रोहित कुमार सोनी
देहरादून: इन दिनों लगातार बदल रहे मौसम की वजह से वायरल फीवर तेजी से फैल रहा है. जिसके चलते बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार की समस्या देखी जा रही है. ऐसे में बच्चों को तमाम तरह की दवाइयां भी दी जा रही है. जिसमें कफ सिरप भी शामिल है. इस मौसमी बीमारी के बीच अब उत्तराखंड सरकार ने भी केंद्र सरकार की एडवाइजरी पर बाजारों में बिकने वाले कफ सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है. साथ ही एफडीए की टीम लगातार मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की कार्रवाई कर रही है.
राजस्थान और मध्य प्रदेश में कफ सिरप पीने से बच्चों की मौत से हड़कंप: दरअसल, राजस्थान और मध्य प्रदेश में कफ सिरप पीने से बच्चों की मौत का मामला सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी की है. इस एडवाइजरी में 3 तरह के सॉल्ट वाले कफ सिरप पर प्रतिबंध लगाया गया है. खासकर 5 साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप ना देने की बात कही गई है.
देहरादून में मेडिकल स्टोर पर ताबड़तोड़ छापेमारी (वीडियो- ETV Bharat)
जिसके चलते उत्तराखंड सरकार ने भी केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार, Dextromethorphan Hydrobromide, Chlorpheniramine Maleate और Phenylephrine Hydrochloride सॉल्ट वाले कफ सिरप पर प्रतिबंध लगा दिया है. इतना ही नहीं सभी डॉक्टर्स को भी स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश जारी किया है कि इन कफ सिरप को प्रिसक्राइब ना करें.
केंद्र सरकार की सलाह (फोटो सोर्स- ETV Bharat Graphics)
बता दें कि बदलते मौसम के बीच दवाई के दुकानों पर कफ सिरप की काफी ज्यादा डिमांड रहती है. जिसके चलते मेडिकल स्टोर पर बड़ी मात्रा में इन दवाइयां की क्रय-विक्रय होती है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के बाद भले ही मेडिकल स्टोर्स की ओर से इन कफ सिरप की बिक्री पर रोक लग गई हो. बावजूद इसके एफडीए की ओर से इस बाबत कोशिश की जा रही है कि इन कफ सिरप की बिक्री ना हो पाए.

मेडिकल स्टोर पर छापेमारी (फोटो- ETV Bharat)
यही वजह है कि एफडीए यानी खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम लगातार मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की कार्रवाई कर रही है. साथ ही प्रतिबंध कफ सिरप को सील करने की कार्रवाई की जा सके. इसी कड़ी में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सीमा डूंगराकोटी के नेतृत्व में मेडिकल स्टोरों में निरीक्षण अभियान चलाया गया.

मेडिकल स्टोर में दवाओं की जांच (फोटो- ETV Bharat)
ईटीवी भारत पर देहरादून जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सीमा डूंगराकोटी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से कफ सिरप के तीन सॉल्ट को प्रतिबंधित किया गया है. ऐसे में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर ‘सुरक्षित दवा, सुरक्षित जीवन अभियान’ के तहत महीने में एक बार दवाइयों के दुकानों का निरीक्षण किया जाता है.

कोल्ड्रिफ कफ सिरप विवाद (फोटो सोर्स- ETV Bharat Graphics)
ऐसे में वर्तमान समय में जो निरीक्षण की कार्रवाई की जा रही है. उसमें प्रतिबंधित कफ सिरप को भी प्राथमिकता पर रखा है. जिसके तहत दुकानों पर जाकर जांच की जा रही है कि कहीं उनके पास प्रतिबंधित कफ सिरप तो खुले में नहीं रखा गया है. इसके अलावा दो मेडिकल स्टोर पर खरीद-ब्रिकी की रोक लगा दी गई है. क्योंकि, वहां पर फार्मासिस्ट नहीं मौजूद थे.

कफ सिरप को सील करते अधिकारी (फोटो- ETV Bharat)
क्या बोले एफडीए के ड्रग इंस्पेक्टर मानवेंद्र राणा? वहीं, एफडीए के ड्रग इंस्पेक्टर मानवेंद्र राणा ने बताया कि छापेमारी के दौरान प्रतिबंधित सॉल्ट वाले कफ सिरप भी मिल रहा है, लेकिन दुकानदारों ने उन कफ सिरप को अलग से रखा हुआ है. ऐसे में एफडीए की टीम ने उन कफ सिरप को सील करके दुकान में ही रख दिया है. ताकि, इन दवाओं की बिक्री अग्रिम आदेशों तक न किया जाए.

दवा की जांच करती सीमा डूंगराकोटी (फोटो- ETV Bharat)
इसके अलावा उन्होंने बताया कि भारत ने तीन सॉल्ट वाले कफ सिरप के खरीद और बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है. इसके अलावा पिछले कुछ दिनों के भीतर 17 दुकानों का निरीक्षण किया गया है. साथ ही 35 दवाओं के सैंपल लिए गए हैं. जिसकी जांच के लिए लैब भेजा गया है, जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.
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