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नेपाल Gen Z हिंसक प्रदर्शन, उत्तराखंड के तीन जिलों में अलर्ट, बढ़ाई गई सुरक्षा


देहरादून: भारत का पड़ोसी देश नेपाल इन दिनों राजनीतिक अस्थिरता और अराजकता से जूझ रहा है. नेपाल में चारों ओर नेपाल Gen Z प्रदर्शन की आग फैल रही है. नेपाल के हालातों को देखते हुए उत्तराखंड भी अलर्ट पर है. उत्तराखंड के तीन जिलों की सीमा नेपाल से लगती है. इन तीनों जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

भारत के पड़ोसी देश नेपाल में चल रही राजनैतिक अस्थिरता और वहां पर चल रही अराजकता, हिंसा को देखते हुए नेपाल से सटे भारत के राज्यों ने भी सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है. उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल से लगी नेपाल की सीमा से लगने वाले उत्तराखंड के तीन जिलों में उत्तराखंड पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है. नेपाल में हिंसा और आराधता के चलते उत्तराखंड ने यह फैसला लिया है तो वही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किए हैं.

उत्तराखंड पुलिस के मुख्य प्रवक्ता आईपीएस अधिकारी निलेश भरणे ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धाम के निर्देशों के बाद राज्य की पुलिस ने इतिहास के तौर पर यह कदम उठाए हैं. उन्होंने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नेपाल से सटे पिथौरागढ़, चंपावत और उधम सिंह नगर के अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की गई है. पुलिस मुख्यालय द्वारा इन जिलों में दिशा निर्देश दिए गए हैं कि नेपाल में चल रहे हालातों के चलते इन जिलों में सतर्कता को अधिक बढ़ाया जाए. इसके अलावा पेट्रोलिंग और चेकिंग अभियान बढ़ाने के निर्देश भी दिये गये हैं.

उत्तराखंड पुलिस के मुख्य प्रवक्ता नीलेश आनंद भरणे ने बताया जिलों के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में सोशल मीडिया को लेकर भी विशेष दिशा निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर पुलिस को सख्त निगरानी रखने को कहा गया है. बॉर्डर एरियाज में लगी हुई टीमों के साथ सामंजस्य बैठाकर कार्य करने के निर्देश दिये गये हैं. साथ ही उत्तराखंड पुलिस को ज्वाइंट पेट्रोलिंग के निर्देश दिये गये हैं.

नेपाल में 8 और 9 सितंबर 2025 को हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए. जिसमें पुलिस फायरिंग में कम से कम 19 लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए. प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन, सरकारी भवनों से लेकर मंत्रियों के घरों पर पथराव और आगजनी की. इतना ही नहीं पूर्व पीएम और विदेश मंत्री को भीड़ ने पीटा. इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल की पत्नी राज्यलक्ष्मी चित्राकर भी भीड़ की चपेट मे आ गई, उनकी जलकर मौत हो गई.

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