नई दिल्लीः भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने का दावा किया था. लेकिन, पाकिस्तान लगातार इनकार करता रहा. अब लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर कासिम का एक वीडियो सामने आया है, जिसने भारत के दावे की पुष्टि कर दी है.
वीडियो में कासिम पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुरीदके स्थित मरकज तैयबा शिविर के मलबे के बीच खड़ा दिखाई देता है. वह स्वीकार करता है कि यहां ‘मुजाहिदीन और तलाबा’ सहित कई आतंकवादियों को प्रशिक्षण दिया गया था. कासिम ने माना कि शिविर तबाह हो चुका है, हालांकि उसने वहां फिर से प्रशिक्षण शिविर को खड़ा करने की कसम भी खाई.
ऑपरेशन सिंदूर से पहले और बाद की स्थिति. (ANI)
लश्कर कमांडर ने कहा, “मैं मुरीदके में मरकज तैयबा के सामने खड़ा हूं… यह ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुए हमले में नष्ट हो गया था. हम इसका पुनर्निर्माण करेंगे और इसे और भी बड़ा बनाएंगे. यहीं से मुजाहिदीन के बड़े नामों ने प्रशिक्षण लिया.”
बता दें कि कुछ दिन पहले जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने एक वीडियो में यह स्वीकार किया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बहावलपुर में जेईएम के मुख्यालय मरकज सुभान अल्लाह पर हुए हमलों में जेईएम मसूद अजहर का परिवार मारा गया था.
मौलाना मसूद अजहर का साला मोहम्मद यूसुफ अजहर आईसी-814 अपहरण मामले में वांटेड था. वह जैश-ए-मोहम्मद के लिए हथियार प्रशिक्षण भी संभालता था और जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल था. मौलाना मसूद अजहर का सबसे बड़ा साला, हाफ़िज मुहम्मद जमील, जो पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित मरकज सुभान अल्लाह का प्रभारी था, एक और निशाना था.
कश्मीरी ने वायरल वीडियो में एक कार्यक्रम में कहा, “सब कुछ कुर्बान करने के बाद, 7 मई को मसूद अजहर के परिवार के सदस्यों को बहावलपुर में टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया.” इससे भारत के इस दावे की पुष्टि होती है कि इस हमले में प्रमुख आतंकवादी तत्वों को निशाना बनाया गया.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई को जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के ठिकानों को निशाना बनाया था. पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी.
इसे भी पढ़ेंः

