राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Photo- ETV Bharat)
देहरादून: उत्तराखंड के रजत जयंती वर्ष पर आयोजित दो दिवसीय विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन आज सोमवार 3 नवंबर को सदन में कुछ खास रहने वाला है. सुबह 11 बजे राष्ट्रगान के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हो जाएगी. तय कार्यक्रम के अनुसार, राष्ट्रगान के बाद उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष की ओर से राष्ट्रपति के सम्मान में स्वागत भाषण दिया जाएगा. इसके बाद राष्ट्रपति के सम्मान में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और फिर राज्यपाल गुरमीत सिंह भाषण देंगे. राष्ट्रपति के सम्मान में होने वाले भाषण के लिए पांच-पांच मिनट का समय तय किया गया है. इसके बाद, करीब 11:25 बजे उत्तराखंड विधानसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संबोधन होगा.
विधानसभा के विशेष सत्र का आज पहला दिन: उत्तराखंड विधानसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के बाद, राष्ट्रगान होगा. इसके बाद राष्ट्रपति नैनीताल के लिए रवाना हो जाएंगी. राष्ट्रपति के संबोधन के बाद उत्तराखंड विधानसभा की प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमावली, 2005 के तहत कार्यवाही आगे बढ़ जाएगी. ऐसे में राज्य स्थापना के 25वें यानी रजत जयंती वर्ष के मद्देनजर राज्य की प्रगति और भविष्य के रोड मैप के सम्बन्ध में विशेष चर्चा की जाएगी. दरअसल, विधानसभा के विशेष सत्र के लिए पहले ही उत्तराखंड शासन की ओर से रोड मैप तैयार किया जा चुका है. इसमें मुख्य रूप से पिछले 25 सालों के भीतर राज्य की ओर से हासिल की गई उपलब्धियां को जहां विधानसभा के सम्मुख रखा जाएगा, तो वहीं दूसरी ओर भविष्य के रोड मैप को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा की जाएगी.
कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई: विधानसभा विशेष सत्र को लेकर रविवार यानी 2 नवंबर को कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई थी. बैठक में दो दिवसीय विधानसभा विशेष सत्र का कार्यक्रम तय किया गया था.
बीजेपी विधान मंडल दल की बैठक: इससे पहले उत्तराखंड राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आहूत करने के संबंध में बीजेपी विधान मंडल दल की बैठक हुई. रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में भाजपा विधान मंडल की बैठक की गई. बैठक में आगामी विशेष सत्र की रूपरेखा, कार्यक्रम की तैयारियों एवं विधायी कार्यों को लेकर विस्तृत चर्चा की गई. विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूरी ने विधानसभा पहुंचकर तैयारी का जायजा लिया.
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया क्या होगा: निरीक्षण के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि-
सभी व्यवस्थाएं समयबद्ध और उच्चस्तरीय समन्वय के साथ पूरी की जाएं, ताकि ये ऐतिहासिक सत्र उत्तराखंड की गरिमा और परंपरा के अनुरूप भव्य रूप में संपन्न हो. उन्होंने कहा कि यह विशेष सत्र देवभूमि उत्तराखंड की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत, 25 वर्षों की विकास यात्रा और आने वाले वर्षों की संभावनाओं पर केंद्रित रहेगा. यह सत्र राज्य की प्रगति, उपलब्धियों और संकल्पों को नई दिशा देने का कार्य करेगा.
-ऋतु खंडूरी, विधानसभा अध्यक्ष, उत्तराखंड-
संसदीय कार्यमंत्री ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को स्वर्णिम पल बताया: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई भाजपा विधान मंडल दल की बैठक के बाद संसदीय कार्यमंत्री, सुबोध उनियाल ने कहा कि-
सत्र का संचालन सुचारू, गरिमामय और ऐतिहासिक बनाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि यह सत्र राज्य के लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण उत्तराखंड के इतिहास का स्वर्णिम क्षण होगा. राज्य आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप सशक्त, आत्मनिर्भर और समृद्ध उत्तराखंड के निर्माण के लिए सरकार प्रतिबद्ध है.
-सुबोध उनियाल, संसदीय कार्यमंत्री-
राष्ट्रपति नैनीताल जाएंगी: बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा में राष्ट्रपति का संबोधन होने के बाद राष्ट्रपति नैनीताल के लिए रवाना हो जायेंगी. वहां राष्ट्रपति नैनीताल स्थित राजभवन की स्थापना के 125 साल पूरे होने पर आयोजित समारोह में भी शामिल होंगी. इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने उत्तराखंड दौरे के तीसरे दिन यानि 4 नवंबर को कैंची धाम स्थित नीब करौरी बाबा (नीम करोली) के आश्रम जायेंगी. नई दिल्ली लौटने से पहले राष्ट्रपति नैनीताल में कुमाऊं विश्वविद्यालय के 20वें दीक्षांत समारोह में भी शामिल होंगी.
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