देहरादून: अंकिता भंडारी की हत्या पर जन आक्रोश को तो पूरे देश में देखा, लेकिन ऐसी ही एक बेटी पूजा नेगी की मौत करीब डेढ़ साल बाद भी पहेली बनी हुई है. पूजा नेगी के परिजन बेटी को न्याय दिलाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं. बूढ़ी मां लाठी का सहारा लेकर सुदूर पहाड़ी क्षेत्र से राजधानी देहरादून पहुंची है, सिर्फ इसलिए कि बेटी की मौत के बाद उसे न्याय दिला सके.
दरअसल, न्याय की खोज में निकला एक परिवार इन दिनों अफसरों की चौखटों पर हाजिरी लगा रहा है. उन्हें उम्मीद है कि जो न्याय उन्हें सुदूरवर्ती अपने पहाड़ी जनपद उत्तरकाशी में नहीं मिला, शायद वो राजधानी में आलीशान दफ्तरों में बैठे अफसरों की चौखट पर पहुंचकर मिल जाए. बात बेटी की है तो परिवार के लोग कोई भी कमी पेशी छोड़ने की स्थिति में नहीं हैं. बूढ़ी मां तो लाठी का सहारा लेकर ही बीमार हालत में राजधानी देहरादून आ पहुंची हैं.
परिजनों से बातचीत (वीडियो- ETV Bharat)
देहरादून में न्याय के लिए भटक रहे परिजन: आंखों में आंसू लिए पूजा नेगी की मां प्रेमा देवी बार-बार अपनी बेटी की मौत पर न्याय मांगती दिखाई देती हैं. महज 24 साल की पूजा नेगी अभी कढ़ाई बुनाई सीखकर खुद के पैरों पर खड़ा होने का प्रयास ही कर रही थी कि 14 अप्रैल 2024 को वो अचानक संदिग्ध परिस्थितियों में अचानक गायब हो गई.
करीब डेढ़ साल बाद 6 सितंबर 2025 को ऋषिकेश क्षेत्र से सटे लक्ष्मण झूला चौकी (पौड़ी गढ़वाल) से परिजनों को एक डेड बॉडी मिलने की सूचना दी जाती है. बताया जाता है कि यह डेड बॉडी 26 अप्रैल 2024 को ही मिल गई थी, जिसे 72 घंटे तक पहचान के लिए रोकने के बाद अज्ञात समझ कर दाह संस्कार कर दिया गया था.
डेढ़ साल बाद पुलिस की ओर से दी गई जानकारी पर शक: पूजा नेगी की मां और उसके पिता कहते हैं कि पुलिस के इस फोन से ही उनका शक बढ़ गया, क्योंकि जब डेड बॉडी 2024 अप्रैल में ही मिल गई थी तो फिर डेढ़ साल बाद क्यों जानकारी दी गई? इतना ही नहीं परिवार के लोग कहते हैं कि उन्होंने पहले ही गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया. यदि उस समय फौरन पुलिस कार्रवाई करती तो आज पूजा जिंदा होती.
परिजनों ने हत्या का लगाया आरोप: ईटीवी भारत से बात करते हुए पूजा की मां प्रेमा देवी कहती हैं कि उनकी बेटी उनके बिना कभी रहती ही नहीं थी, लेकिन एक शख्स उसे बहला फुसला कर अपने साथ ले गया और उसकी हत्या कर दी. प्रेमा कहती हैं कि उन्हें इस बात का विश्वास था कि उनकी बेटी वापस जरूर आएगी, लेकिन वो तो वापस नहीं आई, बल्कि उसकी मौत की खबर जरूर आ गई.
परिजनों का आरोप: पूजा नेगी के पिता और भाई भी देहरादून में पहुंचकर अधिकारियों से मामले की जांच की मांग कर रहे हैं. इन्हें पूरा विश्वास है कि पूजा की हत्या की गई है और यह आरोप लगाते हैं कि पुलिस इस मामले में आरोपी की जानकारी होने के बाद भी उसकी गिरफ्तारी नहीं कर रही है. पिता गब्बर सिंह नेगी और भाई संतोष नेगी इस मामले में बताते हैं कि उनकी ओर से कई अधिकारियों से मुलाकात की गई है. जिस पर जांच के लिए अधिकारियों की ओर से आश्वासन दिया जा रहा है.
जानकारी देते आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप (वीडियो- ETV Bharat)
समाजसेवियों का मिला समर्थन: पूजा नेगी की मौत का मामला सामने आने के बाद कुछ समाजसेवी भी प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए आगे आए हैं. समाजसेवी योगेंद्र सिंह चौहान कहते हैं कि अंकिता भंडारी की मौत का आक्रोश अभी उत्तराखंडियों में मौजूद है. इस बीच उत्तराखंड की बेटी पूजा नेगी के साथ जो हुआ है, उस पर भी इसी तरह का गुस्सा लोगों में है.
उन्होंने इस मामले में परिजनों के साथ आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप से मुलाकात की थी, जिन्होंने प्रकरण पर जल्द ही डीएनए टेस्ट करने और 3 दिन के भीतर अधिकारियों को जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं. यह प्रकरण सामने आने के बाद लोग कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं.
आईजी गढ़वाल ने दिए जांच के आदेश: मामले पर आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप का भी बयान आया है. वे कहते हैं कि ‘प्रकरण उनके संज्ञान में आने के बाद उन्होंने फौरन मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच के लिए कहा है. यदि इसमें कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.‘
वहीं, दुष्कर्म की आशंका को लक्ष्मण झूला चौकी इंचार्ज संतोष पैथवाल ने खारिज कर दिया है. उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि उसकी मौत डूबने से हुई थी. दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है.
“पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पूजा नेगी के साथ दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है. पोस्टमार्टम में पूजा की मौत डूबने से पाई गई है.“- संतोष पैथवाल, लक्ष्मण झूला चौकी इंचार्ज
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