नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अंतरिक्ष वैज्ञानिकों से मानवता के भविष्य को उज्ज्वल बनाने वाले रहस्यों को उजागर करने के लिए एक गहन अंतरिक्ष अन्वेषण मिशन की तैयारी करने को कहा. इससे पहले उन्होंने स्पेस से जुड़े सभी युवाओं और वैज्ञानिकों को नेशनल स्पेस डे की शुभकामनाएं दी.
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर एक वीडियो संबोधन में पीएम मोदी ने घोषणा की कि भारत भविष्य के मिशनों के लिए अंतरिक्ष यात्रियों का एक समूह बनाने की तैयारी कर रहा है और उन्होंने युवाओं से इस समूह का हिस्सा बनने का आग्रह किया. पीएम मोदी ने कहा, ‘हम चंद्रमा और मंगल तक पहुंच गए हैं. अब हमें गहरे अंतरिक्ष में झांकना है, जहां मानवता के भविष्य के लिए लाभकारी कई रहस्य छिपे हैं.’
Greetings on National Space Day! India’s journey in space reflects our determination, innovation and the brilliance of our scientists pushing boundaries. https://t.co/2XPktf49Ao
— Narendra Modi (@narendramodi) August 23, 2025
प्रधानमंत्री ने देश भर से आए अंतरिक्ष वैज्ञानिकों, छात्रों और नीति निर्माताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘आकाशगंगाओं से परे हमारा क्षितिज है, अनंत ब्रह्मांड हमें बताता है कि कोई भी सीमा अंतिम नहीं है और अंतरिक्ष क्षेत्र में भी नीति के स्तर पर कोई अंतिम सीमा नहीं होनी चाहिए. देश विद्युत प्रणोदन और अर्ध-क्रायोजेनिक इंजन जैसी महत्वपूर्ण तकनीकों में प्रगति कर रहा है.’
उन्होंने आगे कहा , ‘वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत की बदौलत देश जल्द ही गगनयान मिशन लॉन्च करेगा और अंतरिक्ष में अपना स्टेशन भी बनाएगा.’ प्रधानमंत्री ने निजी क्षेत्र से यह भी पूछा कि क्या अगले पांच वर्षों में पांच स्टार्टअप यूनिकॉर्न बन सकते हैं. उन्होंने अंतरिक्ष वैज्ञानिकों और इंजीनियरों से पूछा, ‘मैं चाहूंगा कि निजी क्षेत्र आगे आए. क्या हम उस मुकाम तक पहुंच सकते हैं जहां हम हर साल 50 रॉकेट लॉन्च कर सकें?’
नेशनल स्पेस डे की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा, ‘इस बार नेशनल स्पेस डे की थीम है ‘आर्यभट से गगन यान तक’ इसमें अतीत का आत्मविश्वास भी है और भविष्य का संकल्प भी है. आज हम देख रहे हैं कि इतने कम समय में ही नेशनल स्पेस डे हमारे युवाओं में उत्साह और आकर्षण का केंद्र बन गया है.
ये देश के लिए गर्व की बात है. अभी भारत ने इंटरनेशनल ओलंपियाड ऑन एस्ट्रॉनोमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स उसकी मेजबानी भी की है. इस प्रतियोगिता में 60 देशों से अधिक 300 से ज्यादा युवाओं ने भाग लिया. भारत के युवाओं ने मेडल भी जीते हैं. ये ओलंपियाड स्पेस सेक्टर भारत की उभरती लीडरशीप का प्रतीक है. मैं इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने वालों को बधाई देता हूं.’