, उत्तराखंड राज्य में कांग्रेस की सरकार लाने का मतलब है कि जो बेरोजगार नौजवानों, किसानों और महिलाओं के साथ धोखा हो रहा है, साथ ही उत्तराखंड के शहीदों का सपना जो टूट रहा है, उसको बचाने के लिए कांग्रेस की सरकार लाने का पूरा प्रयास करेंगे.
हरक सिंह रावत से खास बातचीत (ETV Bharat)
डफली और डुगडुगी कैसे बजनी है, जानता हूं: आगामी साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में बेहद कम समय बचा हुआ है. ऐसे में पार्टी किन रणनीतियां पर काम करने जा रही है? इस सवाल पर हरक सिंह रावत ने कहा कि वह छात्र राजनीति से आए हैं. ऐसे में उन्हें यह मालूम है कि किस तरह से डफली और डुगडुगी बजनी है. साथ ही किस तरह से जनता का भरोसा जीतना है, यह उन्हें मालूम है. ऐसे में कांग्रेस लोगों का भरोसा जीतेगी, जनता ने उनके 30-35 साल के राजनीतिक कैरियर को देखा है, क्योंकि उनको जो भी जिम्मेदारी मिली है, उससे उत्तराखंड को कुछ ना कुछ दिया है. ऐसे में उत्तराखंड के लोगों का उन पर भरोसा है.
उत्तराखंड कांग्रेस पार्टी के तमाम नेताओं के बीच मनमुटाव और मनभेद होने के सवाल पर हरक सिंह रावत ने कहा कि यह बहुत साफ है कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आएगी, तभी कोई मुख्यमंत्री और मंत्री बनेगा. ऐसे में कांग्रेस सिर्फ मुख्यमंत्री और मंत्री बनने के लिए राजनीति नहीं कर रही है और वो खुद इन सब चीजों से काफी ऊपर उठ चुके हैं. उत्तराखंड में जिस तरह का माहौल बना है और जिस तरह की घटनाएं हो रही हैं, उसके लिए उत्तराखंड को नहीं बनाया था. बल्कि एक शांतिप्रिय प्रदेश के लिए उत्तराखंड राज्य को बनाया गया था. जबकि आज ऋषिकेश में शराब की दुकान हटाने के लिए जनता को लड़ाई लड़नी पड़ रही है. ऐसे में कांग्रेस उत्तराखंड के लोगों के लिए लड़ाई लड़ेगी. -हरक सिंह रावत, अध्यक्ष, कांग्रेस चुनाव प्रबंधन कमेटी
पहाड़ मैदान पर बोले हरक सिंह: विधानसभा विशेष सत्र के दौरान क्षेत्रवाद का मुद्दा काफी अधिक चर्चाओं में रहने के सवाल पर हरक सिंह रावत ने कहा
यह बात ठीक है कि प्रदेश में पहाड़ की भौगोलिक परिस्थितियों के आधार पर योजनाएं बननी चाहिए. लेकिन हरिद्वार और उधम सिंह नगर भी राज्य का ही हिस्सा है. ऐसे में जितना अधिकार प्रदेश के अन्य जिलों के रहने वाले लोगों का है, उतना ही अधिकार हरिद्वार और उधम सिंह नगर जिले के रहने वाले लोगों का है. ऐसे में जो उत्तराखंड में आ गया, वो उत्तराखंडी है. लिहाजा जो भू कानून अन्य जिलों पर लागू होता है, वही भू कानून हरिद्वार और उधम सिंह नगर पर भी लागू होना चाहिए. ऐसे में छोटी राजनीति के लिए इस तरह के काम नहीं करना चाहिए, क्योंकि इस प्रदेश का भला नहीं होगा. -हरक सिंह रावत, अध्यक्ष, कांग्रेस चुनाव प्रबंधन कमेटी
क्या 2027 का चुनाव लड़ेंगे हरक सिंह: आगामी विधानसभा चुनाव में हरक सिंह रावत के चुनाव लड़ने के सवाल पर हरक सिंह रावत ने कहा कि उनका चुनाव लड़ने का निर्णय पार्टी तय करेगी. हालांकि, साल 2022 में हुई विधानसभा चुनाव में उन्होंने चुनाव लड़ने से मना किया था. लेकिन अगर आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी जो भी निर्देश देगी, उन निर्देशों का पालन करेंगे.
भाजपा सिंडिकेट कंपनी: उत्तराखंड की राजनीति में अक्सर यह चर्चाएं उठती रही है कि हरक सिंह रावत एक बार फिर भाजपा का दामन थाम लेंगे? जिस पर हरक सिंह रावत ने कहा कि अब वह भाजपा में नहीं जा रहे हैं, क्योंकि वर्तमान भाजपा एक सिंडिकेट कंपनी है. इसमें वह 5 साल रह कर देख चुके हैं. ऐसे में इस सिंडिकेट कंपनी से अच्छी कांग्रेस पार्टी है. कहा कि भाजपा उनको पहले इसलिए पसंद थी, क्योंकि भगत सिंह कोश्यारी की खिचड़ी खाते थे, तमाम नेता बसों से यात्रा करते थे. लेकिन वर्तमान समय में भाजपा के नेता फाइव स्टार होटल से नीचे कहीं रुकते ही नहीं हैं. पहले पहाड़ों में जब कोई खिलाने वाला नहीं होता था, उसे दौरान जिला प्रचारक तीन-तीन दिन भूखा रहता था. लेकिन वर्तमान में जिला प्रचारक ऐसा होता है कि डीएम भी उसको रिपोर्ट करे. ऐसे में वर्तमान भाजपा कोई त्याग बलिदान करने वाली पार्टी नहीं है, बल्कि सिंडिकेट कंपनी है. जबकि भाजपा से अच्छी कांग्रेस है, जो कोई ढोंग नहीं करती है.
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