देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के स्नातक स्तरीय पदों की लिखित प्रतियोगी परीक्षा में पेपर लीक मामले में नया मोड़ आ गया है. जांच में सामने आया है कि जिस परीक्षा केंद्र के कमरे में बैठकर खालिद परीक्षा दे रहा था, वहां जैमर नहीं था. अब एसआईटी परीक्षा केंद्र के सभी कर्मचारियों और जैमर टीम से पूछताछ कर रही है.
मामले की मुताबिक, देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने मामले की जांच पुलिस अधीक्षक देहात जया बलूनी को सौंपी है. जया बलूनी के नेतृत्व में टीम ने मंगलवार को हरिद्वार पहुंचकर आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज, बहादरपुर जट का निरीक्षण किया. इसी केंद्र से प्रश्न पत्र बाहर आया था. टीम ने परीक्षा केंद्र के प्रिंसिपल, कक्ष निरीक्षकों और अन्य गवाहों से लंबी और विस्तार से पूछताछ की. जांच के दौरान बयानों और सबूतों के आधार पर पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.
हालांकि, पुलिस ने कुछ गुत्थी सुलझाने में कामयाबी हासिल की है. जांच में सामने आया कि जिस केंद्र में खालिद परीक्षा दे रहा था, उस केंद्र में कुल 18 कमरे थे. केंद्र में परीक्षा के लिए कुल 15 जैमर लगे थे. लेकिन कमरा नंबर 9, 17 और 18 में जैमर नहीं लगे हुए थे. वहीं कमरा नंबर 9 में खालिद परीक्षा दे रहा था. इसी कमरे से बैठकर खालिद ने किसी डिवाइस से परीक्षा के तीन पेज अपनी बहन साबिया को भेजे थे और साबिया ने प्रोफेसर सुमन चौहान को भेजे थे.
इस पूरे मामले में जैमर टीम संदिग्ध नजर आ रही है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है. वहीं परीक्षा केंद्र में खालिद कैसे एक डिवाइस लेकर चला गया. इसकी भी जांच की जा रही है. हालांकि, पुलिस लगातार आरोपी खालिद की तलाश कर रही है और आरोपी की गिरफ्तारी होने के बाद ही पेपर लीक की सभी गुत्थी सुलझ पाएगी.
साथ ही इस पूरे मामले में कितने लोग शामिल हैं? वह भी जानकारी मिल पाएगी. वहीं खालिद की एक दूसरी बहन हीना और लीक प्रश्नों के जवाब तैयार करने वाली सहायक प्रोफेसर सुमन चौहान अभी भी पुलिस हिरासत में है.
एसपी देहात जया बलूनी ने बताया कि आरोपी खालिद मलिक की बहन साबिया को आरोपी के बहादुरपुर जट स्थित परीक्षा केंद्र से प्रतियोगी परीक्षा में प्रतिभाग करने की जानकारी थी. उसके बावजूद भी उसके द्वारा प्रश्न पत्रों के प्राप्त फोटों को सॉल्व करने के लिए प्रोफेसर सुमन को भेजते हुए उनसे बातचीत की और प्रश्नों के उत्तर प्राप्त किए. महिला आरोपी द्वारा पूरी जानकारी होने के बाद भी नकल कराने के उद्देश्य से प्रश्नों को भेजने और उनके उत्तर प्राप्त करने के संबंध में प्राप्त सबतूों के आधार पर आरोपी साबिया को गिरफ्तार किया गया. प्रकरण में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु टीमों द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं.
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