देहरादून: उत्तराखंड में इस बार मानसून ने भारी तबाही मचाई है. खासकर पहाड़ी जिलों में अनेक स्थानों पर भारी बारिश, बादल फटने और लैंडस्लाइड से काफी नुकसान हुआ है. भारी बारिश के बाद तबाही का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 सितंबर को उत्तराखंड आ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम 4:15 पर आपदा प्रभावित इलाकों का हवाई निरीक्षण करने का है.
गुरुवार को उत्तराखंड आएंगे पीएम मोदी: इसके बाद 5:00 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देहरादून में एक हाई लेवल की बैठक करने जा रहे हैं.प्रधानमंत्री मोदी न केवल गुरुवार को उत्तराखंड का दौरा करेंगे बल्कि उत्तर प्रदेश का भी वह दौरा करने वाले हैं. पीएम का दौरा पहले उत्तर प्रदेश का होगा. यूपी में पीएम मोदी वाराणसी जाएंगे. पीआईबी के अनुसार वाराणसी में सुबह लगभग 11:30 बजे, प्रधानमंत्री मॉरीशस के प्रधानमंत्री, डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम की मेज़बानी करेंगे. मॉरीशस के पीएम 9 से 16 सितंबर 2025 तक भारत की राजकीय यात्रा पर हैं.
कल प्रस्तावित आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के उत्तराखंड आगमन पर आपदा प्रभावित क्षेत्रों के हवाई सर्वेक्षण एवं समीक्षा बैठक की तैयारियों का आज जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचकर निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों को सभी व्यवस्थाओं को समयबद्धता के साथ सुनिश्चित करने के… pic.twitter.com/on2HwiyJZW
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 10, 2025
आपदाग्रस्त इलाकों का हवाई निरीक्षण करेंगे पीएम मोदी: इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड पहुंचेंगे. उनका यहां आपदाग्रस्त क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण करने का है. पीएम मोदी सेना के हेलीकॉप्टर में बैठकर उत्तरकाशी, चमोली और आसपास के इलाकों का हवाई निरीक्षण करेंगे. इसके बाद वापस लौट के एयरपोर्ट पर ही सभी अधिकारियों और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ वह एक हाई लेवल बैठक करेंगे. इस बैठक में उत्तराखंड के अधिकारियों के साथ-साथ केंद्र की जो टीम प्रदेश का दौरा कर चुकी है, वह अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.
आदरणीय प्रधानमंत्री जी का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव है, यही कारण है कि आपदा के इस कठिन समय में हमें निरंतर उनका सहयोग एवं मार्गदर्शन मिलता रहा है। pic.twitter.com/mUqU19gpeq
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 10, 2025
उत्तराखंड में बड़ी आपदाएं आई हैं: बताते चलें कि इस साल उत्तराखंड के अनेक जिलों में आपदा आई है. सबसे पहले 5 अगस्त को उत्तरकाशी जिले के धराली में खीरगंगा गाड़ से आपदा आई थी. खीरगंगा में आई बाढ़ अपने साथ बड़े-बड़े बोल्डर, पेड़ और मलबा लाई थी. मलबे और बाढ़ ने धराली गांव और आसपास के इलाकों को तहस-नहस कर दिया था. मलबे के नीचे धराली बाजार के सभी होटल, दुकानें और घर दब गए थे. ये कहें कि धराली बाजार पूरी तरह नष्ट हो गया तो अतिशयोक्ति नहीं होगी. अभी भी बड़ी संख्या में लापता हुए लोगों का पता नहीं चला है.
पौड़ी में आपदा से बड़ा नुकसान हुआ: 6 अगस्त को पौड़ी गढ़वाल जिले में आपदा आई थी. पौड़ी तहसील के ग्राम सैंजी, पट्टी बाली कण्डारस्यूं और ग्राम रैदुल, पट्टी पैडुलस्यूं में भारी बारिश से भूस्खलन हुआ था. इस प्राकृतिक आपदा में कई आवासीय भवन नष्ट हो गए थे. कृषि भूमि को भी भारी नुकसान हुआ था. पौड़ी आपदा में भी कई लोग लापता हुए थे, जिनका अभी तक पता नहीं चल सका है.
थराली में भी आपदा ने जन जीवन अस्तव्यस्त किया: इसके बाद 23 अगस्त को चमोली जिले के थराली में प्राकृतिक आपदा आई थी. थराली के कोटड़ीप, राड़ीबगड़, अपर बजार, कुलसारी, चेपडो, सगवाड़ा समेत अन्य हिस्सों में अतिवृष्टि और लैंडस्लाइड से काफी नुकसान हुआ था. भारी बारिश और लैंडस्लाइड के कारण एक युवती की मौत हो गई थी. एक व्यक्ति लापता हो गया था. कई दिन तक थराली में रेस्क्यू ऑपरेशन चला था. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद थराली पहुंचे थे.
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