मनीला: फिलीपींस में मंगलवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता करीब 6.9 मापी गई है. जानकारी के मुताबिक भूकंप के तेज झटकों से बड़ी तबाही की खबर सामने आई है. अधिकारियों ने बताया कि दोपहर बाद आए शक्तिशाली भूकंप से देश के कई हिस्सों में पत्थर और कंक्रीट की इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं. न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक भूकंप से मरने वालों की संख्या 60 तक पहुंच गई है. वहीं, घायलों की संख्या भी ज्यादा बताई जा रही है.
भूकंप को लेकर अग्निशमन अधिकारी रे कैनेटे ने बताया कि भूकंप का केंद्र लगभग 90,000 की आबादी वाले तटीय शहर बोगो से लगभग 17 किलोमीटर (10 मील) उत्तर-पूर्व में था, जहां तीव्र झटकों से घरों की कंक्रीट की दीवारें और एक अग्निशमन केंद्र क्षतिग्रस्त हो गया, शहर की बिजली आपूर्ति ठप हो गई और डामर सड़कों पर गहरी दरारें पड़ गईं. कैनेटे ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि हम अपने बैरक में थे, तभी जमीन हिलने लगी और हम बाहर भागे, लेकिन तेज झटकों के चलते हम लड़खड़ाकर जमीन पर गिर पड़े. उन्होंने बताया कि उन्हें और तीन अन्य अग्निशमन कर्मियों को चोटें आईं.
कैनेटे ने बताया कि कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को काफी नुकसान पहुंचा है. वहां की डामर और कंक्रीट की सड़कों में गहरी दरारें पड़ गई हैं. उन्होंने आगे बताया कि बोगो के पास दानबांतयान शहर में एक पुराना रोमन कैथोलिक चर्च भी क्षतिग्रस्त हुआ है. सेबू की गवर्नर पामेला बारिकुआत्रो ने बताया कि बुरी तरह प्रभावित बोगो शहर और अन्य जगहों पर अनिर्दिष्ट संख्या में घर और एक अस्पताल क्षतिग्रस्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि नुकसान और चोटों की गंभीरता का पता दिन निकलने से पहले ही चल पाएगा. बारिकुआत्रो ने डीजेडएमएम रेडियो नेटवर्क को बताया कि हम वहां एक ट्रॉमा टीम भेज रहे हैं.
फिलीपीन इंस्टीट्यूट ऑफ ज्वालामुखी और भूकंप विज्ञान ने पहले सुनामी की चेतावनी जारी की और लोगों को सेबू और पास के प्रांतों लेयटे और बिलिरन में समुद्र तट से दूर रहने की सलाह दी. कुछ देर बाद संस्थान के निदेशक टेरेसिटो बेकोलकोल ने एपी को बताया कि सुनामी की चेतावनी बाद में हटा ली गई और किसी असामान्य लहर की निगरानी नहीं की जा रही है. मध्य फिलीपीन प्रांत अभी भी शुक्रवार को आए तूफान से उबर रहे थे, जिसमें कम से कम 27 लोग डूब गए और पेड़ गिरने से मारे गए, पूरे शहरों और कस्बों में बिजली गुल हो गई और हजारों लोगों को निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा. दुनिया के सबसे आपदा-प्रवण देशों में से एक, फिलीपींस अक्सर भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोटों से प्रभावित होता है.
बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा
अग्निशमन अधिकारी ने जानकारी दी कि राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं. वहीं, मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए राहत कार्य में जुटी टीमें दिन-रात काम कर रही हैं. उन्होंने बताया कि भूकंप के झटके इतने तेज थे कि मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है क्योंकि मलबे में कई लोगों के दबने की सूचना मिल रही है. वहीं, घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
A strong 6.9-magnitude quake struck off the coast of the central Philippines late Tuesday, damaging buildings and roads and knocking out power in parts of the region, with rescuers searching for possible casualties.https://t.co/CF7DszqmQb
— AFP News Agency (@AFP) September 30, 2025
फिलीपींस ऐसा देश है, जहां भूकंप का खतरा हमेशा मंडराता रहता है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह प्रशांत महासागर के ‘रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है. जहां टेक्टोनिक प्लेटों की गतिविधियां बार-बार भूकंप की वजह बनती हैं. सबसे शक्तिशाली भूकंप 2013 में आया था, जिसकी तीव्रता 7.2 थी और इसमें सैकड़ों लोगों की जान गई थी.
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