हैदराबाद: एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टेक्नोलॉजी की ख़बर आजकल चारों ओर छाई रहती है. एआई टेक्नोलॉजी लोगों के लिए कई मुश्किल कामों को आसान तो बना रही है, लेकिन साथ ही साथ कई लोगों की नौकरियां भी छीन रही है. पिछले कई महीनों से दुनिया भर में इस बात की काफी चर्चाएं हो रही है कि क्या एआई टेक्नोलॉजी लोगों की नौकरियां छीन रही है या क्या आने वाले वक्त में एआई लोगों की नौकरियां छीन लेगा? इसके बारे में नीति आयोग की एक नई रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि अगर भारत सही रणनीतियां बनाकर काम करे तो आने वाले 5 सालों में एआई की मदद से 40 लाख नौकरियां बनाई जा सकती है.
NITI Aayog की नई रिपोर्ट ‘Roadmap for Job Creation in the AI Economy’ के मुताबिक, अगर इंडिया सही स्ट्रैटेजी के साथ चले, तो आने वाले 5 सालों में करीब 40 लाख नई नौकरियां बनाई जा सकती हैं. हालांकि, इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि अगर चीजें ऐसी ही चलती रहीं तो टेक सर्विस सेक्टर में काम करने वालों की संख्या 2031 तक करीब 20 लाख तक घट सकती है, लेकिन अगर भारत ने वक्त रहते सही कदम उठाए तो इसी एआई टेक्नोलॉजी की मदद से लाखों नई नौकरियां बनाई जा सकती है.
India’s AI Moment: Turning Disruption into Opportunity
NITI Aayog’s Frontier Tech Hub today released The Roadmap for Job Creation in the AI Economy, outlining an ambitious vision to position India as the AI workforce capital of the world.
The roadmap was unveiled by Shri B.V.R.… pic.twitter.com/u0ELAspjo8
— NITI Aayog (@NITIAayog) October 10, 2025
नेशनल एआई टैलेंट मिशन लॉन्च करने की सिफारिश
इसी नई सोच के साथ नीति आयोग ने एक National AI Talent Mission लॉन्च करने की सिफारिश की है, ताकि भारत को ग्लोबल एआई वर्कफोर्स कैपिटल बनाया जा सके. इसका मतलब है कि आने वाले वक्त में स्कूल्स, यूनिवर्सिटीज़ और स्किल सेंटर्स में एआई एक बेसिक स्किल की तरह पढ़ाई जाएगी, जैसे अभी तक बच्चों को इंग्लिश या गणित पढ़ाई जाती हैय
NITI Aayog के CEO बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम ने कहा कि, “भारत की असली ताकत इसके लोग हैं. हमारे पास 9 मिलियन यानी 90 लाख से ज़्यादा टेक और कस्टमर एक्सपीरियंस प्रोफेशनल्स हैं. अब एकजुट विज़न और तेज़ एक्शन की जरूरत है.”
इसके अलााव नीति आयोग की इस लेटेस्ट रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि सरकार को एआई ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म और कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने की जरूरत है, ताकि भारतीय टैलेंट को सही दिशा मिल सके और पूरा सपोर्ट मिल सके.
कुल मिलाकर, नीति आयोग की इस रिपोर्ट ने इतना तो साफ कर दिया है कि एआई टेक्नोलॉजी के बढ़ते इस्तेमाल से लोगों को नौकरी खोने का डर नहीं लगना चाहिए क्योंकि सही नीतियों का पालन करके एआई की मदद से लाखों नई जॉब क्रिएट भी की जा सकती है. इसके अलावा इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत ना सिर्फ अपने वर्कफोर्स को बचा सकता है, बल्कि एआई के दौर में दुनिया का लीडर भी बन सकता है.

