चमोली: उत्तराखंड में इन दिनों भारी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. बीते दिनों चमोली जिले के थराली तहसील क्षेत्र में भारी बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ था. आज 26 अगस्त को चमोली जनपद में आपदा और बारिश की स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के अवकाश पर रोक लगा दी है.
जिलाधिकारी ने अधिकारियों की वर्चुअल माध्यम से बैठक लेते हुए निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने जनपद में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में किए जा रहे राहत कार्यों की समीक्षा भी कर प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, पैदल मार्ग, विद्युत और पेयजल की आपूर्ति शीघ्र बहाल करने के आदेश अधिकारियों को दिए.
चमोली में अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां कैंसिल. (ETV Bharat)
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि मौसम विभाग की ओर से जनपद में भारी बारिश की आशंका व्यक्त की गई है. साथ ही जनपद में भूस्खलन और अन्य प्रकार की समस्याओं का खतरा बना हुआ है. ऐसे में जनपद में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के अवकाश पर 15 सितंबर 2025 तक अपरिहार्य कारणों को छोड़कर रोक लगाई गई है.
जिलाधिकारी चमोली का आदेश (@Chamoli Administration)
चमोली जिलाधिकारी तिवारी ने कहा कि बिना किसी आवश्यक कारण और बिना अनुमति के कोई भी अधिकारी मुख्यालय न छोड़े. साथ ही उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को आपदा के दृष्टिगत दी गई तैनाती स्थल पर उपस्थित रहने के भी कड़े निर्देश दिए हैं. यदि कोई अधिकारी और कर्मचारी अपने तैनाती स्थल पर नहीं पाया जाता है, तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी.
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को पोकलैंड, जेसीबी और वुड कटिंग मशीन सहित सभी आपदा राहत व बचाव कार्यों से संबंधित आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता बनाए रखने के भी निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने जिला युवा कल्याण अधिकारी को खाना बनाने और वाहन चलाने में दक्ष पीआरडी जवानों को चिन्हित करने के निर्देश दिए. ताकि आपदा की स्थिति में राहत कार्यों में जवानों का उपयोग किया जा सके.
जिलाधिकारी ने तहसील और विकास खंड स्तर पर राजस्व उप निरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम पंचायत अधिकारी की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. ताकि प्रभावित क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन कार्यों में तेजी लाई जा सके.
उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने दायित्वों का निर्वहन जिम्मेदारी से निर्वहन करने के निर्देश दिए. साथ ही जिम्मेदारी के निवर्हन में कोताही बरतने वाले अधिकारी और कर्मचारियों के विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई अमल में लाने की बात कही.
उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी को राहत केंद्र कुलसारी व चेपडों में भोजन की व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने और रसोई गैस के घर-घर वितरण की व्यवस्था को सुचारू रखने के निर्देश दिए. बैठक में सभी अधिकारी वर्चुअल माध्यम से मौजूद रहे.
बता दें कि चमोली जिले थराली तहसील मुख्यालय समेत आसपास के गांवों में 22 अगस्त की रात को भारी बारिश ने आपदा का रूप ले लिया था. जिससे इलाके में काफी तबाही हुई थी. दो लोगों की जान जाने से साथ ही कई लोग घायल भी हुए थे. इस आपदा के बाद थराली इलाके में जगह-जगह सड़कें टूटी हुई पड़ी है.
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