देवभूमि सांस्कृतिक महोत्सव 2025 (फोटो सोर्स- Information Department)
चमोली: देश के प्रथम गांव माणा में आयोजित दो दिवसीय ‘देवभूमि सांस्कृतिक महोत्सव 2025’ का रंगारंग समापन हो गया. इस आयोजन में स्थानीय समुदायों, पर्यटकों और गणमान्य अतिथियों की उत्साहपूर्ण सहभागिता देखने को मिली. महोत्सव का संचालन भारतीय सेना एवं उत्तराखंड सरकार के संयुक्त तत्वावधान में किया गया. वहीं, महोत्सव के समापन मौके पर सीएम धामी भी पहुंचे.
बता दें कि रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समापन दिवस पर बदरीनाथ धाम हेलीपैड पहुंचे. जहां चमोली डीएम गौरव कुमार और पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने उनका स्वागत किया. पुलिस बल की ओर से मुख्यमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. इसके बाद वे कार के माध्यम से टूरिस्ट अराइवल प्लाजा पहुंचे और कार्यक्रम में शामिल हुए.
सड़क, संचार और अवस्थापना सुविधाओं के साथ-साथ होम स्टे योजना जैसी पहलें अब सीमांत अंचलों की पहचान बन रही हैं। pic.twitter.com/yAEVnn3apy
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 26, 2025
सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन और आर्थिकी के बढ़ावा में अहम कदम: सीएम धामी ने अपने संबोधन में कहा कि स्थानीय जनता, सेना और प्रशासन के सुचारू समन्वय से यह आयोजन बेहद सफल रहा, जिसने सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन और आर्थिकी को बढ़ावा देने की दिशा में अहम कदम बढ़ाया है. उन्होंने स्थानीय बामणी गांव की महिलाओं की ओर से शॉल भेंट कर किए गए स्वागत पर प्रसन्नता जाहिर की.

माणा में देवभूमि सांस्कृतिक महोत्सव (फोटो सोर्स- Information Department)
इसके अलावा सीएम धामी ने जिला प्रशासन और सेना की ओर से लगाए गए स्टालों एवं ‘नो योर आर्मी’ प्रदर्शनी का अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी भारतीय सेना और आम जनता के बीच विश्वास एवं सहयोग को और मजबूत करेगी. आर्मी की ओर से प्रदर्शित उपकरणों, मॉडल्स और सूचना सामग्री को उन्होंने सराहा.

सेना के जवानों संग सीएम धामी (फोटो सोर्स- Information Department)
महोत्सव में पारंपरिक लोकनृत्य और संस्कृति की दिखी झलक: वहीं, महोत्सव में स्कूली बच्चों ने पारंपरिक लोकनृत्य और गीतों की शानदार प्रस्तुति दी. सीएम धामी ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पुरस्कार वितरित किए और कहा कि गढ़वाली लोक संस्कृति की ये झलकियां देवभूमि के असली गौरव को दर्शाती हैं. गढ़वाली बैंड, स्थानीय कलाकारों और कारीगरों के प्रदर्शन ने भी सभी का मन मोह लिया.

अभिवादन स्वीकाते सीएम धामी (फोटो सोर्स- Information Department)
स्थानीय शिल्पकारों और स्वयं सहायता समूहों की ओर से लगाए गए स्टॉलों में पारंपरिक बुनाई, लकड़ी के हस्तशिल्प, जैविक उत्पाद, स्थानीय व्यंजन और अन्य धरोहर सामग्री को पर्यटकों ने खूब सराहा. सीएम धामी ने कहा कि यह पहल वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के उद्देश्यों को मजबूती प्रदान करते हुए युवाओं और महिलाओं को आजीविका के नए अवसर उपलब्ध करवाती है.
श्री बद्रीनाथ धाम में विधिवत पूजा-अर्चना कर श्री हरि विष्णु से प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि एवं राज्य की उन्नति की कामना की। यह दिव्य स्थल सदैव लोककल्याण और सनातन मूल्यों के मार्ग पर अग्रसर रहने की प्रेरणा देता है। pic.twitter.com/chwexgOdk0
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 26, 2025
वहीं, मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह महोत्सव केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं बल्कि, सर्दियों के मौसम में पर्यटन विकास, रोजगार सृजन, रिवर्स पलायन को बढ़ावा और सीमांत क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को सशक्त करने में सहायक सिद्ध होगा. वहीं, कार्यक्रम के बाद सीएम धामी ने बदरी विशाल के दर्शन कर पूजा अर्चना की और प्रदेश एवं देशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की.
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