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उत्तराखंड में बदली पूरी 'टीम कांग्रेस', क्या गोदियाल देंगे पावर बूस्ट? बीजेपी क्यों बोली- 'हश्र इससे भी बुरा होगा'


कांग्रेस की नई टीम. (ETV Bharat)

किरणकांत शर्मा

देहरादून: उत्तराखंड में कांग्रेस ने मंगलवार 11 नवंबर 2025 की शाम अचानक बड़ा फैसला लेते हुए पूरी टीम को ही रिन्यू कर दिया. गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक के पदाधिकारियों को बदल डाला. प्रदेश अध्यक्ष से लेकर प्रबंधन समिति और चुनाव से जुड़े महत्वपूर्ण पदों पर नई नियुक्तियां करके कांग्रेस ने नई टीम का गठन किया है. साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस में हुए इस बदवाल के पीछे बड़ी रणनीति मानी जा रही है. खास बात ये है कि कांग्रेस ने अपनी नई टीम में गढ़वाल को तवज्जो दी है. हालांकि, दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जैसे वरिष्ठ नेता को कोई दायित्व नहीं सौंपा गया है.

2027 के लिए टीम तैयार, कितना पड़ेगा फर्क: साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की कमान कांग्रेस से गणेश गोदियाल के हाथों में रहेगी. अपने बयानों से बीजेपी की घेराबंदी करने में माहिर गणेश गोदियाल को इससे पहले भी मौका दिया गया था. 2022 चुनावों के समय भी कमान उन्हीं के हाथों में थी.

उत्तराखंड की बदली गई टीम कांग्रेस. (ETV Bharat)

गोदियाल एक नज़र-

  1. 22 जुलाई 2021 को कांग्रेस ने गणेश गोदियाल को उत्तराखंड कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था.
  2. अध्यक्ष पद पर रहते हुए उन्हें हरीश रावत जैसे वरिष्ठ नेता का खूब साथ मिला.
  3. हालांकि ये बात अलग है कि कांग्रेस में हुए उस वक्त बदलाव का असर चुनाव परिणाम में नहीं देखने को मिला.
  4. 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद गणेश गोदियाल को भी अध्यक्ष पद से हाथ धोना पड़ा.

ब्राह्मण को कमान, कुमाऊं में आगे क्या? दूसरी तरफ कांग्रेस में हुए बदलाव में हरीश रावत की छाप साफ दिखाई देती है. दरअसल, हरीश रावत बीते कुछ दिनों से राज्य में ब्राह्मण और सनातनियों को तवज्जो देने की बात कर रहे थे. ऐसा भी हो सकता है कि हरीश रावत को पार्टी के शीर्ष नेताओं के इस फैसले की खबर पहले से लग गई हो, शायद यही कारण है कि एक महीने में कई बार ब्राह्मणों के पक्ष में बयान देने वाले हरीश रावत खुलकर अपनी बात रख रहे थे. हालांकि, देखा जाए तो कांग्रेस ने अपने इस फैसले में ठाकुर और ब्राह्मण दोनों का संतुलन रखा है. लेकिन यह बात बताती है कि फिलहाल सभी जिम्मेदारियां गढ़वाल के प्रमुख नेताओं को ही मिली है.

जानें क्या कहते हैं जानकर: पौड़ी गढ़वाल से आने वाले गणेश गोदियाल ब्राह्मण हैं जबकि हरक सिंह रावत जैसे बड़े नेता को प्रबंधन की जिम्मेदारी देकर ठाकुर वोट साधने की कोशिश कांग्रेस ने की है. इसके साथ ही जौनसार जैसे इलाके को महत्व देते हुए प्रीतम सिंह को पार्टी ने चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया है. राजनीतिक जानकार आदेश त्यागी कांग्रेस की इस नई टीम पर कहते हैं,

आने वाले दिनों में कुमाऊं में भी पार्टी कोई दायित्व किसी विधायक या नेता को देगी. क्योंकि इस तरह से कुमाऊं को खाली छोड़ना कांग्रेस के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. लेकिन इतना तय है कि कांग्रेस ने गणेश गोदियाल को अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस को मजबूती की दिशा में आगे बढ़ाया है.
– आदेश त्यागी, राजनीतिक जानकार –

आदेश त्यागी मानते हैं कि जिस तरह से लोकसभा चुनाव में गणेश गोदियाल सबसे अधिक चर्चा में थे. भाजपा के बड़े नेताओं को उनके गृह क्षेत्र में आकर रैलियां करनी पड़ रही थीं.

लोकसभा चुनाव में अनिल बलूनी और विधानसभा चुनाव में धन सिंह रावत के खिलाफ उनका वोट का मार्जिन बेहद कम था. खास बात है कि गोदियाल की गढ़वाल में अच्छी पकड़ है. हालांकि, ये भी साफ है कि कांग्रेस के सभी नेताओं को साथ लेकर चलना भी गणेश गोदियाल के लिए बड़ी चुनौती रहेगी.
– आदेश त्यागी, राजनीतिक जानकार –

ब्राह्मण बाद में, पहले अच्छा इंसान होना जरूरी: वहीं, नई जिम्मेदारी मिलने और हरीश रावत के ब्राह्मण वाले बयान पर ईटीवी भारत से बात करते हुए गणेश गोदियाल ने कहा कि, वो इस मुद्दे से ज्यादा ताल्लुक नहीं रखते. गणेश गोदियाल ने पार्टी के बड़े नेताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि हरीश रावत वरिष्ठ नेता हैं. वो जानते हैं कि कब कहां कौन सी बात करनी है. परंतु कांग्रेस पार्टी हो या वह खुद, किसी भी जाति धर्म से पहले एक अच्छा इंसान होना जरूरी है. गणेश गोदियाल का मानना है कि कांग्रेस की नई टीम आने वाले दिनों में मजबूती के साथ जनता के सवाल और मुद्दे उठाएगी.

अध्यक्ष बनते ही उठाया ये मुद्दा: अध्यक्ष बनते ही गणेश गोदियाल ने बीते दिनों विधानसभा के अंदर से उठे मूल निवास के सवाल पर भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि,

हरिद्वार और उधम सिंह नगर के लोग भी यहीं के मूल निवासी हैं, लेकिन हमें उन लोगों से बचकर रहना होगा जो 24 साल से यहां पर आकर रहते हैं और यहां के रहने वाले या मूल निवासियों का हक मार रहे रहैं. अगर कोई यहां पर सालों से रह रहा है तो उत्तराखंड जितना चमोली वाले का है, उतना ही उधम सिंह नगर में रहने वाले व्यक्ति का भी है.
– गणेश गोदियाल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष –

हरीश रावत क्या बोले? वहीं, कांग्रेस की नई टीम को लेकर पूछे गए सवाल पर हरीश रावत ने कहा कि भले ही उन्हें कोई जिम्मेदारी न दी गई हो, पर हर पद और हर पदाधिकारी की परछाई उनकी परछाई है.

हाईकमान ने यह बहुत शानदार टीम बनाई है, यह समन्वयवादी अमृत है. यह उत्तराखंड में कांग्रेस को नई ऊंचाई देगा. हम सब मिलजुल कर खड़े होंगे. एक साथ आगे बढ़ेंगे.
– हरीश रावत, पूर्व मुख्यमंत्री –

गणेश गोदयाल की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी लीडरशिप ने उनके पोटेंशियल को देखा है. पार्टी ने हमारे सभी पिलर को मजबूत करने का काम किया है. एक बार फिर ब्राह्मण पर बयान देते हुए हरीश रावत ने कहा कि जब से कांग्रेस कमजोर हुई है, तब से ब्राह्मण को भी पीछे हटना पड़ा है. अब पार्टी में ना तो कोई गुटबाजी रहेगी और कार्यकर्ता गुटबाजी रहने भी नहीं देगा.

बीजेपी ने भी बताया बेहतर, दी बधाई: उधर, कांग्रेस की नई टीम को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का भी बयान सामने आया है. महेंद्र भट्ट का कहना है कि, पहले तो कांग्रेस को बधाई कि उन्होंने देर से ही सही, अपनी टीम तो बनाई. हालांकि, पार्टी ने जो भी फैसला लिया है, उसमें सभी पुराने लोग हैं. हमारे लिए कोई भी नया चेहरा नहीं है. लेकिन गणेश गोदियाल अगर अध्यक्ष बने हैं तो उम्मीद है कि पार्टी और बेहतर तरीके से काम करेगी. कांग्रेस अगर उसी पटरी पर चली, जिस पटरी पर वह 60 वर्षों से चलती आ रही है तो फिर कांग्रेस का भगवान ही मालिक है.

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