अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (AP)
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गाजा पीस डील के बाद अब यूक्रेन युद्ध पर फोकस कर दिया है. वह टॉमहॉक मिसाइल की धमकी देकर युद्ध समाप्त करना चाहते हैं. इस बीच पुतिन पर तंज भी कसा. उन्होंने कहा कि ‘मुझे नहीं पता कि वह यह युद्ध क्यों जारी रखे हुए हैं. उन्हें यह युद्ध एक हफ्ते में जीत लेना चाहिए था.’
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को यूक्रेन में चल रहे युद्ध को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आलोचना करते हुए कहा कि इससे उनकी छवि बहुत खराब हो रही है. ट्रंप ने ऐसी टिप्पणी ऐसे समय की जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की उनसे मिलने वाले हैं. इससे पहले मिडिल ईस्ट जाने से पहले ट्रंप ने यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइल देने की बात कही थी. हालांकि रूस की ओर से भी इसपर प्रतिक्रिया दी गई. रूस की ओर से कहा गया कि इसके परिणाम विनाशकारी होंगे.
ट्रंप ने यह टिप्पणी व्हाइट हाउस में अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली के साथ द्विपक्षीय लंच के दौरान की. यह बैठक अमेरिकी सरकार द्वारा अर्जेंटीना की अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए 20 अरब अमेरिकी डॉलर के वित्तीय पैकेज की घोषणा के तुरंत बाद हुई. यह टिप्पणी ट्रंप की शुक्रवार को व्हाइट हाउस में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ निर्धारित बैठक से पहले आई है.
इसमें यूक्रेन के लिए अमेरिकी समर्थन जारी रखने पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है. यह बैठक 13 अक्टूबर की उन रिपोर्टों के बाद हुई जिनमें कहा गया था कि कई स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार ट्रंप हथियारों की आपूर्ति पर अंतिम निर्णय लेने से पहले यूक्रेन को अमेरिका निर्मित टॉमहॉक लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलें भेजने पर विचार कर रहे थे.
अमेरिकी नेता ने रविवार को मिडिल ईस्ट की यात्रा के दौरान एयर फोर्स वन में पत्रकारों से कहा, ‘सच कहूँ तो मुझे टॉमहॉक के बारे में रूस से बात करनी पड़ सकती है.’ रूसी समाचार एजेंसी तास (TASS) की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने आगे कहा कि अगर यूक्रेन विवाद सुलझता नहीं है तो वह टॉमहॉक भेजेंगे.
इन चर्चाओं के बीच नाटो सहयोगी एस्टोनिया के विदेश मंत्री मार्गस त्सखना ने एबीसी न्यूज को बताया कि यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलों की आपूर्ति करने का अमेरिका का संभावित निर्णय रूस को पीछे धकेलने में मदद कर सकता है. साथ ही मॉस्को को एक बहुत कड़ा संदेश भेजेगा.
वाशिंगटन डी.सी. स्थित सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (सीएसआईएस) के मिसाइल डिफेंस प्रोजेक्ट के अनुसार यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने पहले पुष्टि की थी कि कीव लंबी दूरी की मिसाइल चाहता है. इसके विभिन्न प्रकारों की मारक क्षमता 1550 मील तक है.
जेलेंस्की ने रविवार को कहा कि उन्होंने दो दिनों में दूसरी बार ट्रंप से बात की है और रूस के साथ युद्ध, यूक्रेन की सैन्य क्षमताओं और उसके ऊर्जा क्षेत्र पर उनकी बातचीत को बहुत उपयोगी बताया. यूक्रेनी राष्ट्रपति ने एक्स पर कहा कि ट्रंप के साथ उनकी बातचीत में स्थिति के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई. इसमें यूक्रेन की रक्षा, वायु रक्षा, लचीलापन और लंबी दूरी की क्षमताएँ शामिल हैं.
उन्होंने आगे कहा कि नेताओं ने यूक्रेन के ऊर्जा क्षेत्र से संबंधित कई विवरणों पर भी चर्चा की. हालाँकि उन्होंने इस बारे में और विस्तार से नहीं बताया. रविवार को प्रसारित फॉक्स न्यूज के साथ एक विशेष साक्षात्कार में जेलेंस्की ने आशा व्यक्त की कि इजराइल-हमास युद्धविराम सुनिश्चित करने में ट्रंप की सफलता रूस के साथ इसी तरह के समाधान और यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने के लिए एक मिसाल कायम कर सकती है.
इस बीच रूसी सरकारी मीडिया ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में 2 अक्टूबर को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वल्दाई इंटरनेशनल डिस्कशन क्लब के पूर्ण सत्र में अपने संबोधन में कहा था कि अमेरिकी सैन्य कर्मियों की प्रत्यक्ष भागीदारी के बिना टॉमहॉक मिसाइलों का उपयोग नहीं किया जा सकता.
उन्होंने आगाह किया कि इस तरह की कार्रवाई रूस और अमेरिका के बीच संबंधों में गुणात्मक रूप से नए स्तर की वृद्धि का संकेत देगी. 5 अक्टूबर को पुतिन ने आगे चेतावनी दी कि यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलों की आपूर्ति करने का अमेरिका का संभावित निर्णय रूस-अमेरिका संबंधों में सकारात्मक रुझान को बर्बाद कर सकता है.
आरटीएक्स कॉर्पोरेशन द्वारा निर्मित बीजीएम -109 टॉमहॉक लैंड अटैक मिसाइल, एक सटीक-निर्देशित, जेट-संचालित, सबसोनिक क्रूज मिसाइल है जो 1980 के दशक की शुरुआत से सेवा में है. अमेरिका निर्मित मिसाइलों को आमतौर पर युद्धपोतों, पनडुब्बियों या विशेष जमीनी प्रणालियों से प्रक्षेपित किया जाता है.
युद्ध अध्ययन संस्थान (आईएसडब्ल्यू) के अनुसार 1550 मील लंबी दूरी की टॉमहॉक मिसाइल के इस्तेमाल से रूस के करीब 1945 सैन्य ठिकाने या सैन्य वस्तुएं इसके रेंज में आ जाएगी. वहीं 1000 मील वाले मिसाइल से कम से कम 1655 सैन्य ठिकाने इसके टारगेट में आ जाएंगे.
आईएसडब्ल्यू ने 5 अक्टूबर के अपने अपडेट में कहा, ‘यूक्रेन रूस के अग्रिम मोर्चे के युद्धक्षेत्र में रूस के कमजोर सहायता क्षेत्रों को निशाना बनाकर उसके प्रदर्शन को काफी कमजोर कर सकता है. आईएसडब्ल्यू ने आगे कहा कि यूक्रेन की रूस के पिछले हिस्से में बड़े पेलोड के साथ मिसाइल हमले करने की क्षमता उसे प्रमुख सैन्य संपत्तियों को नष्ट करने में कामयाबी मिलेगी.
जैसे कि तातारस्तान गणराज्य के येलाबुगा स्थित शहीद ड्रोन फैक्टरी या सारातोव ओब्लास्ट स्थित एंगेल्स-2 एयर बेस को निशाना बनाने में सक्षम बना सकती है. इन सब ठिकानों से रूस यूक्रेन पर हवाई क्रूज मिसाइलें दागने वाले रणनीतिक बम वर्षक विमान भेजता है.

